- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सुंदरनगर जैसे गर्म तापमान वाले इलाके में भी सेब की फसल तैयार होने लगी है। किसान गर्म इलाके की वेरायटी लगा कर सेब के उत्पादन को बढ़ावा दे रहे है। महादेव ग्राम पंचायत के अंतर्गत नगवाहन गांंव के रिटायर्ड शिक्षक निरंजन सिंह ऐसे ही प्रगतिशील किसान है। उन्होंने 3 साल पहले हरीमन (एचआरएम-99) किस्म के सेब के कुछ पौधे लगाए थे। इनमे फल आना शुरू हो गए हैं। निरंजन सिंह ने कहा कि आजकल बेरोजगार युवाओं के लिए सेब उत्पादन एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने लोगो को यह मिसाल दी है कि लगन और मेहनत से सब कुछ संभव है। उधर इलाके में तैयार किए गए सेबों की हर कोई सराहना कर रहा है। निरंजन सिंह ने कहा कि उनके द्वारा तैयार किए हुए सेब पूरी तरह आर्गेनिक है। उनमे किसी तरह की कोई भी केमिकल की स्प्रे नहीं की गई है और इन पौधों के लिए बहुत देखभाल की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि अगर सही जानकारी के साथ कोई इसकी खेती करता है तो यह रोजगार का एक विकल्प बन सकता है। बता दें कि निरंजन सिंह वर्ष 2015 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घीड़ी से शास्त्री के पद से सेवानिवृत होने के बाद अपनी रूचि कृषि व बागवानी के कार्यों में दिखाई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जापानी फल व कीवी के पौधे भी लगाए है जो एक साल के बाद फल देना शुरू करेंगे।
सुंदरनगर जैसे गर्म तापमान वाले इलाके में भी सेब की फसल तैयार होने लगी है। किसान गर्म इलाके की वेरायटी लगा कर सेब के उत्पादन को बढ़ावा दे रहे है। महादेव ग्राम पंचायत के अंतर्गत नगवाहन गांंव के रिटायर्ड शिक्षक निरंजन सिंह ऐसे ही प्रगतिशील किसान है। उन्होंने 3 साल पहले हरीमन (एचआरएम-99) किस्म के सेब के कुछ पौधे लगाए थे। इनमे फल आना शुरू हो गए हैं। निरंजन सिंह ने कहा कि आजकल बेरोजगार युवाओं के लिए सेब उत्पादन एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने लोगो को यह मिसाल दी है कि लगन और मेहनत से सब कुछ संभव है। उधर इलाके में तैयार किए गए सेबों की हर कोई सराहना कर रहा है।
निरंजन सिंह ने कहा कि उनके द्वारा तैयार किए हुए सेब पूरी तरह आर्गेनिक है। उनमे किसी तरह की कोई भी केमिकल की स्प्रे नहीं की गई है और इन पौधों के लिए बहुत देखभाल की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि अगर सही जानकारी के साथ कोई इसकी खेती करता है तो यह रोजगार का एक विकल्प बन सकता है। बता दें कि निरंजन सिंह वर्ष 2015 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घीड़ी से शास्त्री के पद से सेवानिवृत होने के बाद अपनी रूचि कृषि व बागवानी के कार्यों में दिखाई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जापानी फल व कीवी के पौधे भी लगाए है जो एक साल के बाद फल देना शुरू करेंगे।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -