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सोलन , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! केंद्र व प्रदेश सरकार की गरीबों के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अब मरीजो को क्षेत्रीय अस्पताल में नहीं मिल रहा है। इन योजनाओं के तहत सरकार की कई करोडो की देनदारिया बकाया है जिसके चलते अब अस्पताल प्रशासन को इस योजना के तहत ऑपरेशन के लिए मिलने वाला सामान व अन्य आवश्यक दवाये व अन्य चीजें कंपनी ने देने से इनकार कर दिया है। जिस से अब क्षेत्रीय अस्पताल मे मरीजो की उम्मीद यह योजनाएं सफेद हाथी साबित हो रहीं है। व मरीजो को भारी भरकम बिल चुका कर अपना ऑपरेशन व दवाये लेनी पड रहीं है। पीड़ित मरीजों हुक्म चंद ने बताया कि उनको यूरिन इन्फेक्शन हो गया है। वह करीब एक सप्ताह से अस्पताल में दाखिल है। व उनका ऑपरेशन भी हुआ है लेकिन उन्हें स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। व उनका भारी भरकम खर्च इलाज में हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह इन योजनाओं को सुचारू रखे । वहीं पीड़ित महिला के पति बलदेव ने बताया कि उनकी पत्नी का इलाज चल रहा है लेकिन उनका कार्ड नहीं चलाया गया है। जिस से उनका पैसा लग रहा है। व सरकारी योजनाओं से उन्हें इस विपरीत समय में वंचित रहना पड रहा है। वहीं पीड़ित महिला किरण के पति नरेन्द्र वर्मा ने बताया कि व किसान है व उनकी पत्नी का ऑपरेशन हुआ है उन्होंने स्वास्थ्य कार्ड बनवाये थे लेकिन उन्हें बीमारी के समय इस से वंचित रहना पड़ रहा है। व पैसो से सरकारी अस्पताल में इलाज करवाना पड रहा है। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एम एस राकेश पंवर ने बताया कि आयुष्मान व हिम केयर कार्ड से फिलहाल इलाज बंद है। सरकार की देनदारियों के चलते कंपनियों ने ऑपरेशन के लिए आवश्यक सामान व दवाइयां देना बंद कर दिया है उन्होंने कहा कि उन्होंने डायरेक्टर हेल्थ को इस बाबत जानकारी दे दी है। व इस समस्या के निराकरण के प्रयास किये जा रहे है। निश्चित तौर पर मरीजो के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाएं फिलहाल क्षेत्रीय अस्पताल सोलन मंे सफेद हाथी साबित हो रहीं है करीब एक माह पूर्व रोगी कल्याण समिति की बैठक में भी अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री से यह बात रखी थी लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ । जिसका नतीजा अब गरीब मरीजों को भुगतना पड रहा है। अब देखना यह होगा कि सरकार कब पीड़ित मानवता की सेवा में इस योजना को इस अस्पताल में देनदारियां पूर्ण कर शुरू कर पाती है।
सोलन , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! केंद्र व प्रदेश सरकार की गरीबों के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अब मरीजो को क्षेत्रीय अस्पताल में नहीं मिल रहा है। इन योजनाओं के तहत सरकार की कई करोडो की देनदारिया बकाया है जिसके चलते अब अस्पताल प्रशासन को इस योजना के तहत ऑपरेशन के लिए मिलने वाला सामान व अन्य आवश्यक दवाये व अन्य चीजें कंपनी ने देने से इनकार कर दिया है। जिस से अब क्षेत्रीय अस्पताल मे मरीजो की उम्मीद यह योजनाएं सफेद हाथी साबित हो रहीं है। व मरीजो को भारी भरकम बिल चुका कर अपना ऑपरेशन व दवाये लेनी पड रहीं है।
पीड़ित मरीजों हुक्म चंद ने बताया कि उनको यूरिन इन्फेक्शन हो गया है। वह करीब एक सप्ताह से अस्पताल में दाखिल है। व उनका ऑपरेशन भी हुआ है लेकिन उन्हें स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। व उनका भारी भरकम खर्च इलाज में हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह इन योजनाओं को सुचारू रखे । वहीं पीड़ित महिला के पति बलदेव ने बताया कि उनकी पत्नी का इलाज चल रहा है लेकिन उनका कार्ड नहीं चलाया गया है। जिस से उनका पैसा लग रहा है। व सरकारी योजनाओं से उन्हें इस विपरीत समय में वंचित रहना पड रहा है।
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वहीं पीड़ित महिला किरण के पति नरेन्द्र वर्मा ने बताया कि व किसान है व उनकी पत्नी का ऑपरेशन हुआ है उन्होंने स्वास्थ्य कार्ड बनवाये थे लेकिन उन्हें बीमारी के समय इस से वंचित रहना पड़ रहा है। व पैसो से सरकारी अस्पताल में इलाज करवाना पड रहा है।
क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के एम एस राकेश पंवर ने बताया कि आयुष्मान व हिम केयर कार्ड से फिलहाल इलाज बंद है। सरकार की देनदारियों के चलते कंपनियों ने ऑपरेशन के लिए आवश्यक सामान व दवाइयां देना बंद कर दिया है उन्होंने कहा कि उन्होंने डायरेक्टर हेल्थ को इस बाबत जानकारी दे दी है। व इस समस्या के निराकरण के प्रयास किये जा रहे है।
निश्चित तौर पर मरीजो के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाएं फिलहाल क्षेत्रीय अस्पताल सोलन मंे सफेद हाथी साबित हो रहीं है करीब एक माह पूर्व रोगी कल्याण समिति की बैठक में भी अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री से यह बात रखी थी लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ । जिसका नतीजा अब गरीब मरीजों को भुगतना पड रहा है। अब देखना यह होगा कि सरकार कब पीड़ित मानवता की सेवा में इस योजना को इस अस्पताल में देनदारियां पूर्ण कर शुरू कर पाती है।
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