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शिमला , 04 जून ! नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि एसजेवीएन को गुजरात में 100 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी पवन विद्युत परियोजना के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड से आशय पत्र प्राप्त हुआ है। एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी) ने मई 2023 में एक खुली प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली प्रक्रिया में 3.17 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर 100 मेगावाट का यह पवन विद्युत परियोजना हासिल की है। नन्द लाल शर्मा ने कहा कि इस परियोजना के निर्माण और विकास की अनुमानित लागत 800 करोड़ रुपए होगी। परियोजना को ईपीसी अनुबंध के माध्यम से गुजरात में बिल्ड, ओन एंड ऑपरेट (बीओओ) के आधार पर विकसित किया जाएगा। जीयूवीएनएल और एसजेवीएन के मध्य यथाशीघ्र विद्युत खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। श्री नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि कमीशन होने के उपरांत परियोजना से प्रथम वर्ष में 281 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होने की उम्मीद है और 25 वर्षों की अवधि में प्रस्तावित संचयी ऊर्जा उत्पादन 7025 मिलियन यूनिट होगा। इस परियोजना के कमीशन होने से 344255 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है। वर्तमान में, एसजेवीएन की स्थापित क्षमता 2091.5 मेगावाट है, जिसमें 97.6 मेगावाट के दो पवन विद्युत स्टेशन हैं। इसके अतिरिक्त एसजेवीएन की 100 मेगावाट प्रत्येक की दो पवन विद्युत परियोजनाएं विकासाधीन अवस्था में हैं । कंपनी वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट के अपने साझा विजन को हासिल करने के लिए तीव्रता से अग्रसर है। यह साझा विजन वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50% विद्युत उत्पादित करने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप तैयार किया गया है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 04 जून ! नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि एसजेवीएन को गुजरात में 100 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी पवन विद्युत परियोजना के लिए गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड से आशय पत्र प्राप्त हुआ है।
एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी) ने मई 2023 में एक खुली प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली प्रक्रिया में 3.17 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर 100 मेगावाट का यह पवन विद्युत परियोजना हासिल की है।
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नन्द लाल शर्मा ने कहा कि इस परियोजना के निर्माण और विकास की अनुमानित लागत 800 करोड़ रुपए होगी। परियोजना को ईपीसी अनुबंध के माध्यम से गुजरात में बिल्ड, ओन एंड ऑपरेट (बीओओ) के आधार पर विकसित किया जाएगा। जीयूवीएनएल और एसजेवीएन के मध्य यथाशीघ्र विद्युत खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
श्री नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि कमीशन होने के उपरांत परियोजना से प्रथम वर्ष में 281 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन होने की उम्मीद है और 25 वर्षों की अवधि में प्रस्तावित संचयी ऊर्जा उत्पादन 7025 मिलियन यूनिट होगा। इस परियोजना के कमीशन होने से 344255 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है।
वर्तमान में, एसजेवीएन की स्थापित क्षमता 2091.5 मेगावाट है, जिसमें 97.6 मेगावाट के दो पवन विद्युत स्टेशन हैं। इसके अतिरिक्त एसजेवीएन की 100 मेगावाट प्रत्येक की दो पवन विद्युत परियोजनाएं विकासाधीन अवस्था में हैं ।
कंपनी वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट के अपने साझा विजन को हासिल करने के लिए तीव्रता से अग्रसर है। यह साझा विजन वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50% विद्युत उत्पादित करने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप तैयार किया गया है।
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