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शिमला। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हम सबको एक होना होगा। साथ ही उन्होंने कुछ लोगों द्वारा समाज में नफरत और हिंसा फैलाने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि देश के सामने आज एक बहुत बड़ी चुनौती आन पड़ी है। यह एक संग्राम से कम नहीं है, इसलिए अगर कोई आपसी मतभेद भी है तो उन्हें भूलाकर सभी को एकजुट होकर इसे हराना है। समाज में किसी भी प्रकार का कोई भी मतभेद या द्वेष देश-प्रदेश के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से हमारी सुरक्षा में जुटे सभी लोगों डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ या सुरक्षा में जुटे सभी पुलिस कर्मियों को हमें पूरा सहयोग देना है ,तभी हम इस महामारी पर अपनी जीत हासिल कर सकते हैं। वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार से कहा लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के उन लोगों, श्रमिकों, बच्चों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाएं जो पिछले 21 दिनों के लॉकडाउन में प्रदेश के भविन्न स्थानों में फंसे पड़े हैं। सरकार को इन लोगों की स्वास्थ्य जांच के बाद इन्हें इनके घरों तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था निशुल्क करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बढ़ने की स्थिति में प्रदेश सरकार को किसानों और बागवानों के लिए अपने काम करने के लिए विशेष अनुमति देनी चाहिए। किसानों और बागवानों की पूरी आर्थिकी इन फसलों पर ही निर्भर है, इसलिए भविष्य की चुनोतियों को देखते हुए कुछ निर्णय प्रदेशहित में भी लेने से सरकार को कोई गुरेज नहीं करना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का विपरीत असर पड़ा है। इसलिए वह फिर से दोहराना चाहते हैं कि होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों, ट्रांसपोर्टरों, कारोबारियों को जिन्होंने बैंकों से लोन इत्यादि ले रखा है उन्हें इस अवधि का ब्याज माफ़ करते हुए उन्हें जो कमर्शियल रेट बिजली, पानी और अन्य कोई भी टेक्स देय होता है उसे प्रदेश सरकार को निरस्त कर देना चाहिए। इस गम्भीर चुनौती से निपटने के लिए सरकार को जनहित में ऐसे किसी भी फैसले से कोई गुरेज नहीं करना है जिससे लोगों का व्यवसाय या जीवन पुनः पटरी पर आसानी से आ सकें। वीरभद्र सिंह ने देश और प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस विपदा के समय जिस प्रकार से उन्होंने संयम और एकजुटता का प्रमाण दिया है, यह हमारे देश की संस्कृति और आपसी एकता को ओर भी मजबूत करता है। उन्होंने इस संक्रमण से लोगों की सुरक्षा में जुटे सभी लोगों, डॉक्टरों, मेडिकल टीमों, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मीडिया कर्मी और पुलिस स्टाफ की प्रसंसा करते हुए सरकार से इन सभी के लिए भी कोई विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग का भी पूरा समर्थन किया है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा है कि विश्वव्यापी कोरोना महामारी से लड़ने के लिए हम सबको एक होना होगा। साथ ही उन्होंने कुछ लोगों द्वारा समाज में नफरत और हिंसा फैलाने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वीरभद्र सिंह ने कहा कि देश के सामने आज एक बहुत बड़ी चुनौती आन पड़ी है। यह एक संग्राम से कम नहीं है, इसलिए अगर कोई आपसी मतभेद भी है तो उन्हें भूलाकर सभी को एकजुट होकर इसे हराना है। समाज में किसी भी प्रकार का कोई भी मतभेद या द्वेष देश-प्रदेश के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना से हमारी सुरक्षा में जुटे सभी लोगों डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ या सुरक्षा में जुटे सभी पुलिस कर्मियों को हमें पूरा सहयोग देना है ,तभी हम इस महामारी पर अपनी जीत हासिल कर सकते हैं।
वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार से कहा लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के उन लोगों, श्रमिकों, बच्चों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाएं जो पिछले 21 दिनों के लॉकडाउन में प्रदेश के भविन्न स्थानों में फंसे पड़े हैं। सरकार को इन लोगों की स्वास्थ्य जांच के बाद इन्हें इनके घरों तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था निशुल्क करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बढ़ने की स्थिति में प्रदेश सरकार को किसानों और बागवानों के लिए अपने काम करने के लिए विशेष अनुमति देनी चाहिए। किसानों और बागवानों की पूरी आर्थिकी इन फसलों पर ही निर्भर है, इसलिए भविष्य की चुनोतियों को देखते हुए कुछ निर्णय प्रदेशहित में भी लेने से सरकार को कोई गुरेज नहीं करना चाहिए।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर कोरोना का विपरीत असर पड़ा है। इसलिए वह फिर से दोहराना चाहते हैं कि होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों, ट्रांसपोर्टरों, कारोबारियों को जिन्होंने बैंकों से लोन इत्यादि ले रखा है उन्हें इस अवधि का ब्याज माफ़ करते हुए उन्हें जो कमर्शियल रेट बिजली, पानी और अन्य कोई भी टेक्स देय होता है उसे प्रदेश सरकार को निरस्त कर देना चाहिए। इस गम्भीर चुनौती से निपटने के लिए सरकार को जनहित में ऐसे किसी भी फैसले से कोई गुरेज नहीं करना है जिससे लोगों का व्यवसाय या जीवन पुनः पटरी पर आसानी से आ सकें।
वीरभद्र सिंह ने देश और प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस विपदा के समय जिस प्रकार से उन्होंने संयम और एकजुटता का प्रमाण दिया है, यह हमारे देश की संस्कृति और आपसी एकता को ओर भी मजबूत करता है। उन्होंने इस संक्रमण से लोगों की सुरक्षा में जुटे सभी लोगों, डॉक्टरों, मेडिकल टीमों, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मीडिया कर्मी और पुलिस स्टाफ की प्रसंसा करते हुए सरकार से इन सभी के लिए भी कोई विशेष आर्थिक पैकेज देने की मांग का भी पूरा समर्थन किया है।
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