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शिमला ! कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश में बंद पड़े उद्योग धंधों को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्र से विशेष आर्थिक पैकेज की तुरंत मांग करें । उन्होंने कहा है कि कोविड 19 के चलते प्रदेश में पिछले पांच महीनों से उद्योग व व सभी प्रकार का व्यवसाय पूर्ण रूप से बन्द पड़े है। इसमें प्रमुख रूप में प्रदेश का होटल व्यवसाय, इससे जुड़े ट्रांसपोर्ट और एमएसएमआई अर्थात मध्यम एवं लघु उद्योग इंटरप्राइसेस है। राठौर ने कहा है कि सरकार ने लॉक डाउन के चलते इन उद्योगों को राहते देने की जो बड़ी बड़ी बातें कही थी,वह आजदिन तक कोई भी पूरी नही हुई है।उन्होंने कहा है कि उल्टे सरकार ने प्रदेश के लोगों से टैक्स बसूली पर ज्यादा जोर दे रखा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में न तो अब तक बेरोजगारी दूर करने के कोई सरकारी प्रयास हो रहें है और न ही कोई योजना बनाई जा रही है। राठौर ने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्हें ऐसा लगता है कि कोविड 19 की ही तरह प्रेदश सरकार भी आइसोलेशन में ही चली गई है,उसे न तो प्रदेश की ही कोई चिंता है और न ही लोगों की।उन्होंने कहा कि कोविड 19 के चलते प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप पड़ गई है।लोगों को अन्य बीमारियों का कोई उपयुक्त ईलाज नही मिल रहा है।प्रदेश में कोविड केंद्रों का बुरा हाल है।इन केंद्रों में कोई भी स्वास्थ्य उपचार की कोई भी व्यवस्था नही है।इनमें उपचार पा रहें संक्रमित लोग तनाव में आ कर आत्महत्या जैसा कदम उठा रहें है।डॉक्टर भी इनमें भारी खामियों के चलते सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहें है। राठौर ने कहा है कि बर्तमान सरकार के इस 33 माह के इस कार्यकाल में अस्पतालों में डॉक्टरों,नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी के चलते अव्यवस्था का आलम है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में सरकार लोगों के हित मे नही अपने राजनैतिक हित मे काम कर रही है।उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश में आम लोगों को राहत देने के लिए सभी प्रकार के टेक्स माफ़ करें।
शिमला ! कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश में बंद पड़े उद्योग धंधों को पुनर्जीवित करने के लिए केंद्र से विशेष आर्थिक पैकेज की तुरंत मांग करें । उन्होंने कहा है कि कोविड 19 के चलते प्रदेश में पिछले पांच महीनों से उद्योग व व सभी प्रकार का व्यवसाय पूर्ण रूप से बन्द पड़े है। इसमें प्रमुख रूप में प्रदेश का होटल व्यवसाय, इससे जुड़े ट्रांसपोर्ट और एमएसएमआई अर्थात मध्यम एवं लघु उद्योग इंटरप्राइसेस है।
राठौर ने कहा है कि सरकार ने लॉक डाउन के चलते इन उद्योगों को राहते देने की जो बड़ी बड़ी बातें कही थी,वह आजदिन तक कोई भी पूरी नही हुई है।उन्होंने कहा है कि उल्टे सरकार ने प्रदेश के लोगों से टैक्स बसूली पर ज्यादा जोर दे रखा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में न तो अब तक बेरोजगारी दूर करने के कोई सरकारी प्रयास हो रहें है और न ही कोई योजना बनाई जा रही है।
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राठौर ने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्हें ऐसा लगता है कि कोविड 19 की ही तरह प्रेदश सरकार भी आइसोलेशन में ही चली गई है,उसे न तो प्रदेश की ही कोई चिंता है और न ही लोगों की।उन्होंने कहा कि कोविड 19 के चलते प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप पड़ गई है।लोगों को अन्य बीमारियों का कोई उपयुक्त ईलाज नही मिल रहा है।प्रदेश में कोविड केंद्रों का बुरा हाल है।इन केंद्रों में कोई भी स्वास्थ्य उपचार की कोई भी व्यवस्था नही है।इनमें उपचार पा रहें संक्रमित लोग तनाव में आ कर आत्महत्या जैसा कदम उठा रहें है।डॉक्टर भी इनमें भारी खामियों के चलते सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहें है।
राठौर ने कहा है कि बर्तमान सरकार के इस 33 माह के इस कार्यकाल में अस्पतालों में डॉक्टरों,नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ की भारी कमी के चलते अव्यवस्था का आलम है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में सरकार लोगों के हित मे नही अपने राजनैतिक हित मे काम कर रही है।उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश में आम लोगों को राहत देने के लिए सभी प्रकार के टेक्स माफ़ करें।
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