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चम्बा ,15 अप्रैल ! चमेरा पावर स्टेशन-II&III , करियाँ में भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता व समाज सुधारक भारत रत्न बाबा साहेब डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर जी की 132वीं जयंती के अवसर पर दिनांक 15 अप्रैल 2023 को एक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चमेरा पावर स्टेशन-II&III के ग्रुप महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री बिक्रम सिंह , श्री अनिल कुमार, महाप्रबंधक (विधुत), श्री टिकेश्वर प्रसाद, महाप्रबंधक (विधुत), श्री विनोद कुमार, महाप्रबंधक (सिविल), एवं पावर स्टेशन के अन्य अधिकारियों/कार्मिकों ने डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में ग्रुप महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री बिक्रम सिंह ने डॉ. अम्बेडकर के भारत की आजादी के बाद देश के संविधान के निर्माण सामाजिक सुधार, आर्थिक विकास में उनके अभूतपूर्व योगदान के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर का योगदान केवल संविधान निर्माण तक ही सीमित नहीं था वरन आरबीआई की स्थापना , महिला सशक्तिकरण , श्रमिकों को उनके अधिकार दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | वास्तव में वे अन्याय व शोषण के खिलाफ थे । हम सभी को डॉ अम्बेडकर के महान व्यक्तित्व, संघर्षों और जीवन मूल्यों से प्रेरणा लेते हुए उनकी शिक्षाओं और आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए ताकि एक सशक्त एवं समृद्ध भारत बनाने में अपना योगदान दे सकें। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ,15 अप्रैल ! चमेरा पावर स्टेशन-II&III , करियाँ में भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता व समाज सुधारक भारत रत्न बाबा साहेब डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर जी की 132वीं जयंती के अवसर पर दिनांक 15 अप्रैल 2023 को एक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर चमेरा पावर स्टेशन-II&III के ग्रुप महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री बिक्रम सिंह , श्री अनिल कुमार, महाप्रबंधक (विधुत), श्री टिकेश्वर प्रसाद, महाप्रबंधक (विधुत), श्री विनोद कुमार, महाप्रबंधक (सिविल), एवं पावर स्टेशन के अन्य अधिकारियों/कार्मिकों ने डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में ग्रुप महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री बिक्रम सिंह ने डॉ. अम्बेडकर के भारत की आजादी के बाद देश के संविधान के निर्माण सामाजिक सुधार, आर्थिक विकास में उनके अभूतपूर्व योगदान के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर का योगदान केवल संविधान निर्माण तक ही सीमित नहीं था वरन आरबीआई की स्थापना , महिला सशक्तिकरण , श्रमिकों को उनके अधिकार दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | वास्तव में वे अन्याय व शोषण के खिलाफ थे । हम सभी को डॉ अम्बेडकर के महान व्यक्तित्व, संघर्षों और जीवन मूल्यों से प्रेरणा लेते हुए उनकी शिक्षाओं और आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए ताकि एक सशक्त एवं समृद्ध भारत बनाने में अपना योगदान दे सकें।
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