Bootstrap
  • हिमाचल टीवी !
    • यूट्यूब चैनल !
    • लाइव टीवी चैनल !
  • क्षेत्र चुनें !
    • सभी
    • अन्य
    • बिलासपुर
    • चंबा
    • हमीरपुर
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • लाहौल-स्पिति
    • मंडी
    • शिमला
    • सिरमौर
    • सोलन
    • उना
  • वीडियो !
  • मैं भी पत्रकार !
    • मैं भी पत्रकार !
    • डाउनलोड एंड्राइड ऐप !
    • डाउनलोड एप्पल ऐप !
    • विज्ञापन अपलोड करें !
  • शिकायत / सुझाव !
    • शिकायत समाधान अधिकारी !
    • शिकायत दर्ज करें !
    • सुझाव दे !
  • हमारे बारे में !
  • संपर्क करे !
  • हिमाचल टीवी !
    • यूट्यूब चैनल !
    • लाइव टीवी चैनल !
  • क्षेत्र चुनें !
      • सभी
      • अन्य
      • बिलासपुर
      • चंबा
      • हमीरपुर
      • काँगड़ा
      • किन्नौर
      • कुल्लू
      • लाहौल-स्पिति
      • मंडी
      • शिमला
      • सिरमौर
      • सोलन
      • उना

      Khabar Himachal Se

      मंडी ! *मुख्यमंत्री आपदा में खेल रहे  लुक्का-छिपी : जयराम ठाकुर !

      Khabar Himachal Se

      शिमला ! सचिवालय पर्यवेक्षक, चालक एवं लघुकर्मशाला संघ द्वारा सचिवालय परिसर में किया गया भण्डारे का आयोजन !

      Khabar Himachal Se

      शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

      Khabar Himachal Se

      सिरमौर ! आयुर्वेद दिवस पर हुई भगवान धन्वंतरि की पूजा एवं हवन। प्रकृति परीक्षण से अब उपचार कर रहा आयुर्वेद !

  • वीडियो !
    • खबर हिमाचल से ,वीडियो

      शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      सिरमौर ! आयुर्वेद दिवस पर हुई भगवान धन्वंतरि की पूजा एवं हवन। प्रकृति परीक्षण से अब उपचार कर रहा आयुर्वेद !

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      सोलन ! आयुर्वेद दिवस पर सोलन आयुर्वेदिक अस्पताल में चलाया गया स्वास्थ्य शिविर,पौधारोपण, और स्वच्छता अभियान !

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      शिमला ! केंद्र ने हिमाचल को नहीं दी कोई खैरात, आपदा में नहीं मिली जरूरत के मुताबिक मदद !

      खबर हिमाचल से ,वीडियो

      हमीरपुर ! विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ने चौगान की सफाई एवं सौंदर्यकरण हेतु मशीन चौगान मैदान में करवाई उपलब्ध !

  • मैं भी पत्रकार !
    • मैं भी पत्रकार !
    • डाउनलोड एंड्राइड ऐप !
    • डाउनलोड एप्पल ऐप !
    • विज्ञापन अपलोड करें !
  • शिकायत / सुझाव !
    • शिकायत समाधान अधिकारी !
    • शिकायत दर्ज करें !
    • सुझाव दे !
  • हमारे बारे में !
  • संपर्क करे !
खोजें

अभी प्रचलित

  • बिलासपुर ! जिला बिलासपुर के सभी विभागाध्यक्ष बनेंगे निक्षय मित्र: उपायुक्त !
  • मंडी ! *मुख्यमंत्री आपदा में खेल रहे  लुक्का-छिपी : जयराम ठाकुर !
  • शिमला ! सचिवालय पर्यवेक्षक, चालक एवं लघुकर्मशाला संघ द्वारा सचिवालय परिसर में किया गया भण्डारे का आयोजन !
  • शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।
  • सिरमौर ! आयुर्वेद दिवस पर हुई भगवान धन्वंतरि की पूजा एवं हवन। प्रकृति परीक्षण से अब उपचार कर रहा आयुर्वेद !
  • सोलन ! आयुर्वेद दिवस पर सोलन आयुर्वेदिक अस्पताल में चलाया गया स्वास्थ्य शिविर,पौधारोपण, और स्वच्छता अभियान !
  • शिमला ! केंद्र ने हिमाचल को नहीं दी कोई खैरात, आपदा में नहीं मिली जरूरत के मुताबिक मदद !
  • हमीरपुर ! विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ने चौगान की सफाई एवं सौंदर्यकरण हेतु मशीन चौगान मैदान में करवाई उपलब्ध !
  • बिलासपुर ! जिला में मनाया गया आयुर्वेदिक दिवस, विभाग ने स्वास्थ्य और पोषण के प्रति लोगों को किया जागरूक !
  • !! राशिफल 23 सितंबर 2025 मंगलवार !!
  • बिलासपुर ! गोविंद सागर झील बिलासपुर में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज पुनः शुरु !
  • चम्बा ! तीन दिवसीय जिला स्तरीय शिल्प एवं बुनकर जागरूकता मेले का हुआ समापन !
  • शिमला ! युग हत्याकांड में फांसी की सजा को हाई कोर्ट ने उम्रकैद में बदला,परिजन फैसले से नाराज !
  • चम्बा ! एनडीआरएफ और गोताखोर की टीम के रही रावी नदी में गुम हुई लड़की की तलाश !
  • चम्बा ! एनडीआरएफ और गोताखोर की टीम के रही रावी नदी में गुम हुई लड़की की तलाश !
  • चम्बा ! पानी की खपत को लेकर किया जाएगा बड़ा बदलाव, जिलाभर में लगाए जाएंगे पानी के मीटर !
  • कांगड़ा ! ढलियारा मोड ट्रक हुआ दुर्घटनाग्रस्त,पहले एचआरटीसी से टकराया फिर मोड पर पलटा !
  • शिमला ! रेलिंग को तोड़ते हुए सड़क से नीचे गिरा सीमेंट से भरा ट्रक !
  • कुल्लू ! 2023 की आपदा के बाद प्रभावी कदम उठाने की बजाय सोई रही सरकार : जयराम ठाकुर !
  • शिमला ! हिमाचल में सेब कारोबार संकट में, बागवानों की मदद को सरकार लोन ले- हरीश चौहान !
और अधिक खबरें

मंडी ! *मुख्यमंत्री आपदा में खेल रहे  लुक्का-छिपी : जयराम ठाकुर !

September 23, 2025 @ 09:04 pm

शिमला ! सचिवालय पर्यवेक्षक, चालक एवं लघुकर्मशाला संघ द्वारा सचिवालय परिसर में किया गया भण्डारे का आयोजन !

September 23, 2025 @ 08:57 pm

शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

September 23, 2025 @ 07:58 pm

सिरमौर ! आयुर्वेद दिवस पर हुई भगवान धन्वंतरि की पूजा एवं हवन। प्रकृति परीक्षण से अब उपचार कर रहा आयुर्वेद !

September 23, 2025 @ 07:55 pm
होम Khabar Himachal Seकरसोग ! हिमाचल का पारंपरिक वाद्य यंत्र (धनोटू) विलुप्त होने की कगार पर !
  • खबर हिमाचल से ,Video

करसोग ! हिमाचल का पारंपरिक वाद्य यंत्र (धनोटू) विलुप्त होने की कगार पर !

द्वारा
पियूष शर्मा -
मंडी ( मंडी ) - August 7, 2020 @ 08:39 pm
0

- विज्ञापन (Article Top Ad) -

करसोग ! जब मोती राम अपना धनोटू लेकर उस पर तान छोड़ते हैं तो दुनिया के सारे गम भूल जाते हैं. भरी जवानी में मोती राम की आंखों का रोशनी चली गयी. उसके पास सहारा बचा धनोटू. धनोटू एक प्राचीन पारंपरिक वाद्ययंत्र है. हिमाचल प्रदेश में स्ट्रिंग वाद्ययंत्रों की बहुत कमी रही है. प्रदेश के कुछ इलाकों में इनका बजाया जाता है. म्युजिकल हैरिटेज ऑफ इंडिया की लेखिका मनोरमा शर्मा लिखती हैं कि केवल एकतारा, दोतारा, रुकना, धनोटू और सारंगी यहां देखने को मिलते हैं. एकतारा व सारंगी भ्रतारी हरी व गुगा गाथा में जोगी बजाते हैं और रुआना भरमौर का गद्दी समुदाय आईचेली व मुसायदा गान में बजाते हैं वहीं धनोटू मंडी इलाका में बजाया जाता है. मोती राम की उम्र साठ साल के पार हो चुकी है. करसोग के नलवाड़ मेलों की कभी सान रहे मोती राम अब घर पर बैठने को मजबूर हो. कई तरह की बीमारियों ने उनको घेर लिया है. लेकिन धनोटू ने उनका साथ नहीं छोड़ा. उनका चिंता है की नौजवान पीढी टीवी और मोबाइल में फंस गयी है और पारंपरिक वाद्य यंत्रों में कोई रुचि नहीं दिखा रही. क्या है धनोटू धनोटू एक प्राचीन वाद्ययंत्र है। यह बहुत ही अनूठा और रोमांचकारी घर्षण वाद्ययंत्र है। यूरोपियन वायलिन और सारंगी सदृश चार तार वाला खोखला वाद्ययंत्र है। इसे गोद में बायीं ओर रखकर इसके ऊपरी तंग भाग को बायें हाथ के अंगूठे और तर्जनी उंगली से थामकर तथा शरीर से टिकाकर दायें हाथ में धनुषनुमा यंत्र को धनोटू की तारों पर रगड़कर इन तारों को बायें हाथ की शेष तीन उंगलियो से क्रम में हलका दबाव बनाकर बजाया जाता है।. इस धनुष में कहीं घोड़े की पूंछ के बाल तो कहीं बकरी की आंत की डोर का इस्तेमाल होता है. इस को बनाने के लिये बुरांस के पेड़ की लकड़ी की प्रयोग होता है. धनोटू की सुरीली और रहस्यमयी आबाज विशेषकर घर्षण से ही निकलती है। धनोटू की कंपन से निकलने वाली धुन लोगों को दीवाना बना देती है। शिकारी देवी की कृपा से मानी जाती है धनोटू की उत्पत्ति मोती राम जी कहते हैं कि यह शिकारी माता का वाद्य यंत्र है. इसके बारे में कहानी प्रचलित है कि एक बुजुर्ग दंपत्ति की छह संतान थी जिनके आगे बच्चे नहीं हो रहे थे. बुढी माता शिकारी देवी की यात्रा पर गयी और बच्चों के लिये संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी. लेकिन कहते हैं बुढी माता को ही एक बच्चा हो गया. उसकी संतानों ने उसका बहुत लाड़प्यैर से पाला. उसके कहीं बाहर नहीं जाने देते थे. लेकिन वह बार बार शिकारी माता की तरफ भागता था. एक बार वह वहां पहुंच गया तो उसने शिकारी से वर मांगा कि इसके कुछ ऐसा दे जो जीवन भर उसके साथ रहे. तो शिकारी माता ने उसे एक वाद्य यंत्र सौंपा जिसको धनोटू रहता हैं. इसका अन्य स्थानीय नाम किन्दरी है. कहते हैं जब भी वह लड़का इसको बजाता था तो जंगल के तमाम पक्षी व जानवर इसको सुनने आते थे. मोती राम ने भी जब पहला धनोटू अपने हाथ से बनाया था तो वह शिकारी माता के दरबार आशीर्वाद लेने गये और एक बकरे की भेंट दी. शिकारी माता से प्रार्थना की कि माता इस बेजान लकड़ी में अपने सुरों की जान फूंक. मोती राम ने पचास साल पहले यह वाद्य यंत्र बनाया था. इसकी प्रेरणा उनको अपने पिता जी से मिली थी जो खुद इसको बजाते थे. वह जो वाद्य यंत्र लाये थे वह किन्नोर से मिला था. मोतीराम ने धनोटू पर पितल व एलुमिनियम से दो चित्र उकेरा है वह शिकारी माता का प्रतिरुप है. भाषा व सांस्कृतिक विभाग को दिये दो यंत्र मोती राम जी भाषा व सांस्कृतिक विभाग के स्वर्गीय अधिकारी पंडित जवाला प्रकाश व हंसराज को याद करते हुये कहते हैं उन्होंने मुझे बुलाया था, मैंने शिमला के तीन दफ्तर देखे हैं. हम कई कई दिन पंडित जी के घर रिहर्सल करते थे. मैंने विभाग को दो धनोटू बना कर दिये थे. उसके बदले में भाषा विभाग ने उस समय 1200 रुपये का मानदेय प्रदान किया था. लेकिन अब कोई रुचि नहीं ले रहा है. वह लोग भले थे. अब कोई नहीं सूध ले रहा. एक यंत्र को बनाने में एक हफ्ता भर वग जाता है. कुरुक्षेत्र के शोद्धार्थी गगनदीप का कहना है कि करसाेग के भडारनू गांव के नेत्रहीन मोती राम जो धनोटू नामक पहाड़ी संगीत यंत्र के इकलौते वादक है। मोतीराम आज घोर आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। समय रहते अगर इस परंपरा का अगर संरक्षण नहीं किया गया तो हिमाचल की यह सुरीली विरासत लुप्त हो सकती है. सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जन कल्याण मंच पांगणा के अध्यक्ष डाक्टर हिमेन्द्र बाली "हिम" और पुरातत्व चेतना संघ मंडी द्वारा पुरातत्व चेतना पुरस्कार से सम्मानित डाक्टर जगदीश शर्मा का कहना है कि यह चिंता का विषय है कि आज के भौतिक युग में हमारी संस्कृति का द्रुत गति से ह्रास हो रहा है। हमारे पारम्परिक वाद्ययंत्रों की मेले, त्योहार व धार्मिक समारोह के अतिरिक्त लोकानुरंजन में अंहम भूमिका रही है. देवोत्थान,देवनृत्य,देव शयन एवम् सांस्कारिक समारोह इन यंत्रों की अनुपस्थिति में श्रीहीन हैं।मोती राम जी नेत्र ज्योति के खो जाने के आघात के बावजूद भी अपने पारम्परिक दायित्व से जुड़े रहे हैं। बुजुर्गों की बपौती को जीवन की सांझ में ऐसी विकट स्थिति में भी सामान्य तौर पर सम्भालना किसी विलक्षणता से कम नहीं।अपनी संस्कृति से ऐसे अगाध प्रेमी को आज दो जून रोटी के लिए तड़फते देखना हमारी उदासीनता का प्रमाण है।यह तो निश्चित है कि धनोटू के बिरले वादक होने के बावजूद मोती राम को किसी दया की आवश्यकता नहीं है. परन्तु सभ्य कहे जाने वाले समाज के कितने लोगों ने दुर्लभ संस्कृति के संवाहक की शारीरिक अक्षमता और अभाव के घावों को देखकर सहायता के स्नेहिल हाथ बढ़ाए हैं। मोती राम की जीवटता व संस्कृति प्रेम को देखकर यह तो हमारा कर्तव्य बनता है कि कला संस्कृति भाषा विभाग को ऐसी दुर्लभ कला के दम तोड़ती दशा से अवगत कराए कि किस तरह ऐसी विधा के संवाहकों को आश्रय दे। मोती राम को सम्बन्धित विभाग शीघ्रातिशिघ्र वितीय सहायता प्रदान करें. चूकिं संस्कृति का उत्थान ही विकास का सम्भल है।

करसोग ! जब मोती राम अपना धनोटू लेकर उस पर तान छोड़ते हैं तो दुनिया के सारे गम भूल जाते हैं. भरी जवानी में मोती राम की आंखों का रोशनी चली गयी. उसके पास सहारा बचा धनोटू. धनोटू एक प्राचीन पारंपरिक वाद्ययंत्र है.

हिमाचल प्रदेश में स्ट्रिंग वाद्ययंत्रों की बहुत कमी रही है. प्रदेश के कुछ इलाकों में इनका बजाया जाता है. म्युजिकल हैरिटेज ऑफ इंडिया की लेखिका मनोरमा शर्मा लिखती हैं कि केवल एकतारा, दोतारा, रुकना, धनोटू और सारंगी यहां देखने को मिलते हैं. एकतारा व सारंगी भ्रतारी हरी व गुगा गाथा में जोगी बजाते हैं और रुआना भरमौर का गद्दी समुदाय आईचेली व मुसायदा गान में बजाते हैं वहीं धनोटू मंडी इलाका में बजाया जाता है.

- विज्ञापन (Article Inline Ad) -

मोती राम की उम्र साठ साल के पार हो चुकी है. करसोग के नलवाड़ मेलों की कभी सान रहे मोती राम अब घर पर बैठने को मजबूर हो. कई तरह की बीमारियों ने उनको घेर लिया है. लेकिन धनोटू ने उनका साथ नहीं छोड़ा. उनका चिंता है की नौजवान पीढी टीवी और मोबाइल में फंस गयी है और पारंपरिक वाद्य यंत्रों में कोई रुचि नहीं दिखा रही.

क्या है धनोटू

धनोटू एक प्राचीन वाद्ययंत्र है। यह बहुत ही अनूठा और रोमांचकारी घर्षण वाद्ययंत्र है। यूरोपियन वायलिन और सारंगी सदृश चार तार वाला खोखला वाद्ययंत्र है। इसे गोद में बायीं ओर रखकर इसके ऊपरी तंग भाग को बायें हाथ के अंगूठे और तर्जनी उंगली से थामकर तथा शरीर से टिकाकर दायें हाथ में धनुषनुमा यंत्र को धनोटू की तारों पर रगड़कर इन तारों को बायें हाथ की शेष तीन उंगलियो से क्रम में हलका दबाव बनाकर बजाया जाता है।. इस धनुष में कहीं घोड़े की पूंछ के बाल तो कहीं बकरी की आंत की डोर का इस्तेमाल होता है. इस को बनाने के लिये बुरांस के पेड़ की लकड़ी की प्रयोग होता है. धनोटू की सुरीली और रहस्यमयी आबाज विशेषकर घर्षण से ही निकलती है। धनोटू की कंपन से निकलने वाली धुन लोगों को दीवाना बना देती है।

शिकारी देवी की कृपा से मानी जाती है धनोटू की उत्पत्ति

मोती राम जी कहते हैं कि यह शिकारी माता का वाद्य यंत्र है. इसके बारे में कहानी प्रचलित है कि एक बुजुर्ग दंपत्ति की छह संतान थी जिनके आगे बच्चे नहीं हो रहे थे. बुढी माता शिकारी देवी की यात्रा पर गयी और बच्चों के लिये संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी. लेकिन कहते हैं बुढी माता को ही एक बच्चा हो गया. उसकी संतानों ने उसका बहुत लाड़प्यैर से पाला. उसके कहीं बाहर नहीं जाने देते थे. लेकिन वह बार बार शिकारी माता की तरफ भागता था. एक बार वह वहां पहुंच गया तो उसने शिकारी से वर मांगा कि इसके कुछ ऐसा दे जो जीवन भर उसके साथ रहे. तो शिकारी माता ने उसे एक वाद्य यंत्र सौंपा जिसको धनोटू रहता हैं. इसका अन्य स्थानीय नाम किन्दरी है. कहते हैं जब भी वह लड़का इसको बजाता था तो जंगल के तमाम पक्षी व जानवर इसको सुनने आते थे. मोती राम ने भी जब पहला धनोटू अपने हाथ से बनाया था तो वह शिकारी माता के दरबार आशीर्वाद लेने गये और एक बकरे की भेंट दी. शिकारी माता से प्रार्थना की कि माता इस बेजान लकड़ी में अपने सुरों की जान फूंक.

मोती राम ने पचास साल पहले यह वाद्य यंत्र बनाया था. इसकी प्रेरणा उनको अपने पिता जी से मिली थी जो खुद इसको बजाते थे. वह जो वाद्य यंत्र लाये थे वह किन्नोर से मिला था. मोतीराम ने धनोटू पर पितल व एलुमिनियम से दो चित्र उकेरा है वह शिकारी माता का प्रतिरुप है.

भाषा व सांस्कृतिक विभाग को दिये दो यंत्र

मोती राम जी भाषा व सांस्कृतिक विभाग के स्वर्गीय अधिकारी पंडित जवाला प्रकाश व हंसराज को याद करते हुये कहते हैं उन्होंने मुझे बुलाया था, मैंने शिमला के तीन दफ्तर देखे हैं. हम कई कई दिन पंडित जी के घर रिहर्सल करते थे. मैंने विभाग को दो धनोटू बना कर दिये थे. उसके बदले में भाषा विभाग ने उस समय 1200 रुपये का मानदेय प्रदान किया था. लेकिन अब कोई रुचि नहीं ले रहा है. वह लोग भले थे. अब कोई नहीं सूध ले रहा. एक यंत्र को बनाने में एक हफ्ता भर वग जाता है.

कुरुक्षेत्र के शोद्धार्थी गगनदीप का कहना है कि करसाेग के भडारनू गांव के नेत्रहीन मोती राम जो धनोटू नामक पहाड़ी संगीत यंत्र के इकलौते वादक है। मोतीराम आज घोर आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। समय रहते अगर इस परंपरा का अगर संरक्षण नहीं किया गया तो हिमाचल की यह सुरीली विरासत लुप्त हो सकती है.

सुकेत संस्कृति साहित्य एवं जन कल्याण मंच पांगणा के अध्यक्ष डाक्टर हिमेन्द्र बाली "हिम" और पुरातत्व चेतना संघ मंडी द्वारा पुरातत्व चेतना पुरस्कार से सम्मानित डाक्टर जगदीश शर्मा का कहना है कि यह चिंता का विषय है कि आज के भौतिक युग में हमारी संस्कृति का द्रुत गति से ह्रास हो रहा है। हमारे पारम्परिक वाद्ययंत्रों की मेले, त्योहार व धार्मिक समारोह के अतिरिक्त लोकानुरंजन में अंहम भूमिका रही है. देवोत्थान,देवनृत्य,देव शयन एवम् सांस्कारिक समारोह इन यंत्रों की अनुपस्थिति में श्रीहीन हैं।मोती राम जी नेत्र ज्योति के खो जाने के आघात के बावजूद भी अपने पारम्परिक दायित्व से जुड़े रहे हैं। बुजुर्गों की बपौती को जीवन की सांझ में ऐसी विकट स्थिति में भी सामान्य तौर पर सम्भालना किसी विलक्षणता से कम नहीं।अपनी संस्कृति से ऐसे अगाध प्रेमी को आज दो जून रोटी के लिए तड़फते देखना हमारी उदासीनता का प्रमाण है।यह तो निश्चित है कि धनोटू के बिरले वादक होने के बावजूद मोती राम को किसी दया की आवश्यकता नहीं है. परन्तु सभ्य कहे जाने वाले समाज के कितने लोगों ने दुर्लभ संस्कृति के संवाहक की शारीरिक अक्षमता और अभाव के घावों को देखकर सहायता के स्नेहिल हाथ बढ़ाए हैं।

मोती राम की जीवटता व संस्कृति प्रेम को देखकर यह तो हमारा कर्तव्य बनता है कि कला संस्कृति भाषा विभाग को ऐसी दुर्लभ कला के दम तोड़ती दशा से अवगत कराए कि किस तरह ऐसी विधा के संवाहकों को आश्रय दे। मोती राम को सम्बन्धित विभाग शीघ्रातिशिघ्र वितीय सहायता प्रदान करें. चूकिं संस्कृति का उत्थान ही विकास का सम्भल है।

साझा

- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -

अगला लेख !! राशिफल 08 अगस्त 2020 शनिवार !!
पिछला लेख किन्नौर ! भावावैली को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं जा रहे !

- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -

लोकप्रिय खबरें/Popular News

बिलासपुर ! जिला बिलासपुर के सभी विभागाध्यक्ष बनेंगे निक्षय मित्र: उपायुक्त !

September 23, 2025 @ 07:30 pm

मंडी ! *मुख्यमंत्री आपदा में खेल रहे  लुक्का-छिपी : जयराम ठाकुर !

September 23, 2025 @ 09:04 pm

शिमला ! सचिवालय पर्यवेक्षक, चालक एवं लघुकर्मशाला संघ द्वारा सचिवालय परिसर में किया गया भण्डारे का आयोजन !

September 23, 2025 @ 08:57 pm

शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

September 23, 2025 @ 07:58 pm

- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -

वीडियो/Videos

खबर हिमाचल से ,वीडियो

शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

खबर हिमाचल से ,वीडियो

सिरमौर ! आयुर्वेद दिवस पर हुई भगवान धन्वंतरि की पूजा एवं हवन। प्रकृति परीक्षण से अब उपचार कर रहा आयुर्वेद !

खबर हिमाचल से ,वीडियो

सोलन ! आयुर्वेद दिवस पर सोलन आयुर्वेदिक अस्पताल में चलाया गया स्वास्थ्य शिविर,पौधारोपण, और स्वच्छता अभियान !

खबर हिमाचल से ,वीडियो

शिमला ! केंद्र ने हिमाचल को नहीं दी कोई खैरात, आपदा में नहीं मिली जरूरत के मुताबिक मदद !

- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -

ताज़ा खबरें/Latest News
  • सभी
  • अन्य
  • बिलासपुर
  • चंबा
  • हमीरपुर
  • काँगड़ा
  • किन्नौर
  • अधिक
    • अन्य
    • बिलासपुर
    • चंबा
    • हमीरपुर
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • लाहौल-स्पिति
    • मंडी
    • शिमला
    • सिरमौर
    • सोलन
    • उना

खबर हिमाचल से ,फोटो गैलरी

मंडी ! *मुख्यमंत्री आपदा में खेल रहे  लुक्का-छिपी : जयराम ठाकुर !

विशाल सूद-September 23, 2025 @ 09:04 pm

0
मंडी , 23 सितंबर [ विशाल सूद ] !  पूरा हिमाचल प्रदेश भयंकर आपदा के दौर से गुजर

शिमला ! सचिवालय पर्यवेक्षक, चालक एवं लघुकर्मशाला संघ द्वारा सचिवालय परिसर में किया गया भण्डारे का आयोजन !

September 23, 2025 @ 08:57 pm

शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

September 23, 2025 @ 07:58 pm

सिरमौर ! आयुर्वेद दिवस पर हुई भगवान धन्वंतरि की पूजा एवं हवन। प्रकृति परीक्षण से अब उपचार कर रहा आयुर्वेद !

September 23, 2025 @ 07:55 pm

सोलन ! आयुर्वेद दिवस पर सोलन आयुर्वेदिक अस्पताल में चलाया गया स्वास्थ्य शिविर,पौधारोपण, और स्वच्छता अभियान !

September 23, 2025 @ 07:51 pm
संबंधित लेख लेखक से और अधिक

खबर हिमाचल से ,फोटो गैलरी

मंडी ! *मुख्यमंत्री आपदा में खेल रहे  लुक्का-छिपी : जयराम ठाकुर !

खबर हिमाचल से

शिमला ! सचिवालय पर्यवेक्षक, चालक एवं लघुकर्मशाला संघ द्वारा सचिवालय परिसर में किया गया भण्डारे का आयोजन !

खबर हिमाचल से ,वीडियो

शिमला ! राष्ट्रीय आयुर्वेदिक दिवस पर शिमला में आयुर्वेद मंथन कार्यक्रम का आयोजन,हिमाचल को आयुर्वेदिक वेलनेस टूरिज्म का केंद्र बनाने की योजना।

साक्षात्कार और रिपोर्ट/Interviews & Reports

खबर हिमाचल से ,Video,रिपोर्ट और साक्षात्कार

लाहौल ! भुंतर भवन स्ट्रांग रूम में शिफ्ट की गई ईवीएम मशीनें !

खबर हिमाचल से ,Video,रिपोर्ट,रिपोर्ट और साक्षात्कार

मंडी की मुरारी धार को पर्यटन की दृष्टि से देश के मानचित्र पर लाने की जरूरत !

Video,रिपोर्ट और साक्षात्कार

ननखड़ी ! सरकार के दो साल का कार्यकाल पुरा होने पर हिम आधार लोक कला मंच ने चलाया जागरूकता अभियान।

Video,रिपोर्ट और साक्षात्कार

मंडी ! राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता है- लेखराज राणा !

- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -

रोजगार/Employment

  • चम्बा ! जिला रोजगार कार्यालय चम्बा द्वारा 16 व 17 अप्रैल को होगा कैंपस इंटरव्यू का आयोजन !

    April 7, 2025 @ 09:33 pm
  • शिमला ! राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, शिमला में रोज़गार मेले का किया आयोजन  ! 

    August 7, 2024 @ 09:27 pm
  • शिमला ! विदेश में नौकरी करने के लिए होने जा रहे हैं साक्षात्कार !   

    May 6, 2024 @ 06:24 pm

नतीजे/Results

  • हिमाचल ! बिजली बोर्ड को मिले 154 कनिष्ठ अभियंता, स्टाफ नर्स भर्ती का परिणाम घोषित !

    March 30, 2022 @ 12:23 pm
  • हमीरपुर ! इलेक्ट्रीशियन और रिस्टोरर के पदों के लिए ली गई परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित !

    January 4, 2022 @ 06:04 pm
  • हमीरपुर ! स्टोर कीपर पोस्ट कोड 878 की परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित !

    January 4, 2022 @ 11:29 am

मोबाइल एप्लिकेशन/Mobile App

प्रस्तावना !

#KhabarHimachalSe आपके सामने प्रस्तुत है एक सच्चे और ईमानदार प्रयास के साथ ! "खबर हिमाचल से" समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए सदैव प्रयतनशील है ! यह मात्र सामान्य न्यूज़ पोर्टल ही नहीं जो ख़बरें कापी पेस्ट करता रहेगा बल्कि जनता की आवाज़ को प्रदेश के हाकिमों तक पहुँचाने की लड़ाई भी लड़ेगा । "खबर हिमाचल से" किसी विभाग/ अधिकारी/ सरकार के उत्पीड़न के विरूद्ध जनता के साथ कन्धे से कन्धा मिला कर खड़ा नज़र आएगा।

"सबका स्थान, एक समान" - "हमारी शक्ति, आपका प्रोत्साहन" !

हमें संपर्क करें: [email protected]

हमारा अनुसरण करे ! !

© 2017 - 2025 Khabar Himachal Se
  • Privacy Policy
  • Rules & Regulation
  • हमारे बारे में !
  • विज्ञापन
  • संपर्क करे !