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शिमला , 28 सितंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश विधिक अध्ययन संस्थान शिमला द्वारा राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजिन किया किया गया। 'समान आचार संहिता' विषय पर आधारित इस कार्यक्रम के पहले दिन देशभर से आये 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और समान आचार सहिंता विषय पर गर्मजोशी से चर्चा की। कार्यक्रम के पहले दिन आरंभिक सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोकायुक्त हिमाचल प्रदेश चंद्र भूषण बारोवालिया ने युवा छात्र सांसदों को समान आचार सहिंता विषय की बारीकियां समझाई और बताया यह विषय कानून एवं न्याय क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति एवं कार्यवाहक कुलपति आचार्य राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि राजनीतिक क्षेत्र में युवाओं की अहम भूमिका है और इस दिशा में राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन एक सार्थक कदम है। इस कार्यक्रम को आयोजिक करने के लिए उन्होंने विधक आध्ययन संस्थान की प्रशंसा की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पंजाब विश्वविद्यालय विधि विभाग के चेयरमैन प्रो. देविंद्र सिंह ने समान आचार सहिंता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि कि देश के युवा अब ज्यादा सब्र नहीं कर सकते। देश का युवा चाहते है कि समान आचार सहिंता जल्द कानून का रूप लें और इसे शीघ्र लागू किया जाए। संस्थान के निदेशक प्रो. शिव कुमार डोगरा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह संस्थान के लिए गर्व का विषय हे कि विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश विधिक अध्यय संस्थान के न्यूजलैटर ‘विधि’ का भी विमोचल किया गया। न्यूजलैटर ‘विधि’ में संस्थान द्वार औयोजित बीते वर्ष की विभिन्न गतिविधियों का विविरण है। इस दौरान कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. संयोगिता, अन्य शिक्षक एवं सभी छात्र मौजूद रहे।
शिमला , 28 सितंबर [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश विधिक अध्ययन संस्थान शिमला द्वारा राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजिन किया किया गया। 'समान आचार संहिता' विषय पर आधारित इस कार्यक्रम के पहले दिन देशभर से आये 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और समान आचार सहिंता विषय पर गर्मजोशी से चर्चा की।
कार्यक्रम के पहले दिन आरंभिक सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोकायुक्त हिमाचल प्रदेश चंद्र भूषण बारोवालिया ने युवा छात्र सांसदों को समान आचार सहिंता विषय की बारीकियां समझाई और बताया यह विषय कानून एवं न्याय क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
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कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति एवं कार्यवाहक कुलपति आचार्य राजेन्द्र वर्मा ने बताया कि राजनीतिक क्षेत्र में युवाओं की अहम भूमिका है और इस दिशा में राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन एक सार्थक कदम है। इस कार्यक्रम को आयोजिक करने के लिए उन्होंने विधक आध्ययन संस्थान की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पंजाब विश्वविद्यालय विधि विभाग के चेयरमैन प्रो. देविंद्र सिंह ने समान आचार सहिंता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि कि देश के युवा अब ज्यादा सब्र नहीं कर सकते। देश का युवा चाहते है कि समान आचार सहिंता जल्द कानून का रूप लें और इसे शीघ्र लागू किया जाए।
संस्थान के निदेशक प्रो. शिव कुमार डोगरा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह संस्थान के लिए गर्व का विषय हे कि विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान हिमाचल प्रदेश विधिक अध्यय संस्थान के न्यूजलैटर ‘विधि’ का भी विमोचल किया गया। न्यूजलैटर ‘विधि’ में संस्थान द्वार औयोजित बीते वर्ष की विभिन्न गतिविधियों का विविरण है। इस दौरान कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. संयोगिता, अन्य शिक्षक एवं सभी छात्र मौजूद रहे।
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