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शिमला , 30 मई [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में आयोजित ‘जय हिंद सभा’ में कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की एकता और अखंडता के लिए हमेशा तत्पर रही है और रहेगी। यह सभा 1971 के भारत-पाक युद्ध, शहीद सैनिकों और शिमला समझौते की याद में आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद 1971 युद्ध के एक सैनिक से बात की थी। उन्होंने बताया कि उस समय न तकनीक थी, न आधुनिक हथियार, लेकिन जज्बा अटूट था। उन्होंने कहा कि जब इंदिरा गांधी ने देश को संबोधित कर युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था, तब हर भारतीय सिपाही तैयार था। उन्होंने बताया कि उस कठिन समय में भी इंदिरा गांधी ने साहस दिखाया और पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए। 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। ये भारतीय राजनीति का नहीं, बल्कि सैन्य इतिहास का भी सबसे गौरवशाली क्षण था। उन्होंने कहा कि शिमला समझौते की नींव भी यहीं रखी गई थी, जिसे आज याद किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक समझौते का सम्मान करना देश की गरिमा को बनाए रखने जैसा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भले ही तीनों सेनाओं को खुली छूट दी, लेकिन जब युद्ध रोकने की बात आई, तो यह फैसला सेनाओं के बजाय किसी और ने किया। युद्ध शुरू करने और रोकने का निर्णय भी सेना को ही लेना चाहिए। इंदिरा गांधी के समय ऐसा नहीं होता था। तब उनका नेतृत्व निर्णायक और सैनिकों के साथ खड़ा होता था," सुक्खू ने कहा। उन्होंने कांग्रेस के बलिदानों को याद करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों ने देश की एकता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। छत्तीसगढ़, पंजाब और अन्य राज्यों में भी हमारे नेताओं ने कुर्बानियां दी हैं। कांग्रेस पार्टी का इतिहास बलिदान का इतिहास है। राज्यसभा सांसद और हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे हालत में केंद्र सरकार का साथ दिया. हम सेना के साथ हैं. उन्होंने पूछा कि अमेरिका ने क्यों सीज फायर की घोषण की. उन्होंने भी इस पूरे मामले में शिमला समझौता की अस्मिता को बचाए रखने की बात पर जोर दिया. राज्यसभा सांसद अजय माकन के कहा कि कांग्रेस ने सेना के नाम पर राजनीति नहीं की. बीजेपी ने सर्जिकल स्ट्राइक के नाम पर राजनीति की. कांग्रेस सरकार ने भी अपने कार्यकाल में सर्जिकल स्ट्राइक की, लेकिन कभी इस बारे में राजनीति नहीं की. भारत ने हमेशा ही पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम किया है. अजय माकन ने भी इस घटनाक्रम में अमेरिका के हस्तक्षेप पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस स्थिति में भारत सरकार का साथ दिया. कांग्रेस ने इस मामले में राजनीति को दूर रखा. इस बीच भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए गए.
शिमला , 30 मई [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में आयोजित ‘जय हिंद सभा’ में कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की एकता और अखंडता के लिए हमेशा तत्पर रही है और रहेगी। यह सभा 1971 के भारत-पाक युद्ध, शहीद सैनिकों और शिमला समझौते की याद में आयोजित की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद 1971 युद्ध के एक सैनिक से बात की थी। उन्होंने बताया कि उस समय न तकनीक थी, न आधुनिक हथियार, लेकिन जज्बा अटूट था। उन्होंने कहा कि जब इंदिरा गांधी ने देश को संबोधित कर युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा था, तब हर भारतीय सिपाही तैयार था। उन्होंने बताया कि उस कठिन समय में भी इंदिरा गांधी ने साहस दिखाया और पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए। 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। ये भारतीय राजनीति का नहीं, बल्कि सैन्य इतिहास का भी सबसे गौरवशाली क्षण था।
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उन्होंने कहा कि शिमला समझौते की नींव भी यहीं रखी गई थी, जिसे आज याद किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक समझौते का सम्मान करना देश की गरिमा को बनाए रखने जैसा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भले ही तीनों सेनाओं को खुली छूट दी, लेकिन जब युद्ध रोकने की बात आई, तो यह फैसला सेनाओं के बजाय किसी और ने किया। युद्ध शुरू करने और रोकने का निर्णय भी सेना को ही लेना चाहिए। इंदिरा गांधी के समय ऐसा नहीं होता था। तब उनका नेतृत्व निर्णायक और सैनिकों के साथ खड़ा होता था," सुक्खू ने कहा।
उन्होंने कांग्रेस के बलिदानों को याद करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों ने देश की एकता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। छत्तीसगढ़, पंजाब और अन्य राज्यों में भी हमारे नेताओं ने कुर्बानियां दी हैं। कांग्रेस पार्टी का इतिहास बलिदान का इतिहास है।
राज्यसभा सांसद और हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे हालत में केंद्र सरकार का साथ दिया. हम सेना के साथ हैं. उन्होंने पूछा कि अमेरिका ने क्यों सीज फायर की घोषण की. उन्होंने भी इस पूरे मामले में शिमला समझौता की अस्मिता को बचाए रखने की बात पर जोर दिया. राज्यसभा सांसद अजय माकन के कहा कि कांग्रेस ने सेना के नाम पर राजनीति नहीं की. बीजेपी ने सर्जिकल स्ट्राइक के नाम पर राजनीति की.
कांग्रेस सरकार ने भी अपने कार्यकाल में सर्जिकल स्ट्राइक की, लेकिन कभी इस बारे में राजनीति नहीं की. भारत ने हमेशा ही पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम किया है. अजय माकन ने भी इस घटनाक्रम में अमेरिका के हस्तक्षेप पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस स्थिति में भारत सरकार का साथ दिया. कांग्रेस ने इस मामले में राजनीति को दूर रखा. इस बीच भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए गए.
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