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ऊना ! कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले रायपुर मैदान के दोहते डॉ. निखिल वासुदेवा ने देश भर में हिमाचल प्रदेश का नाम चमकाया है। दिल्ली के सुप्रसिद्ध वीएमएमसी तथा सफदरजंग अस्पताल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे डॉ. निखिल ने इंस्टीट्यूशन ऑफ नेशनल इंपोरटेंस कम्बाइंड एंट्रेंस टेस्ट (आईएनआईसीईटी) में देश भर में पहला स्थान किया है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा में पहला स्थान हासिल कर डॉ. निखिल वासुदेवा ने इतिहास रच दिया है। डॉ. निखिल वासुदेवा ने बताया कि अब वह एम्स दिल्ली से मेडिसन में एमडी करना चाहते हैं। वर्ष 2015 में नीट की परीक्षा में उन्होंने देश भर में 42वां स्थान हासिल किया था तथा उसके बाद उन्हें वीएमएमसी तथा सफदरजंग अस्पताल में एमबीबीएस के लिए दाखिला मिला था। डॉ. वासुदेवा ने कहा कि अपने सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। डॉ. निखिल वासुदेवा के पिता दिनेश कुमार पीईसीएल नंगल में कार्यरत हैं तथा माता रोमिता रानी का निधन लगभग पांच वर्ष पूर्व हुआ था। इस सदमे से उबरने के साथ-साथ उन्होंने नीट की परीक्षा में अच्छे हासिल अंक किए तथा एक प्रतिष्ठित संस्थान में जगह बनाई। डॉ. वासुदेवा की इंटरनशिप 31 दिसंबर को समाप्त होने जा रही है। डॉ. निखिल की कामयाबी से गौरवान्वित उनके पिता दिनेश कुमार ने बताया कि शुरू से ही वह मेधावी छात्र रहा है। जमा दो की परीक्षा कैप्टन अमोल कालिया स्कूल नया नंगल से की है तथा उनकी पुत्री एमएससी फिजिक्स में कर रही है।
ऊना ! कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले रायपुर मैदान के दोहते डॉ. निखिल वासुदेवा ने देश भर में हिमाचल प्रदेश का नाम चमकाया है। दिल्ली के सुप्रसिद्ध वीएमएमसी तथा सफदरजंग अस्पताल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे डॉ. निखिल ने इंस्टीट्यूशन ऑफ नेशनल इंपोरटेंस कम्बाइंड एंट्रेंस टेस्ट (आईएनआईसीईटी) में देश भर में पहला स्थान किया है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा में पहला स्थान हासिल कर डॉ. निखिल वासुदेवा ने इतिहास रच दिया है। डॉ. निखिल वासुदेवा ने बताया कि अब वह एम्स दिल्ली से मेडिसन में एमडी करना चाहते हैं। वर्ष 2015 में नीट की परीक्षा में उन्होंने देश भर में 42वां स्थान हासिल किया था तथा उसके बाद उन्हें वीएमएमसी तथा सफदरजंग अस्पताल में एमबीबीएस के लिए दाखिला मिला था। डॉ. वासुदेवा ने कहा कि अपने सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है।
डॉ. निखिल वासुदेवा के पिता दिनेश कुमार पीईसीएल नंगल में कार्यरत हैं तथा माता रोमिता रानी का निधन लगभग पांच वर्ष पूर्व हुआ था। इस सदमे से उबरने के साथ-साथ उन्होंने नीट की परीक्षा में अच्छे हासिल अंक किए तथा एक प्रतिष्ठित संस्थान में जगह बनाई। डॉ. वासुदेवा की इंटरनशिप 31 दिसंबर को समाप्त होने जा रही है। डॉ. निखिल की कामयाबी से गौरवान्वित उनके पिता दिनेश कुमार ने बताया कि शुरू से ही वह मेधावी छात्र रहा है। जमा दो की परीक्षा कैप्टन अमोल कालिया स्कूल नया नंगल से की है तथा उनकी पुत्री एमएससी फिजिक्स में कर रही है।
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