
अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस का जिला मुख्यालय में सफल आयोजन वरिष्ठ नागरिकों ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिए 1 लाख 34 हजार
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बिलासपुर, 1 अक्तूबर [ शिवानी ] : अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय के बचत भवन में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता विभाग की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने की। इस अवसर पर जिले भर से लगभग 100 वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। डीसी बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा वरिष्ठ नागरिक केवल उम्र के बढ़ते वर्षों का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि उनके अनुभव, ज्ञान और संस्कार समाज की प्रगति और दिशा तय करने में मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। उनके अनुभव हमें जीवन की चुनौतियों से निपटने की सीख देते हैं, उनका ज्ञान समाज में स्थिरता और समझदारी का आधार है, और उनके संस्कार हमारी पीढ़ियों को नैतिकता और मूल्य प्रदान करते हैं। आज का दिन हमें यह याद दिलाता है कि वरिष्ठ नागरिक समाज का अनमोल हिस्सा हैं। हम सभी का कर्तव्य है कि हम उन्हें सम्मान और गरिमा के साथ जीवन यापन का अवसर दें। जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सभी वरिष्ठ नागरिकों तक सरकार की कल्याण योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए पूर्ण समर्पित हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी से आग्रह करते हुए कहा कि वह जीवन के मूल्य और नैतिकताएं अपने बुजुर्गों से सीखें और उनके योगदान को हमेशा याद रखें। उन्होंने कहा कि यह दिवस वृद्धजनों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने, उनके अधिकारों को प्रोत्साहित करने तथा समाज को उनके प्रति संवेदनशील बनाने का महत्वपूर्ण अवसर है। इसके माध्यम से सरकार और समुदाय को वरिष्ठ नागरिकों के योगदान और उनके सम्मान का संदेश देते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम और कवि सम्मेलन दिन की मुख्य आकर्षण रही रंगारंग कवि सम्मेलन एवं मुशायरा, जिसमें प्रसिद्ध कवि और शायरों ने अपनी आत्मीय कविताओं, राजलों और नज्मों के माध्यम से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने मनोरंजन के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों द्वारा समाज को दी गई अमूल्य साहित्यिक विरासत और ज्ञान को भी उजागर किया। वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव और संदेशकार्यक्रम के दौरान कई वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए, जिन्हें सभी उपस्थित लोगों ने अत्यंत सराहा। इससे समुदाय और सम्मान की भावना प्रबल हुई। मुख्य अतिथि उपायुक्त राहुल कुमार ने वृद्धजनों के समाज में अतुलनीय योगदान पर बल देते हुए कहा कि उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे कभी भी अनदेखा या उपेक्षित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने युवा पीढ़ी एवं बच्चों से अपील की कि वह जीवन के मूल्य वृद्धजनों के अनुभवों से सीखें। उन्होंने धैर्य और सहनशीलता, सम्मान और गरिमा, स्नेह और करुणा, ज्ञान और समझदारी तथा समाज सेवा जैसे जीवन मूल्यों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, आयु केवल उन वर्षों की संख्या है, जिनमें दुनिया ने आपका आनंद लिया है और वृद्धों की बुद्धिमत्ता एक मजबूत समाज की नींव है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले कवि एवं शायरों में जगदीश कुमार शर्मा, गज्जन शर्मा, प्रकाश चंद बंसल, जे. एन. मिश्रा, जगन नाथ शर्मा और सुशील पुंडीर शामिल थे। कानूनी जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम के दौरान पेरेंट्स और डिपेंडेंट मेंटेनेंस एक्ट, 2001 के बारे में जानकारी दी गई, जो बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए कानूनी जिम्मेदारी को रेखांकित करता है। इसके अतिरिक्त, कवियों ने समाज को वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और सुरक्षा के प्रति संवेदनशील रहने का संदेश दिया। एससी-एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के बारे में भी जानकारी साझा की गई ताकि उपस्थित जनसमूह भेदभाव और दुर्व्यवहार से सुरक्षा के कानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूक हो सके।जिला कल्याण अधिकारी आर. सी. बंसल ने वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण हेतु सामाजिक न्याय विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ नागरिकों के समाज में योगदान को सम्मानित करते हुए, मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, शॉल और टोपी के माध्यम से सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों ने उपायुक्त राहुल कुमार को मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख 34 हज़ार रूपए का चेक प्रदान किया, जिस पर उपायुक्त ने इस पुनीत कार्य के लिए सभी का धन्यवाद किया।
बिलासपुर, 1 अक्तूबर [ शिवानी ] : अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय के बचत भवन में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता विभाग की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर राहुल कुमार ने की। इस अवसर पर जिले भर से लगभग 100 वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
डीसी बिलासपुर राहुल कुमार ने कहा वरिष्ठ नागरिक केवल उम्र के बढ़ते वर्षों का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि उनके अनुभव, ज्ञान और संस्कार समाज की प्रगति और दिशा तय करने में मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। उनके अनुभव हमें जीवन की चुनौतियों से निपटने की सीख देते हैं, उनका ज्ञान समाज में स्थिरता और समझदारी का आधार है, और उनके संस्कार हमारी पीढ़ियों को नैतिकता और मूल्य प्रदान करते हैं।
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आज का दिन हमें यह याद दिलाता है कि वरिष्ठ नागरिक समाज का अनमोल हिस्सा हैं। हम सभी का कर्तव्य है कि हम उन्हें सम्मान और गरिमा के साथ जीवन यापन का अवसर दें। जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सभी वरिष्ठ नागरिकों तक सरकार की कल्याण योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए पूर्ण समर्पित हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी से आग्रह करते हुए कहा कि वह जीवन के मूल्य और नैतिकताएं अपने बुजुर्गों से सीखें और उनके योगदान को हमेशा याद रखें।
उन्होंने कहा कि यह दिवस वृद्धजनों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने, उनके अधिकारों को प्रोत्साहित करने तथा समाज को उनके प्रति संवेदनशील बनाने का महत्वपूर्ण अवसर है। इसके माध्यम से सरकार और समुदाय को वरिष्ठ नागरिकों के योगदान और उनके सम्मान का संदेश देते हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और कवि सम्मेलन दिन की मुख्य आकर्षण रही रंगारंग कवि सम्मेलन एवं मुशायरा, जिसमें प्रसिद्ध कवि और शायरों ने अपनी आत्मीय कविताओं, राजलों और नज्मों के माध्यम से उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने मनोरंजन के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों द्वारा समाज को दी गई अमूल्य साहित्यिक विरासत और ज्ञान को भी उजागर किया।
वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव और संदेश
कार्यक्रम के दौरान कई वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन के अनुभव साझा किए, जिन्हें सभी उपस्थित लोगों ने अत्यंत सराहा। इससे समुदाय और सम्मान की भावना प्रबल हुई। मुख्य अतिथि उपायुक्त राहुल कुमार ने वृद्धजनों के समाज में अतुलनीय योगदान पर बल देते हुए कहा कि उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे कभी भी अनदेखा या उपेक्षित नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने युवा पीढ़ी एवं बच्चों से अपील की कि वह जीवन के मूल्य वृद्धजनों के अनुभवों से सीखें। उन्होंने धैर्य और सहनशीलता, सम्मान और गरिमा, स्नेह और करुणा, ज्ञान और समझदारी तथा समाज सेवा जैसे जीवन मूल्यों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा, आयु केवल उन वर्षों की संख्या है, जिनमें दुनिया ने आपका आनंद लिया है और वृद्धों की बुद्धिमत्ता एक मजबूत समाज की नींव है।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले कवि एवं शायरों में जगदीश कुमार शर्मा, गज्जन शर्मा, प्रकाश चंद बंसल, जे. एन. मिश्रा, जगन नाथ शर्मा और सुशील पुंडीर शामिल थे। कानूनी जागरूकता एवं संवेदनशीलता कार्यक्रम के दौरान पेरेंट्स और डिपेंडेंट मेंटेनेंस एक्ट, 2001 के बारे में जानकारी दी गई, जो बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल के लिए कानूनी जिम्मेदारी को रेखांकित करता है। इसके अतिरिक्त, कवियों ने समाज को वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और सुरक्षा के प्रति संवेदनशील रहने का संदेश दिया। एससी-एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के बारे में भी जानकारी साझा की गई ताकि उपस्थित जनसमूह भेदभाव और दुर्व्यवहार से सुरक्षा के कानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूक हो सके।
जिला कल्याण अधिकारी आर. सी. बंसल ने वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण हेतु सामाजिक न्याय विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ नागरिकों के समाज में योगदान को सम्मानित करते हुए, मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, शॉल और टोपी के माध्यम से सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों ने उपायुक्त राहुल कुमार को मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख 34 हज़ार रूपए का चेक प्रदान किया, जिस पर उपायुक्त ने इस पुनीत कार्य के लिए सभी का धन्यवाद किया।
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