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चम्बा ! पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर अपने दृष्टि पत्र में शामिल किए गए कमेटी गठन के वायदे को सरकार एक तरह से भूल गई है। 2 वर्ष पहले 14 दिसंबर 2018 को जोरावर स्टेडियम में हजारों की संख्या में उपस्थित एनपीएस कर्मचारियों के बीच आकर शीघ्र कमेटी गठन का वायदा कर के मुख्यमंत्री अब तक अपना वायदा पूरा नहीं कर पाए हैं। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष सुनील जरयाल ने बताया कि केंद्र की अधिसूचना को भी सरकार लागू नहीं कर पाई है। जबकि केंद्र में मृत्यु एवं अपंगता पर पुरानी पेंशन योजना का लाभ 2009 से लागू कर दिया गया है। बजट सत्र के दौरान घोषित अधिसूचना लागू करना सरकार भूल चुकी है। जिसका खामियाजा आने वाले पंचायती राज चुनावों में रिटायर एवं सेवारत कर्मचारियों को भुगतना पड़ेगा। बताया कि अगर पंचायती राज चुनावों से पहले सरकार ने कमेटी गठन और केंद्र की अधिसूचना और 2003 से 2017 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों के लिए अधिसूचना लागू नहीं की तो कर्मचारी सरकार के लिए चुनावों के परिणाम संतोषजनक नहीं होंगे। महासंघ ने सभी भावी प्रत्याशियों से भी अपील की है कि जो पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई मे सहयोग देगा उनका ही साथ चुनावों में दिया जाएगा।
चम्बा ! पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर अपने दृष्टि पत्र में शामिल किए गए कमेटी गठन के वायदे को सरकार एक तरह से भूल गई है। 2 वर्ष पहले 14 दिसंबर 2018 को जोरावर स्टेडियम में हजारों की संख्या में उपस्थित एनपीएस कर्मचारियों के बीच आकर शीघ्र कमेटी गठन का वायदा कर के मुख्यमंत्री अब तक अपना वायदा पूरा नहीं कर पाए हैं। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष सुनील जरयाल ने बताया कि केंद्र की अधिसूचना को भी सरकार लागू नहीं कर पाई है। जबकि केंद्र में मृत्यु एवं अपंगता पर पुरानी पेंशन योजना का लाभ 2009 से लागू कर दिया गया है।
बजट सत्र के दौरान घोषित अधिसूचना लागू करना सरकार भूल चुकी है। जिसका खामियाजा आने वाले पंचायती राज चुनावों में रिटायर एवं सेवारत कर्मचारियों को भुगतना पड़ेगा। बताया कि अगर पंचायती राज चुनावों से पहले सरकार ने कमेटी गठन और केंद्र की अधिसूचना और 2003 से 2017 के बीच रिटायर हुए कर्मचारियों के लिए अधिसूचना लागू नहीं की तो कर्मचारी सरकार के लिए चुनावों के परिणाम संतोषजनक नहीं होंगे। महासंघ ने सभी भावी प्रत्याशियों से भी अपील की है कि जो पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई मे सहयोग देगा उनका ही साथ चुनावों में दिया जाएगा।
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