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बिलासपुर ! हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में कोरोना वायरस के मामले को लेकर पूरे क्षेत्र जहाँ अफवाहों का बाजार गर्म है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वह सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर ध्यान न दें। जो एक मामला बिलासपुर में कोरोना वायरस का आया हुआ है, वह अभी संदिग्ध है। अभी उसकी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। सीएमओ बिलासपुर डॉ. प्रकाश दड़ोच का कहना है युवक जो साउथ कोरिया से आया था, संदिग्ध है। उसके पूरे परिवार की जांच करवाई गई है। हालांकि किसी को भी लक्षण नहीं पाए गए हैं। इसके अलावा गांव में भी चिकित्सकों की टीम भेजी गई थी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह कोरोना वायरस की फैलाई जा रही भ्रांतियों पर विश्वास न करें और अगर किसी भी तरह की कोई परेशानी है तो स्वास्थ्य विभाग को संपर्क करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। वायरस के लक्षण पाए जाने पर मरीजों के लिए बिलासपुर में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर भी पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह के मामले से निपटने के लिए तैयारियों पूरी कर ली गई हैं। डॉ.दड़ोच ने कहा कि वीरेंद्र कुमार नामक युवक जो कि साउथ कोरिया से आया था, जिला बिलासपुर के चलैहली ग्राम पंचायत का रहने वाला है। स्वदेश लौटने के बाद उसने स्वेच्छा से कोरोना वायरस का टेस्ट करवाना चाहा, इसलिए विभाग ने उसे एंबुलेंस के माध्यम से शिमला आईजीएमसी भेजा है, जहां से उसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।डॉ दड़ोच ने लोगो को अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी ।
बिलासपुर ! हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में कोरोना वायरस के मामले को लेकर पूरे क्षेत्र जहाँ अफवाहों का बाजार गर्म है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वह सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर ध्यान न दें। जो एक मामला बिलासपुर में कोरोना वायरस का आया हुआ है, वह अभी संदिग्ध है। अभी उसकी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
सीएमओ बिलासपुर डॉ. प्रकाश दड़ोच का कहना है युवक जो साउथ कोरिया से आया था, संदिग्ध है। उसके पूरे परिवार की जांच करवाई गई है। हालांकि किसी को भी लक्षण नहीं पाए गए हैं। इसके अलावा गांव में भी चिकित्सकों की टीम भेजी गई थी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह कोरोना वायरस की फैलाई जा रही भ्रांतियों पर विश्वास न करें और अगर किसी भी तरह की कोई परेशानी है तो स्वास्थ्य विभाग को संपर्क करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। वायरस के लक्षण पाए जाने पर मरीजों के लिए बिलासपुर में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर भी पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह के मामले से निपटने के लिए तैयारियों पूरी कर ली गई हैं। डॉ.दड़ोच ने कहा कि वीरेंद्र कुमार नामक युवक जो कि साउथ कोरिया से आया था, जिला बिलासपुर के चलैहली ग्राम पंचायत का रहने वाला है। स्वदेश लौटने के बाद उसने स्वेच्छा से कोरोना वायरस का टेस्ट करवाना चाहा, इसलिए विभाग ने उसे एंबुलेंस के माध्यम से शिमला आईजीएमसी भेजा है, जहां से उसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।डॉ दड़ोच ने लोगो को अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी ।
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