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बददी ! चीन से निकले कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैलता जा रहा है। इस समय कोरोना वैक्सीन का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। इसके लिए विश्वभर में प्रयास चल रहे हैं। वहीं, रूस की कोरोना वैक्सीन को तैयार करने का करार हिमाचल के बद्दी क्षेत्र की कंपनी पनेशिया से हुआ है। दिसंबर में कंपनी रूस के स्पूतनिक टीके का उत्पादन भी शुरू कर देगी। यही नहीं, पांवटा में स्थापित मैनकाइंड कंपनी के साथ दवा की मार्केटिंग को लेकर बातचीत चल रही है। सूत्रों के अनुसार पनेशिया से करार से पहले बद्दी की दो और कंपनियों डा. रेड्डी और हेट्रो से वैक्सीन तैयार करने के लिए रूस की ओर से बातचीत चल रही थी, लेकिन उत्तर भारत में वैक्सीन बनाने वाली पनेशिया ही एकमात्र कंपनी है।इसलिए रूस ने इसी कंपनी के साथ करार किया है। जहां पर रशिया इसे तैयार कराएगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि पनेशिया फार्मा कंपनी में रिसर्च एवं डेवलपमेंट प्लांट तो नहीं है, इसलिए यह कंपनी दूसरों के लिए ही काम कर सकती है। रूस भारत की दवा कंपनी मे इस वैक्सीन को तैयार कराना चाहता है। इसलिए बद्दी की कंपनी इसे तैयार करेगी। कंपनी को तकनीक ट्रांसफर :- बताया जा रहा है कि इसकी वैक्सीन बनाने के लिए कंपनी को तकनीक ट्रांसफर हो चुकी है। कंपनी के प्लांट हेड राजेश चोपड़ा ने बताया कि उन्हें इस बारे में कुछ भी बताने का अधिकार नहीं है। यहां जो भी हो रहा है, उसके लिए पीएम कार्यालय या केंद्र सरकार बता सकता है। क्या बोले अधिकारी :- बद्दी स्थित पनेशिया कंपनी वैक्सीन तैयार करेगी। पनेशिया उत्तर भारत की ऐसी कंपनी है जो वैक्सीन बनाती है। गौरतलब है कि हिमाचल के सोलन जिले में बड़ी फार्मा कंपनियां हैं। यहां पर एशिया की 30 फीसदी दवाओं का उत्पादन होता है। बद्दी को फार्मा हब के तौर पर जाना जाता है। – मनीष कपूर, अतिरिक्त ड्रग कंट्रोलर
बददी ! चीन से निकले कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के कई देशों में तेजी से फैलता जा रहा है। इस समय कोरोना वैक्सीन का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। इसके लिए विश्वभर में प्रयास चल रहे हैं। वहीं, रूस की कोरोना वैक्सीन को तैयार करने का करार हिमाचल के बद्दी क्षेत्र की कंपनी पनेशिया से हुआ है। दिसंबर में कंपनी रूस के स्पूतनिक टीके का उत्पादन भी शुरू कर देगी। यही नहीं, पांवटा में स्थापित मैनकाइंड कंपनी के साथ दवा की मार्केटिंग को लेकर बातचीत चल रही है। सूत्रों के अनुसार पनेशिया से करार से पहले बद्दी की दो और कंपनियों डा. रेड्डी और हेट्रो से वैक्सीन तैयार करने के लिए रूस की ओर से बातचीत चल रही थी, लेकिन उत्तर भारत में वैक्सीन बनाने वाली पनेशिया ही एकमात्र कंपनी है।इसलिए रूस ने इसी कंपनी के साथ करार किया है। जहां पर रशिया इसे तैयार कराएगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि पनेशिया फार्मा कंपनी में रिसर्च एवं डेवलपमेंट प्लांट तो नहीं है, इसलिए यह कंपनी दूसरों के लिए ही काम कर सकती है। रूस भारत की दवा कंपनी मे इस वैक्सीन को तैयार कराना चाहता है। इसलिए बद्दी की कंपनी इसे तैयार करेगी।
बताया जा रहा है कि इसकी वैक्सीन बनाने के लिए कंपनी को तकनीक ट्रांसफर हो चुकी है। कंपनी के प्लांट हेड राजेश चोपड़ा ने बताया कि उन्हें इस बारे में कुछ भी बताने का अधिकार नहीं है। यहां जो भी हो रहा है, उसके लिए पीएम कार्यालय या केंद्र सरकार बता सकता है।
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बद्दी स्थित पनेशिया कंपनी वैक्सीन तैयार करेगी। पनेशिया उत्तर भारत की ऐसी कंपनी है जो वैक्सीन बनाती है। गौरतलब है कि हिमाचल के सोलन जिले में बड़ी फार्मा कंपनियां हैं। यहां पर एशिया की 30 फीसदी दवाओं का उत्पादन होता है। बद्दी को फार्मा हब के तौर पर जाना जाता है। – मनीष कपूर, अतिरिक्त ड्रग कंट्रोलर
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