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बैजनाथ ! हिमाचल प्रदेश करूणामूलक संघ आज एक बार फिर वन मंत्री राकेश पठानिया से बैजनाथ जनमंच में मिला व अपनी मांगे ज्ञापना के माध्यम से रखी । इस दौरान हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ के उपाध्यक्ष अजय कुमार व अन्य सदस्य सुमित कुमार , शेखर ,राहुल कुमार , रजत कुमार इत्यादि मौजूद रहे । करूणामुलक आधार पर नौकरी देने के मामलों पर अभी सरकार से सिर्फ आश्वासन ही मिले है जबकि सरकार के पास विभिन्न विभागों, बोर्ड, निगमों में लगभग 4500 मामले है प्रभावित परिवार करीब 15 साल से नौकरी का इंतजार कर रहें है उन्होने बताया कि विभागों में कर्मचारी की सेवा के दौरान मृत्यु होने के बाद आश्रित परिवार दर दर की ठोंकरें खाने को मजबुर है और हर रोज कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है लेकिन अशवाशनों के सिवा आज दिन तक कुछ हाथ नही लगा है करूणामुलक आश्रितों का कहना है कि उनके परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी नही करता है इन के परिवारों की आर्थिक स्थिती अच्छी नही है सभी करूणामुलक आश्रितों की तरफ से करुणामूलक संघ ने हिमाचल सरकार से गुहार लगाई है कि प्रदेश सरकार इन मामलों को जल्द से जल्द निपटाये ! करुणामूलक संघ ने कहा है करुणामूलक आधार पर नोकरी के लिए one time relaxation के तहत सभी पदों को एक साथ भरने की कृपा करें व करूणामूलक आधार पर दी जाने वाली नौकरीयो से आय का दायरा हटाये जाने की मांग की और कहा गया कि पेंशन व अन्य भतो को सालाना इनकम में ना जोडा जाये और 5% कोटे की शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ताकि विभिन्न विभाग अपने तोर पर नोकरियाँ दे सकें तथा आश्रितों को शेक्षणिक योग्यता के अनुसार विभिन्न श्रणीयों मैं नोकरियाँ दी जाए !
बैजनाथ ! हिमाचल प्रदेश करूणामूलक संघ आज एक बार फिर वन मंत्री राकेश पठानिया से बैजनाथ जनमंच में मिला व अपनी मांगे ज्ञापना के माध्यम से रखी । इस दौरान हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ के उपाध्यक्ष अजय कुमार व अन्य सदस्य सुमित कुमार , शेखर ,राहुल कुमार , रजत कुमार इत्यादि मौजूद रहे ।
करूणामुलक आधार पर नौकरी देने के मामलों पर अभी सरकार से सिर्फ आश्वासन ही मिले है जबकि सरकार के पास विभिन्न विभागों, बोर्ड, निगमों में लगभग 4500 मामले है प्रभावित परिवार करीब 15 साल से नौकरी का इंतजार कर रहें है उन्होने बताया कि विभागों में कर्मचारी की सेवा के दौरान मृत्यु होने के बाद आश्रित परिवार दर दर की ठोंकरें खाने को मजबुर है और हर रोज कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है लेकिन अशवाशनों के सिवा आज दिन तक कुछ हाथ नही लगा है करूणामुलक आश्रितों का कहना है कि उनके परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी नही करता है इन के परिवारों की आर्थिक स्थिती अच्छी नही है सभी करूणामुलक आश्रितों की तरफ से करुणामूलक संघ ने हिमाचल सरकार से गुहार लगाई है कि प्रदेश सरकार इन मामलों को जल्द से जल्द निपटाये !
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करुणामूलक संघ ने कहा है करुणामूलक आधार पर नोकरी के लिए one time relaxation के तहत सभी पदों को एक साथ भरने की कृपा करें व करूणामूलक आधार पर दी जाने वाली नौकरीयो से आय का दायरा हटाये जाने की मांग की और कहा गया कि पेंशन व अन्य भतो को सालाना इनकम में ना जोडा जाये और 5% कोटे की शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ताकि विभिन्न विभाग अपने तोर पर नोकरियाँ दे सकें तथा आश्रितों को शेक्षणिक योग्यता के अनुसार विभिन्न श्रणीयों मैं नोकरियाँ दी जाए !
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