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चम्बा ! चम्बा जिला में इस बार मौसम की बेरुखी के चलते किसानों को उनकी फसल में काफी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। बारिश ना होने की वजह से लोग गेहूं की फसल की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं। पिछली बार भी मौसम की मार ने किसानों को मक्की की फसल में काफी नुक्सान पहुंचाया था। खेतों में नमी ना होने की वजह से किसानों को गेहूं का बीज बोने में काफी देरी हो रही है और अगर समय रहते बारिश नहीं हुई तो इस बार भी किसानों को गेहूं की फसल से भी हाथ धोना पड़ सकता है। कई जगह पर जिन जिन किसानों ने गेहूं के दाने अपने खेतों में बीज दिए हैं वहां पर बंदर उनकी बीज को चट कर रहे हैं। लेकिन कई स्थानों पर अभी तक भी लोगों ने खेतों में बिजाई का काम शुरू नहीं किया है। हालांकि नवंबर महीने में काफी हद तक गेहूं की फसल जमीन से बाहर निकल आती थी लेकिन मौसम की बेरुखी के चलते इस बार किसानों को यह मार झेलनी पड़ रही है। यहां के स्थानीय किसानों ने बताया कि बारिश ना होने की वजह से उनकी गेहूं की फसल को बिजने में काफी देरी हो रही है। उन्होंने बताया कि पिछली बार भी मौसम की खराबी के चलते उन्हें मक्की की फसल में काफी नुक्सान हुआ है और अगर समय रहते बारिश नहीं हुई तो इस बार गेहूं की फसल को भी काफी भारी नुक्सान होने की संभावना है।
चम्बा ! चम्बा जिला में इस बार मौसम की बेरुखी के चलते किसानों को उनकी फसल में काफी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। बारिश ना होने की वजह से लोग गेहूं की फसल की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं। पिछली बार भी मौसम की मार ने किसानों को मक्की की फसल में काफी नुक्सान पहुंचाया था। खेतों में नमी ना होने की वजह से किसानों को गेहूं का बीज बोने में काफी देरी हो रही है और अगर समय रहते बारिश नहीं हुई तो इस बार भी किसानों को गेहूं की फसल से भी हाथ धोना पड़ सकता है। कई जगह पर जिन जिन किसानों ने गेहूं के दाने अपने खेतों में बीज दिए हैं वहां पर बंदर उनकी बीज को चट कर रहे हैं। लेकिन कई स्थानों पर अभी तक भी लोगों ने खेतों में बिजाई का काम शुरू नहीं किया है। हालांकि नवंबर महीने में काफी हद तक गेहूं की फसल जमीन से बाहर निकल आती थी लेकिन मौसम की बेरुखी के चलते इस बार किसानों को यह मार झेलनी पड़ रही है।
यहां के स्थानीय किसानों ने बताया कि बारिश ना होने की वजह से उनकी गेहूं की फसल को बिजने में काफी देरी हो रही है। उन्होंने बताया कि पिछली बार भी मौसम की खराबी के चलते उन्हें मक्की की फसल में काफी नुक्सान हुआ है और अगर समय रहते बारिश नहीं हुई तो इस बार गेहूं की फसल को भी काफी भारी नुक्सान होने की संभावना है।
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