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शिमला , 26 अक्टूब [ विशाल सूद ] ! पूर्व प्रान्त महामंत्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, डॉ. मामराज पुंडीर ने हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी *कारण बताओ नोटिस* पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने इसे शिक्षकों की गरिमा पर सीधा आघात बताते हुए कहा कि यह नोटिस उन शिक्षकों को मानसिक प्रताड़ना देने जैसा है, जिन्होंने पूरी निष्ठा और परिश्रम से अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। डॉ. पुंडीर ने कहा कि टीजीटी से प्रवक्ता (School-New) के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर चुके शिक्षकों को इस प्रकार एकतरफा रूप से कारण बताओ नोटिस जारी करना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि यह प्रशासन की दुर्भावनापूर्ण नीति को भी दर्शाता है। वर्षों की सेवा और नियमों के तहत की गई पदोन्नति को अब संदेह के घेरे में लाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग की कि इस नोटिस को तुरंत निरस्त किया जाए और शिक्षकों को मानसिक दबाव में डालने के बजाय उनके हितों की रक्षा की जाए। साथ ही डॉ. पुंडीर ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर शिक्षकों के सम्मान और अधिकारों पर कोई आँच आती है, तो अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राज्यभर में संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेगा।
शिमला , 26 अक्टूब [ विशाल सूद ] ! पूर्व प्रान्त महामंत्री, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, डॉ. मामराज पुंडीर ने हिमाचल प्रदेश शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी *कारण बताओ नोटिस* पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने इसे शिक्षकों की गरिमा पर सीधा आघात बताते हुए कहा कि यह नोटिस उन शिक्षकों को मानसिक प्रताड़ना देने जैसा है, जिन्होंने पूरी निष्ठा और परिश्रम से अपने दायित्वों का निर्वहन किया है।
डॉ. पुंडीर ने कहा कि टीजीटी से प्रवक्ता (School-New) के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर चुके शिक्षकों को इस प्रकार एकतरफा रूप से कारण बताओ नोटिस जारी करना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि यह प्रशासन की दुर्भावनापूर्ण नीति को भी दर्शाता है। वर्षों की सेवा और नियमों के तहत की गई पदोन्नति को अब संदेह के घेरे में लाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
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उन्होंने मांग की कि इस नोटिस को तुरंत निरस्त किया जाए और शिक्षकों को मानसिक दबाव में डालने के बजाय उनके हितों की रक्षा की जाए। साथ ही डॉ. पुंडीर ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर शिक्षकों के सम्मान और अधिकारों पर कोई आँच आती है, तो अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राज्यभर में संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेगा।
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