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शिमला, 23 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश पशु चिकित्सा अधिकारी संघ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन आज दिनांक 23-04-2025 को पशु पालन विभाग के निदेशालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर नीरज मोहन की अध्यक्षता में किया गयाबैठक में संघ के पदाधिकारियों एवं प्रदेश के सभी जिला सचिवों ने भी भाग लिया। बैठक में पशु चिकित्सकों के कैडर संबंधित अति आवश्यक मुद्दों को प्रदेश सरकार से उठाने का प्रस्ताव पारित किया गया। प्रदेश महासचिव डॉ मधुर गुप्ता ने बताया कि उन्होंने सरकार के समक्ष एक मांग पत्र सौंपा गया है और बैठक के लिए समय की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि संघ पशु चिकित्सकों के हितों के मुद्दों को सरकार के समक्ष रखने के लिए प्रतिबद्ध है उन्होंने सरकार से डायनमिक एश्योर्ड करियर स्कीम एवं एनपीए को जल्दी बहाल करने की मांग की, उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सा अधिकारियों के पास पदोन्नति के बहुत ही सीमित अवसर होते हैं और इस स्कीम के बंद होने से पशु चिकित्सकों को आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ रहा है अतः इस स्कीम का बहाल होना बहुत जरूरी है, डॉ गुप्ता ने सरकार से नॉन प्रैक्टिस अलाइंस को बहाल करने की भी मांग कीउन्होंने पशु पालकों को दी जाने वाली सुविधाओं के लिए विभागीय स्तर पर मानक संचालक प्रकिया बनाने की भी मांग की जिससे पशु पलकों को होने वाली असुविधाओं का निवारण हो सकेउन्होंने उप मंडलीय पशु अस्पतालों,जोनल अस्पतालों और पॉलीक्लीनिक में सुचारू काम के लिए मल्टी टास्क वर्कर एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर भरने की भी मांग कीसंघ ने विभाग में एक अलग समर्पित परियोजना विंग शुरू करने की मांग की ताकि पशु पालकों से संबंधित योजनाएं बनाई जा सके और पशु पालन आर्थिकी को बढ़ाया जा सके। डॉ नीरज ने ग्रामीण स्तर पर पशु चिकित्सकों एवं विभाग द्वारा किए गए उत्कृष्ट और विशेष कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए विभागीय स्तर पर मासिक पत्रिका निकालने की भी मांग की प्रदेश महासचिव डॉ मधुर गुप्ता ने विभाग में बनी पशु रोग कल्याण समितियों को कार्यशील बनाने की भी मांग की ताकि विभाग अपने स्तर पर पशु पलकों के लिए डायग्नोस्टिक और अन्य सुविधाएं उत्पन्न कर सके और सरकार और विभाग के लिए आय के साधन जुटा सके। संघ ने तरल नत्रजन की नियमित आपूर्ति को ले कर गंभीरता से मांग उठाई कि आपूर्ति हर 40 दिन में सुनिश्चित की जाए ताकि पशु पालकों को कृत्रिम गर्भाधान तकनीक की उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करवाई जा सकेंसंघ ने उम्मीद जताई कि सरकार निकट भविष्य में उनकी सभी मांगों पर विचार करेगी और पूरा करेगी।
शिमला, 23 अप्रैल [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश पशु चिकित्सा अधिकारी संघ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन आज दिनांक 23-04-2025 को पशु पालन विभाग के निदेशालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर नीरज मोहन की अध्यक्षता में किया गयाबैठक में संघ के पदाधिकारियों एवं प्रदेश के सभी जिला सचिवों ने भी भाग लिया। बैठक में पशु चिकित्सकों के कैडर संबंधित अति आवश्यक मुद्दों को प्रदेश सरकार से उठाने का प्रस्ताव पारित किया गया। प्रदेश महासचिव डॉ मधुर गुप्ता ने बताया कि उन्होंने सरकार के समक्ष एक मांग पत्र सौंपा गया है और बैठक के लिए समय की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि संघ पशु चिकित्सकों के हितों के मुद्दों को सरकार के समक्ष रखने के लिए प्रतिबद्ध है
उन्होंने सरकार से डायनमिक एश्योर्ड करियर स्कीम एवं एनपीए को जल्दी बहाल करने की मांग की, उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सा अधिकारियों के पास पदोन्नति के बहुत ही सीमित अवसर होते हैं और इस स्कीम के बंद होने से पशु चिकित्सकों को आर्थिक नुकसान से गुजरना पड़ रहा है अतः इस स्कीम का बहाल होना बहुत जरूरी है, डॉ गुप्ता ने सरकार से नॉन प्रैक्टिस अलाइंस को बहाल करने की भी मांग कीउन्होंने पशु पालकों को दी जाने वाली सुविधाओं के लिए विभागीय स्तर पर मानक संचालक प्रकिया बनाने की भी मांग की जिससे पशु पलकों को होने वाली असुविधाओं का निवारण हो सकेउन्होंने उप मंडलीय पशु अस्पतालों,जोनल अस्पतालों और पॉलीक्लीनिक में सुचारू काम के लिए मल्टी टास्क वर्कर एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर भरने की भी मांग कीसंघ ने विभाग में एक अलग समर्पित परियोजना विंग शुरू करने की मांग की ताकि पशु पालकों से संबंधित योजनाएं बनाई जा सके और पशु पालन आर्थिकी को बढ़ाया जा सके।
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डॉ नीरज ने ग्रामीण स्तर पर पशु चिकित्सकों एवं विभाग द्वारा किए गए उत्कृष्ट और विशेष कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए विभागीय स्तर पर मासिक पत्रिका निकालने की भी मांग की प्रदेश महासचिव डॉ मधुर गुप्ता ने विभाग में बनी पशु रोग कल्याण समितियों को कार्यशील बनाने की भी मांग की ताकि विभाग अपने स्तर पर पशु पलकों के लिए डायग्नोस्टिक और अन्य सुविधाएं उत्पन्न कर सके और सरकार और विभाग के लिए आय के साधन जुटा सके।
संघ ने तरल नत्रजन की नियमित आपूर्ति को ले कर गंभीरता से मांग उठाई कि आपूर्ति हर 40 दिन में सुनिश्चित की जाए ताकि पशु पालकों को कृत्रिम गर्भाधान तकनीक की उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करवाई जा सकेंसंघ ने उम्मीद जताई कि सरकार निकट भविष्य में उनकी सभी मांगों पर विचार करेगी और पूरा करेगी।
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