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शिमला ! राज्य के कई निजी स्कूलों की फीस को लेकर अभिभभावकों को किए जा रहे मैसेज पर सख्त कदम सरकार ने उठाया है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने निजी स्कूलों को हिदायत देते हुए कहा है कि 30 अप्रैल तक फीस संबंधित कोई भी बात न की जाए, ऐसा करने पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएंग। सरकार ने शिक्षा विभाग को भी इस बाबत आदेश जारी कर उन स्कूलों के नाम नोट करने को कहा है, जो बार-बार फीस को लेकर अभिभावकों को परेशान कर रहे हैं। यही वजह है कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को फीस जल्द जमा करवाने के जारी किए गए फरमान पर शिक्षा विभाग के बाद अब सरकार ने भी संज्ञान लिया है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से पीडि़त है। हिमाचल भी इससे अछूता नहीं है, इसलिए हिमाचल प्रदेश के सभी निजी विद्यालयों को आदेश दिए जाते हैं कि आगामी आदेशों तक बच्चों से फीस की मांग न करें। उन्होंने कहा कि जो भी स्कूल फीस जमा करवाने के लिए अभिभावकों पर दवाब बनाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने जहां निजी स्कूलों को ई-मेल के माध्यम से चेतावनी दी है तो शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी यह आदेश निजी स्कूलों को जारी किए है कि कोरोना की इस संकट की घड़ी में सरकार के आगामी आदेशों तक निजी स्कूल किसी भी तरह की कोई फीस अभिभावकों ने नहीं लेंगे। शिमला से शिकायतें !! शिमला के कुछ निजी स्कूल फीस जमा करवाने को लेकर अभिभावकों को मैसेज कर रहे हैं। इसका विरोध अभिभावक लगातार कर रहे हैं और उन्होंने निजी स्कूलों की इस मनमानी पर रोक लगाने की मांग सरकार और शिक्षा विभाग के साथ ही उपायुक्त शिमला से की थी, जिस पर सरकार और शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया है। कहीं से भी एफिलिएटेड हों !! सरकार की ओर से प्रदेश के सभी निजी स्कूलों को चाहें वह सीबीएसई संबद्ध हों या फिर आईसीएससी या हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से एफिलिएटेड होें, सभी को आदेश जारी किए गए हैं कि स्कूल आगामी आदेशों तक किसी भी तरह की फीस अभिभावकों से नहीं वसूलेंगे। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से ये निर्देश सभी निजी स्कूलों को देने की बात कही गई है।
शिमला ! राज्य के कई निजी स्कूलों की फीस को लेकर अभिभभावकों को किए जा रहे मैसेज पर सख्त कदम सरकार ने उठाया है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने निजी स्कूलों को हिदायत देते हुए कहा है कि 30 अप्रैल तक फीस संबंधित कोई भी बात न की जाए, ऐसा करने पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएंग। सरकार ने शिक्षा विभाग को भी इस बाबत आदेश जारी कर उन स्कूलों के नाम नोट करने को कहा है, जो बार-बार फीस को लेकर अभिभावकों को परेशान कर रहे हैं।
यही वजह है कि निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को फीस जल्द जमा करवाने के जारी किए गए फरमान पर शिक्षा विभाग के बाद अब सरकार ने भी संज्ञान लिया है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से पीडि़त है। हिमाचल भी इससे अछूता नहीं है, इसलिए हिमाचल प्रदेश के सभी निजी विद्यालयों को आदेश दिए जाते हैं कि आगामी आदेशों तक बच्चों से फीस की मांग न करें। उन्होंने कहा कि जो भी स्कूल फीस जमा करवाने के लिए अभिभावकों पर दवाब बनाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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उच्च शिक्षा निदेशालय ने जहां निजी स्कूलों को ई-मेल के माध्यम से चेतावनी दी है तो शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी यह आदेश निजी स्कूलों को जारी किए है कि कोरोना की इस संकट की घड़ी में सरकार के आगामी आदेशों तक निजी स्कूल किसी भी तरह की कोई फीस अभिभावकों ने नहीं लेंगे।
शिमला से शिकायतें !!
शिमला के कुछ निजी स्कूल फीस जमा करवाने को लेकर अभिभावकों को मैसेज कर रहे हैं। इसका विरोध अभिभावक लगातार कर रहे हैं और उन्होंने निजी स्कूलों की इस मनमानी पर रोक लगाने की मांग सरकार और शिक्षा विभाग के साथ ही उपायुक्त शिमला से की थी, जिस पर सरकार और शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया है।
कहीं से भी एफिलिएटेड हों !!
सरकार की ओर से प्रदेश के सभी निजी स्कूलों को चाहें वह सीबीएसई संबद्ध हों या फिर आईसीएससी या हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से एफिलिएटेड होें, सभी को आदेश जारी किए गए हैं कि स्कूल आगामी आदेशों तक किसी भी तरह की फीस अभिभावकों से नहीं वसूलेंगे। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की ओर से ये निर्देश सभी निजी स्कूलों को देने की बात कही गई है।
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