

अगर कोई हमसे गलती हुई है तो क्षमा करें देवी देवता* *सरकार को बयानबाजी के बजाय प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता* *मुख्यमंत्री राजनीति से बाहर निकले और अपनी जिम्मेदारी उठाएं* *क्या सुक्खू सरकार ने 2023 आपदा के लिए केंद्र से मिले पैसे आपदा प्रभावितों को दिए*
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कुल्लू , 05 सितंबर [ विशाल सूद ] : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज कुल्लू के अखाड़ा बाजार और इनर अखाड़ा बाजार के आपदा स्थल का दौरा किया और इस दुर्घटना के प्रभावितों से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में जान माल के नुकसान का दायरा बढ़ता जा रहा है। मानसून लगभग अपनी समाप्ति पर है लेकिन जाते-जाते उसने कुल्लू को कभी न भरने वाले जख्म दिए हैं। चम्बा और मंडीमें भी त्रासदी से भारी नुकसान हुआ है।अपने कुल्लू प्रवास के दौरान ही वह झींड़ी स्लाइडिंग पॉइंट, पारला तथा भुंतर के बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनका हाल चाल जाना ओ हौसला बढ़ाया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आपदा बहुत बड़ी सजा है। अगर हमसे कोई गलती हुई है तो देवता हमें क्षमा करें और अपनी कृपा हम पर बनाए रखें। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस आपदा में सरकार अपने काम से ज्यादा राजनीति कर रही है और मुख्यमंत्री का सारा ध्यान आपदा प्रभावितों को राहत देने की बजाय केंद्र सरकार को कोसने में लगा हुआ है। आपदा की मुश्किल घड़ी में मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी निभाने की वजह सोशल मीडिया में क्या चल रहा है इसकी बात कर रहे हैं। इस आपदा में बहुत नुकसान हुआ है और लोगों को जल्दी से जल्दी राहत पहुंचाने के लिए सरकार को अपने प्रयासों को और तेज करना होगा। 2023 की आपदा हमने कोई सबक नहीं लिया। पिछली आपदा के बाद यदि हमने प्रभावी कदम उठाए होते और बहुत सारे चिन्हित स्थानों पर काम किया होता तो आपदा के नुकसान को कुछ कम किया जा सकता था। दो साल से जहां कट लगे हैं वहीं लगे पड़े हैं, जहां मलबा पड़ा हुआ है वहीं पड़ा है। 2 साल से सरकार ने बहुत सारी जगह की कोई सुध ही नहीं ली। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार यह बताएं कि आपदा में उसने क्या किया? आपदा से निपटने की पहली जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है। हर काम के लिए केंद्र सरकार को कोसना कहां तक सही है? राज्य सरकार द्वारा जो भी कहा जा रहा है, केंद्र द्वारा तत्काल वह सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मणि महेश यात्रा में भी लोगों को निकालने के लिए सेना के हेलीकॉप्टर जी जान से जुटे है। केंद्र सरकार ने पिछली बार भी प्रदेश की पूरी मददकी। 05 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की आर्थिक सहायता प्रदेश को की गई। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सभी सांसदों के साथ मैं भी केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर हिमाचल की ज्यादा से ज्यादा सहायता करने और बार-बार आ रही आपदा के अध्ययन की गुजारिश की है। सरकार बताएं क्या 2023 में केंद्र सरकार द्वारा दी गई धनराशि आपदा प्रभावितों और आपदा से निपटने के इंतजामों के ऊपर ही खर्च की गई है? यह राजनीति का नहीं आपदा से निपटने और आपदा प्रभावितों को ज्यादा से ज्यादा और जल्दी से जल्दी मदद करने का समय है।इस मौके पर उनके साथ भाजपा के नेता महेश्वर सिंह, मंत्री गोबिंद ठाकुर, बंजारा विधायक सुरेंद्र शौरी, बल्ह विधायक इंद्र सिंह गांधी, कुल्लू भाजपा प्रत्याशी नरोत्तम ठाकुर समेत अन्य स्थानीय नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे।
कुल्लू , 05 सितंबर [ विशाल सूद ] : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आज कुल्लू के अखाड़ा बाजार और इनर अखाड़ा बाजार के आपदा स्थल का दौरा किया और इस दुर्घटना के प्रभावितों से मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में जान माल के नुकसान का दायरा बढ़ता जा रहा है।
मानसून लगभग अपनी समाप्ति पर है लेकिन जाते-जाते उसने कुल्लू को कभी न भरने वाले जख्म दिए हैं। चम्बा और मंडीमें भी त्रासदी से भारी नुकसान हुआ है।अपने कुल्लू प्रवास के दौरान ही वह झींड़ी स्लाइडिंग पॉइंट, पारला तथा भुंतर के बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनका हाल चाल जाना ओ हौसला बढ़ाया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आपदा बहुत बड़ी सजा है। अगर हमसे कोई गलती हुई है तो देवता हमें क्षमा करें और अपनी कृपा हम पर बनाए रखें।
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जय राम ठाकुर ने कहा कि इस आपदा में सरकार अपने काम से ज्यादा राजनीति कर रही है और मुख्यमंत्री का सारा ध्यान आपदा प्रभावितों को राहत देने की बजाय केंद्र सरकार को कोसने में लगा हुआ है। आपदा की मुश्किल घड़ी में मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी निभाने की वजह सोशल मीडिया में क्या चल रहा है इसकी बात कर रहे हैं। इस आपदा में बहुत नुकसान हुआ है और लोगों को जल्दी से जल्दी राहत पहुंचाने के लिए सरकार को अपने प्रयासों को और तेज करना होगा।
2023 की आपदा हमने कोई सबक नहीं लिया। पिछली आपदा के बाद यदि हमने प्रभावी कदम उठाए होते और बहुत सारे चिन्हित स्थानों पर काम किया होता तो आपदा के नुकसान को कुछ कम किया जा सकता था। दो साल से जहां कट लगे हैं वहीं लगे पड़े हैं, जहां मलबा पड़ा हुआ है वहीं पड़ा है। 2 साल से सरकार ने बहुत सारी जगह की कोई सुध ही नहीं ली।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार यह बताएं कि आपदा में उसने क्या किया? आपदा से निपटने की पहली जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है। हर काम के लिए केंद्र सरकार को कोसना कहां तक सही है? राज्य सरकार द्वारा जो भी कहा जा रहा है, केंद्र द्वारा तत्काल वह सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मणि महेश यात्रा में भी लोगों को निकालने के लिए सेना के हेलीकॉप्टर जी जान से जुटे है।
केंद्र सरकार ने पिछली बार भी प्रदेश की पूरी मददकी। 05 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की आर्थिक सहायता प्रदेश को की गई। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सभी सांसदों के साथ मैं भी केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर हिमाचल की ज्यादा से ज्यादा सहायता करने और बार-बार आ रही आपदा के अध्ययन की गुजारिश की है। सरकार बताएं क्या 2023 में केंद्र सरकार द्वारा दी गई धनराशि आपदा प्रभावितों और आपदा से निपटने के इंतजामों के ऊपर ही खर्च की गई है?
यह राजनीति का नहीं आपदा से निपटने और आपदा प्रभावितों को ज्यादा से ज्यादा और जल्दी से जल्दी मदद करने का समय है।इस मौके पर उनके साथ भाजपा के नेता महेश्वर सिंह, मंत्री गोबिंद ठाकुर, बंजारा विधायक सुरेंद्र शौरी, बल्ह विधायक इंद्र सिंह गांधी, कुल्लू भाजपा प्रत्याशी नरोत्तम ठाकुर समेत अन्य स्थानीय नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे।
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