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शिमला , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल विधानसभा में मानसून सत्र के पांचवें दिन नियम 67 के तहत लाई गई आपदा पर चर्चा का सरकार ने जवाब दिया. जैसे ही आपदा पर चर्चा का जवाब देने के लिए सरकार के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी सदन में खड़े हुए, तो विपक्ष के विधायक विरोध जताते हुए चुपचाप सदन से बाहर निकल आए. विपक्ष के विधायकों ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पर सदन के अंदर और बाहर दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा के प्रयोग का आरोप लगाया है. विपक्ष पहले ही राजस्व मंत्री के व्यवहार को लेकर सदन से वॉकआउट भी कर चुका है. साथ ही पूरे मॉनसून सत्र के दौरान राजस्व मंत्री के बायकॉट का भी ऐलान कर चुका है. सदन के बाहर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का अनादर करने और आपदा प्रभावितों का अपमान करने का आरोप लगाया. इस दौरान विपिन परमार ने राजस्व मंत्री को अपना व्यवहार सुधारने की भी नसीहत दी. भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में आई भयंकर प्राकृतिक आपदा पर विपक्ष की ओर से नियम 67 के तहत चर्चा लाई गई थी। इसका प्रस्ताव नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में लाया था। परमार ने कहा कि सरकार नियम 67 के तहत प्रस्ताव लाने में आनाकानी कर रही थी. लेकिन, विपक्ष के दबाव के बाद सदन में प्रस्ताव आया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रदेश में 375 मौतें हुईं, 527 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए और 2 हज़ार 128 घरों को नुकसान पहुंचा। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी और मंडी के सिराज में हुआ। विपिन सिंह परमार ने कहा कि सरकार की ओर से आपदा प्रभावित लोगों को तात्कालिक राहत नहीं मिली. बल्कि लोगों ने आगे आकर आपदा प्रभावितों को राहत बांटी। उन्होंने कहा कि भगवान के बाद सरकार होती है, लेकिन मुख्यमंत्री गंभीर नहीं हैं और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी में दुर्भावना है। परमार ने कहा कि जगत सिंह नेगी ने न केवल नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अनादर किया, बल्कि, आपदा प्रभावितों का भी अपमान किया। ऐसे में भाजपा विधायक दल ने तय किया है कि जब तक सत्र चलेगा, राजस्व मंत्री से न प्रश्न पूछे जाएंगे और न ही सदन में उनका वक्तव्य सुना जाएगा। इसको लेकर भाजपा विधायक दल ने शांति से सदन से वॉकआउट किया। इस दौरान उन्होंने कहा भाजपा के सभी विधायक संस्कारी हैं। साथ ही उन्होंने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को अपना व्यवहार सुधारने की भी नसीहत दी। वहीं, इस दौरान विपिन सिंह परमार ने कांग्रेस के "वोट चोर, गद्दी छोड़" कार्यक्रम पर भी निशाना साधा। विपिन सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस ने वर्षों तक देश को लुटा और आज भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रभारी के सामने ही दो गुटों में धक्का मुक्की हुई और पार्टी की आंतरिक गुटबाजी सामने आ गई. उन्होंने कहा कि देशभर में कांग्रेस खत्म हो गई है और हिमाचल में भी अपनी नीतियों के चलते खत्म होने वाली है.
शिमला , 22 अगस्त [ विशाल सूद ] ! हिमाचल विधानसभा में मानसून सत्र के पांचवें दिन नियम 67 के तहत लाई गई आपदा पर चर्चा का सरकार ने जवाब दिया. जैसे ही आपदा पर चर्चा का जवाब देने के लिए सरकार के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी सदन में खड़े हुए, तो विपक्ष के विधायक विरोध जताते हुए चुपचाप सदन से बाहर निकल आए.
विपक्ष के विधायकों ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पर सदन के अंदर और बाहर दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा के प्रयोग का आरोप लगाया है. विपक्ष पहले ही राजस्व मंत्री के व्यवहार को लेकर सदन से वॉकआउट भी कर चुका है. साथ ही पूरे मॉनसून सत्र के दौरान राजस्व मंत्री के बायकॉट का भी ऐलान कर चुका है.
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सदन के बाहर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का अनादर करने और आपदा प्रभावितों का अपमान करने का आरोप लगाया. इस दौरान विपिन परमार ने राजस्व मंत्री को अपना व्यवहार सुधारने की भी नसीहत दी.
भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में आई भयंकर प्राकृतिक आपदा पर विपक्ष की ओर से नियम 67 के तहत चर्चा लाई गई थी। इसका प्रस्ताव नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में लाया था। परमार ने कहा कि सरकार नियम 67 के तहत प्रस्ताव लाने में आनाकानी कर रही थी.
लेकिन, विपक्ष के दबाव के बाद सदन में प्रस्ताव आया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रदेश में 375 मौतें हुईं, 527 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए और 2 हज़ार 128 घरों को नुकसान पहुंचा। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी और मंडी के सिराज में हुआ।
विपिन सिंह परमार ने कहा कि सरकार की ओर से आपदा प्रभावित लोगों को तात्कालिक राहत नहीं मिली. बल्कि लोगों ने आगे आकर आपदा प्रभावितों को राहत बांटी। उन्होंने कहा कि भगवान के बाद सरकार होती है, लेकिन मुख्यमंत्री गंभीर नहीं हैं और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी में दुर्भावना है।
परमार ने कहा कि जगत सिंह नेगी ने न केवल नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अनादर किया, बल्कि, आपदा प्रभावितों का भी अपमान किया। ऐसे में भाजपा विधायक दल ने तय किया है कि जब तक सत्र चलेगा, राजस्व मंत्री से न प्रश्न पूछे जाएंगे और न ही सदन में उनका वक्तव्य सुना जाएगा।
इसको लेकर भाजपा विधायक दल ने शांति से सदन से वॉकआउट किया। इस दौरान उन्होंने कहा भाजपा के सभी विधायक संस्कारी हैं। साथ ही उन्होंने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को अपना व्यवहार सुधारने की भी नसीहत दी।
वहीं, इस दौरान विपिन सिंह परमार ने कांग्रेस के "वोट चोर, गद्दी छोड़" कार्यक्रम पर भी निशाना साधा। विपिन सिंह परमार ने कहा कि कांग्रेस ने वर्षों तक देश को लुटा और आज भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रभारी के सामने ही दो गुटों में धक्का मुक्की हुई और पार्टी की आंतरिक गुटबाजी सामने आ गई. उन्होंने कहा कि देशभर में कांग्रेस खत्म हो गई है और हिमाचल में भी अपनी नीतियों के चलते खत्म होने वाली है.
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