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चम्बा ! सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जनता को जागरुक होने की नितांत आवश्यक्ता है। जब तक आम जनमानस इसके प्रति जागरुक नहीं होगा तब तक सड़क दुर्घटनाओं को कम करना मुश्किल है। यह बात क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चम्बा ओंकार सिंह ने आज आर- सेटी( ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) बालू में प्रशिक्षुओं को सड़क सुरक्षा माह के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि सिर्फ सड़क सुरक्षा माह में ही नहीं बल्कि सदैव यातायात नियमों का पूरी तरह पालन करें। न सिर्फ खुद नियमों का पालन करें, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। अपने बच्चों को वाहन की चाबी देने से पूर्व उन्हें यातायात नियमों के बारे में पूरी जानकारी दें। नाबालिग बच्चों को किसी भी सूरत में वाहन न दें। उन्होंने कहा कि लोग दुर्घटना होने पर वीडियो तो बनाते हैं लेकिन मदद नहीं करते हैं जोकि सही नहीं है। लोगों में भ्रम है कि यदि हादसे में घायल हुए व्यक्ति की सहायता करेंगे तो उन्हें कानूनी प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ेगा। जबकि सत्यता यह है कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाने वाले से पुलिस या अस्पताल में कोई पूछताछ नहीं करता। ओंकार सिंह ने कहा कि यातायात नियमों के प्रति लोगों को सजग करने के उद्देश्य से समय- समय पर परिवहन विभाग द्वारा जागरुकता अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष सड़क सुरक्षा माह के तहत व्यापक स्तर पर जागरुकता फैलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस मौके पर आर-सेटी निदेशक सतीश कुमार के अलावा परिवहन विभाग चम्बा की समस्त टीम भी मौजूद रही।
चम्बा ! सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जनता को जागरुक होने की नितांत आवश्यक्ता है। जब तक आम जनमानस इसके प्रति जागरुक नहीं होगा तब तक सड़क दुर्घटनाओं को कम करना मुश्किल है। यह बात क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चम्बा ओंकार सिंह ने आज आर- सेटी( ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान) बालू में प्रशिक्षुओं को सड़क सुरक्षा माह के तहत आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि सिर्फ सड़क सुरक्षा माह में ही नहीं बल्कि सदैव यातायात नियमों का पूरी तरह पालन करें। न सिर्फ खुद नियमों का पालन करें, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
अपने बच्चों को वाहन की चाबी देने से पूर्व उन्हें यातायात नियमों के बारे में पूरी जानकारी दें। नाबालिग बच्चों को किसी भी सूरत में वाहन न दें। उन्होंने कहा कि लोग दुर्घटना होने पर वीडियो तो बनाते हैं लेकिन मदद नहीं करते हैं जोकि सही नहीं है। लोगों में भ्रम है कि यदि हादसे में घायल हुए व्यक्ति की सहायता करेंगे तो उन्हें कानूनी प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ेगा। जबकि सत्यता यह है कि दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाने वाले से पुलिस या अस्पताल में कोई पूछताछ नहीं करता।
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ओंकार सिंह ने कहा कि यातायात नियमों के प्रति लोगों को सजग करने के उद्देश्य से समय- समय पर परिवहन विभाग द्वारा जागरुकता अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष सड़क सुरक्षा माह के तहत व्यापक स्तर पर जागरुकता फैलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस मौके पर आर-सेटी निदेशक सतीश कुमार के अलावा परिवहन विभाग चम्बा की समस्त टीम भी मौजूद रही।
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