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सुन्नी ! चाबा पावर हाउस के नजदीक सतलुज पर बने चाबा-शाकरा पुल को टूटे डेढ वर्ष से अधिक का समय हो गया है। पुल के पुनर्निर्माण के लिए स्थानीय जनता विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुकी है परंतु सिवाय आश्वासनों के लोगों को कुछ नहीं मिला। प्रधान समाज सेवा युवा मंडल शाकरा तथा सह प्रवक्ता भारतीय युवा मोर्चा करसोग धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि इस संबंध में स्थानीय जनता द्वारा सरकार से कई बार गुहार लगाई गई है। ग्राम पंचायत शाकरा, ग्राम पंचायत शकरोड़ी, ग्राम पंचायत बिंदला, ग्राम पंचायत चेबड़ी के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न महिला मंडल और युवक मंडल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात कर पुल को वाहन योग्य बनाने के लिए लिखित प्रस्ताव देकर आग्रह किया था जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने चाबा पुल को वाहन योग्य बनवाने का आश्वासन दिया था। परंतु अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि लोक निर्माण विभाग द्वारा झूला लगा दिया गया है जिसे पार करते वक्त कई लोगों की जान खतरे में फंस चुकी है। पुल टूटने के बाद विभिन्न पंचायतों के हजारों ग्रामीणों को रोज भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता सरकार से जल्द से जल्द पुल का निर्माण करने का आग्रह करती है यदि जल्द पुल निर्माण नहीं होता है तो जनता को मजबूरन जन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
सुन्नी ! चाबा पावर हाउस के नजदीक सतलुज पर बने चाबा-शाकरा पुल को टूटे डेढ वर्ष से अधिक का समय हो गया है। पुल के पुनर्निर्माण के लिए स्थानीय जनता विधायक से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुकी है परंतु सिवाय आश्वासनों के लोगों को कुछ नहीं मिला। प्रधान समाज सेवा युवा मंडल शाकरा तथा सह प्रवक्ता भारतीय युवा मोर्चा करसोग धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि इस संबंध में स्थानीय जनता द्वारा सरकार से कई बार गुहार लगाई गई है। ग्राम पंचायत शाकरा, ग्राम पंचायत शकरोड़ी, ग्राम पंचायत बिंदला, ग्राम पंचायत चेबड़ी के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न महिला मंडल और युवक मंडल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात कर पुल को वाहन योग्य बनाने के लिए लिखित प्रस्ताव देकर आग्रह किया था जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने चाबा पुल को वाहन योग्य बनवाने का आश्वासन दिया था। परंतु अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
हालांकि लोक निर्माण विभाग द्वारा झूला लगा दिया गया है जिसे पार करते वक्त कई लोगों की जान खतरे में फंस चुकी है। पुल टूटने के बाद विभिन्न पंचायतों के हजारों ग्रामीणों को रोज भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता सरकार से जल्द से जल्द पुल का निर्माण करने का आग्रह करती है यदि जल्द पुल निर्माण नहीं होता है तो जनता को मजबूरन जन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
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