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चम्बा ,19 अक्टूबर [ ज्योति ] !दयानंद एंग्लो वैदिक पब्लिक स्कूल चम्बा के चार शिक्षकों के साथ, विज्ञान संकाय 12वीं कक्षा के 50 छात्र-छात्राओं ने कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा का भ्रमण किया। इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा के प्रभारी डॉ राजीव रैणा भी उपस्थित रहे। कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा के वैज्ञानिक डॉक्टर केहर सिंह ठाकुर ने शिक्षकों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं का यहां पधारने पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने उपस्थित छात्र -छात्राओं को कृषि विज्ञान केंद्र की कार्य प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरे भारतवर्ष में 731 कृषि विज्ञान केंद्र कार्यरत हैं ,और हिमाचल प्रदेश में 13 कृषि विज्ञान केंद्र अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र कृषि विश्वविद्यालय और किसानों के बीच में एक कड़ी का काम कर रहा है। नई खोज को किसानों तक पहुंचाना और किसानों की समस्याओं को विश्वविद्यालय तक ले जाना यह कार्य कृषि विज्ञान केंद्र करता आ रहा है। कृषि क्षेत्र में क्या-क्या संभावनाएं हैं, इस विषय पर विस्तृत जानकारी उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को दी। डॉ सुशील धीमान ने छात्र-छात्राओं को मृदा परीक्षण की महत्वपूर्ण जानकारी दी। इसके साथ-साथ उपस्थित छात्र-छात्राओं ने पुरानी फसलों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। छात्र-छात्राओं को हानि प्रोसेसिंग के बारे में भी बताया गया। डॉक्टर जय चौधरी और डॉक्टर नेहा धीमान ने भगोत फॉर्म में स्थापित विभिन्न प्रदर्शित हिस्सों का भ्रमण करवाया और छात्र-छात्राओं को उद्यान और बीमारियों से संबंधित जानकारी दी। ऊषा ठाकुर ने बच्चों को प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी। उन्होनें बच्चों को बताया किस प्रकार किसानों को अब रासायनिक खादों से सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है। हम देसी गाय के गोबर से निर्मित खादों का प्रयोग खेतों में करने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ,19 अक्टूबर [ ज्योति ] !दयानंद एंग्लो वैदिक पब्लिक स्कूल चम्बा के चार शिक्षकों के साथ, विज्ञान संकाय 12वीं कक्षा के 50 छात्र-छात्राओं ने कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा का भ्रमण किया। इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा के प्रभारी डॉ राजीव रैणा भी उपस्थित रहे। कृषि विज्ञान केंद्र चम्बा के वैज्ञानिक डॉक्टर केहर सिंह ठाकुर ने शिक्षकों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं का यहां पधारने पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने उपस्थित छात्र -छात्राओं को कृषि विज्ञान केंद्र की कार्य प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरे भारतवर्ष में 731 कृषि विज्ञान केंद्र कार्यरत हैं ,और हिमाचल प्रदेश में 13 कृषि विज्ञान केंद्र अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र कृषि विश्वविद्यालय और किसानों के बीच में एक कड़ी का काम कर रहा है। नई खोज को किसानों तक पहुंचाना और किसानों की समस्याओं को विश्वविद्यालय तक ले जाना यह कार्य कृषि विज्ञान केंद्र करता आ रहा है। कृषि क्षेत्र में क्या-क्या संभावनाएं हैं, इस विषय पर विस्तृत जानकारी उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को दी। डॉ सुशील धीमान ने छात्र-छात्राओं को मृदा परीक्षण की महत्वपूर्ण जानकारी दी। इसके साथ-साथ उपस्थित छात्र-छात्राओं ने पुरानी फसलों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। छात्र-छात्राओं को हानि प्रोसेसिंग के बारे में भी बताया गया। डॉक्टर जय चौधरी और डॉक्टर नेहा धीमान ने भगोत फॉर्म में स्थापित विभिन्न प्रदर्शित हिस्सों का भ्रमण करवाया और छात्र-छात्राओं को उद्यान और बीमारियों से संबंधित जानकारी दी। ऊषा ठाकुर ने बच्चों को प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी। उन्होनें बच्चों को बताया किस प्रकार किसानों को अब रासायनिक खादों से सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है। हम देसी गाय के गोबर से निर्मित खादों का प्रयोग खेतों में करने को प्रोत्साहित कर रहे हैं।- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
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