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बददी ! पंचायत चुनावों में इस बार वोटर लिस्ट तैयार करने पर बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। इसका ताजा मामला सोलन जिले की सूरजपुर पंचायत से सामने आया है। जो लोग कई बार पंचायत चुनावों में मतदान कर चुके हैं और इस बार भी प्रत्याशी भी हैं, उनके नाम मतदाता सूचियों से ही गायब हैं। ऐसा वाकया किसी एक प्रत्याशी से नहीं, वार्ड से चालीस लोगों के के साथ घटित हो गया है। सूरजपुर पंचायत में प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुकी एक महिला प्रशासन की चूक का शिकार हुई है। जैसे ही महिला को इसकी भनक लगी तो महिला फूट-फूट कर रोने लगीं। यह प्रत्याशी चुनाव प्रचार में पिछले कई दिनों से डटे हुए हैं। महिला ने पहले डीसी सोलन व बाद में एसडीएम को अपने सभी प्रमाण पत्र दिखाए। लेकिन दोनों अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध ली है। महिला का आरोप है कि इस पंचायत में एक राजनीतिक दल में ऊंचे ओहदे पर तैनात महिला को जिताने के लिए यह सब हथकंडे अपनाए गए हैं। प्रशासन ने जांच करने की बात कही है, लेकिन जब तक जांच होगी, तब तक पंचायत में नया प्रधान बन चुका होगा। सूरजपुर पंचायत की धौलर निवासी नीलम शर्मा प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ना चाहती थीं। लेकिन नामांकन भरने से ठीक पहले लगी मतदाता सूची में उनका नाम गायब था। इस वार्ड की 141 से लेकर 181 तक की मतदाता सूची में लोगों के नाम नहीं हैं और पूरी पंचायत से सैकड़ों लोगों के नाम गायब हैं। नीलम शर्मा ने बताया कि प्रशासन की चूक से वह वोट के अधिकार से भी वंचित रह गई हैं। वह ही नहीं, उनके साथ वार्ड से चालीस लोग और पूरी पंचायत से चार सौ लोगों के नाम सूची से गायब हैं। बद्दी के तहसीलदार मुकेश शर्मा ने बताया कि वह चुनाव कानूनगो से इस बारे में रिपोर्ट लेंगे कि ऐसा कैसे हुआ। इसकी जांच कराई जाएगी।
बददी ! पंचायत चुनावों में इस बार वोटर लिस्ट तैयार करने पर बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। इसका ताजा मामला सोलन जिले की सूरजपुर पंचायत से सामने आया है। जो लोग कई बार पंचायत चुनावों में मतदान कर चुके हैं और इस बार भी प्रत्याशी भी हैं, उनके नाम मतदाता सूचियों से ही गायब हैं। ऐसा वाकया किसी एक प्रत्याशी से नहीं, वार्ड से चालीस लोगों के के साथ घटित हो गया है।
सूरजपुर पंचायत में प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुकी एक महिला प्रशासन की चूक का शिकार हुई है। जैसे ही महिला को इसकी भनक लगी तो महिला फूट-फूट कर रोने लगीं। यह प्रत्याशी चुनाव प्रचार में पिछले कई दिनों से डटे हुए हैं। महिला ने पहले डीसी सोलन व बाद में एसडीएम को अपने सभी प्रमाण पत्र दिखाए। लेकिन दोनों अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध ली है। महिला का आरोप है कि इस पंचायत में एक राजनीतिक दल में ऊंचे ओहदे पर तैनात महिला को जिताने के लिए यह सब हथकंडे अपनाए गए हैं। प्रशासन ने जांच करने की बात कही है, लेकिन जब तक जांच होगी, तब तक पंचायत में नया प्रधान बन चुका होगा।
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सूरजपुर पंचायत की धौलर निवासी नीलम शर्मा प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ना चाहती थीं। लेकिन नामांकन भरने से ठीक पहले लगी मतदाता सूची में उनका नाम गायब था। इस वार्ड की 141 से लेकर 181 तक की मतदाता सूची में लोगों के नाम नहीं हैं और पूरी पंचायत से सैकड़ों लोगों के नाम गायब हैं। नीलम शर्मा ने बताया कि प्रशासन की चूक से वह वोट के अधिकार से भी वंचित रह गई हैं। वह ही नहीं, उनके साथ वार्ड से चालीस लोग और पूरी पंचायत से चार सौ लोगों के नाम सूची से गायब हैं। बद्दी के तहसीलदार मुकेश शर्मा ने बताया कि वह चुनाव कानूनगो से इस बारे में रिपोर्ट लेंगे कि ऐसा कैसे हुआ। इसकी जांच कराई जाएगी।
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