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शिमला ! भाजपा प्रसेश उपाध्यक्ष एवं शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रभारी पुरषोत्तम गुलेरिया, प्रदेश प्रवक्ता बलदेव तोमर, प्रवक्ता शशि दत्त, एवं कोषाध्यक्ष संजय सूद ने जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि कांग्रेस के तीन विधायकों द्वारा लगाए गए आरोप कि भाजपा सरकार कोरोना संक्रमण के मामले छुपा रही है, बेबुनियाद है और सिर्फ अपने आप को खबरो में बनाए रखने के लिए दिया गया बयान है। भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेसी विधायकों का मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगना सरासर गलत है। मुख्यमंत्री पूरे कोरोना काल में स्वयं जनता के बीच में रहकर लोगों की हर संभव मदद करते रहे हैं जबकि कांग्रेसी विधायक बताएं कि कोरोना काल में उन्होनें जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता की क्या सेवा की ? इस्तीफा कांग्रेस के विधायकों को देना चाहिए जिन्होनें जनता के प्रति जवाबदेह होने के बावजूद भी इस महामारी के काल में जनता को भगवान के भरोसे छोड़ दिया। होना तो यह चाहिए था कि कांग्रेस के विधायक भी इस महामारी से जनता को बचाने व जागरूक करने में सरकार का सहयोग करते परन्तु कांग्रेसी विधायक संवेदनहीन हो चुके हैं इनके अंदर संवेदनशीलता नहीं बची है। यह लोग केवल विरोध की राजनीति करने पर उतारू हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की सहायता से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है और मुख्यमंत्री स्वयं भी तथा सभी मंत्री एवं विधायक निरंतर अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना मरीजों व उनके परिजनों से सम्पर्क में है और उन्हें उचित सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दलगत राजनीति से उपर उठकर जनसेवा में सरकार का सहयोग करना चाहिए। उन्होनें कहा कि कांग्रेसी विधायकों ने कनलोग में अस्थि कलशों की जो संख्या बताई है वह भी हकीकत से कहीं परे हैं। कांग्रेस द्वारा जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें वे कभी सफल नहीं होंगे ।
शिमला ! भाजपा प्रसेश उपाध्यक्ष एवं शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रभारी पुरषोत्तम गुलेरिया, प्रदेश प्रवक्ता बलदेव तोमर, प्रवक्ता शशि दत्त, एवं कोषाध्यक्ष संजय सूद ने जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि कांग्रेस के तीन विधायकों द्वारा लगाए गए आरोप कि भाजपा सरकार कोरोना संक्रमण के मामले छुपा रही है, बेबुनियाद है और सिर्फ अपने आप को खबरो में बनाए रखने के लिए दिया गया बयान है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेसी विधायकों का मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगना सरासर गलत है। मुख्यमंत्री पूरे कोरोना काल में स्वयं जनता के बीच में रहकर लोगों की हर संभव मदद करते रहे हैं जबकि कांग्रेसी विधायक बताएं कि कोरोना काल में उन्होनें जनप्रतिनिधि होने के नाते जनता की क्या सेवा की ? इस्तीफा कांग्रेस के विधायकों को देना चाहिए जिन्होनें जनता के प्रति जवाबदेह होने के बावजूद भी इस महामारी के काल में जनता को भगवान के भरोसे छोड़ दिया। होना तो यह चाहिए था कि कांग्रेस के विधायक भी इस महामारी से जनता को बचाने व जागरूक करने में सरकार का सहयोग करते परन्तु कांग्रेसी विधायक संवेदनहीन हो चुके हैं इनके अंदर संवेदनशीलता नहीं बची है। यह लोग केवल विरोध की राजनीति करने पर उतारू हैं।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा केन्द्र सरकार की सहायता से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है और मुख्यमंत्री स्वयं भी तथा सभी मंत्री एवं विधायक निरंतर अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना मरीजों व उनके परिजनों से सम्पर्क में है और उन्हें उचित सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दलगत राजनीति से उपर उठकर जनसेवा में सरकार का सहयोग करना चाहिए। उन्होनें कहा कि कांग्रेसी विधायकों ने कनलोग में अस्थि कलशों की जो संख्या बताई है वह भी हकीकत से कहीं परे हैं। कांग्रेस द्वारा जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें वे कभी सफल नहीं होंगे ।
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