
कहा - सुक्खू सरकार की नीतियां लूट का कारोबार* जसवां-परागपुर में एचआरटीसी रूट बहाली न हुई तो 7 दिन बाद होगा आरएम ऑफिस का घेराव*
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धर्मशाला, 2 अक्टूबर 2025 – पूर्व उद्योग मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ विधायक बिक्रम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र से मिली राहत के बावजूद प्रदेश में आज जनता महंगाई और कुशासन की मार झेल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवरात्रि के अवसर पर सीमेंट पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% किया, जिससे हर बैग पर करीब ₹40 सस्ता होना था। यह राहत आपदा प्रभावित प्रदेश और गरीब-मध्यम वर्ग के लिए बड़ी सौगात थी, लेकिन प्रदेश की सुक्खू सरकार ने यह राहत जनता तक पहुँचने ही नहीं दी। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि केंद्र से राहत मिलने के तुरंत बाद सुक्खू सरकार ने प्रदेश में एडिशनल गुड्स टैक्स (AGT) को बढ़ाकर ₹16 प्रति बैग कर दिया गया, जबकि भाजपा सरकार के समय यह केवल ₹7.50 था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आपदा के समय इसे ₹11 तक बढ़ाया था और अब मोदी सरकार की राहत मिलते ही तुरंत इसे और बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा यह कदम सीधे-सीधे जनता की जेब पर डाका डालने जैसा है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौर में राज्य सरकार राहत देने की बजाय जेब काटने पर उतारू है। पूर्व मंत्री ने कहा कि जनता पर टैक्स का बोझ डालने के साथ-साथ प्रदेश सरकार की फिजूलखर्ची भी किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक मित्रों को खुश करने के लिए उन्हें विदेश दौरों पर भेजा जा रहा है। आपदा के समय चेयरमैन पदों की बरसात की जा रही है और सत्ता के करीबियों को हर तरह की सुविधाएँ दी जा रही हैं। उन्होंने कहा, “जनता कर चुकाए और मुख्यमंत्री अपने मित्रों को विदेश भ्रमण पर भेजे, यह अन्याय नहीं तो क्या है?” बिक्रम ठाकुर ने कर्मचारियों के मुद्दों को भी जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के पेंशनभोगियों को महीनों तक पेंशन नहीं मिल रही, जिससे बुजुर्ग परेशान हैं। वहीं एचपीटीडीसी के कर्मचारियों को वेतन गत 26 सितंबर को भाजपा के दबाव के बाद दी गई, लेकिन अगला वेतन कब मिलेगा, इसका कोई भरोसा नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल मीडिया में बड़ी-बड़ी बातें करके सुर्खियाँ बटोरना चाहते हैं, जबकि जमीनी स्तर पर कर्मचारी और आम लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि त्योहारों के सीजन पर भी सरकार ने आम लोगों की खुशियाँ छीन ली हैं। उन्होंने कहा कि आज हर परिवार महंगाई से त्रस्त है। जेबें खाली हैं और लोग अपने त्योहार तक मनाने में असमर्थ हैं। प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है जिसने जनता को त्यौहारों पर भी बोझ के सिवा कुछ नहीं दिया। बिक्रम ठाकुर ने अपने विधानसभा क्षेत्र जसवां- परागपुर का ज्वलंत मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां एचआरटीसी के अधिकांश रूट बंद या प्रभावित हैं, जिससे छात्रों, कर्मचारियों और आम जनता को भारी कठिनाई झेलनी पड़ रही है। इस विषय पर न तो अधिकारी और न ही बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कोई जिम्मेदारी ले रहे हैं। ठाकुर ने साफ चेतावनी दी कि यदि सात दिन के भीतर इन रूटों को बहाल नहीं किया गया तो वह स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ आरएम कार्यालय का घेराव करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।” पूर्व मंत्री बिक्रम ने कहा कि कांग्रेस सरकार का हर कदम जनता-विरोधी और भेदभावपूर्ण है। जनता की जेब काटकर सत्ता में बैठे लोग अपने स्वार्थ साध रहे हैं। भाजपा इस लूट और अन्याय को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी और लगातार जनता की आवाज़ बुलंद करती रहेगी।
धर्मशाला, 2 अक्टूबर 2025 – पूर्व उद्योग मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ विधायक बिक्रम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र से मिली राहत के बावजूद प्रदेश में आज जनता महंगाई और कुशासन की मार झेल रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवरात्रि के अवसर पर सीमेंट पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% किया, जिससे हर बैग पर करीब ₹40 सस्ता होना था। यह राहत आपदा प्रभावित प्रदेश और गरीब-मध्यम वर्ग के लिए बड़ी सौगात थी, लेकिन प्रदेश की सुक्खू सरकार ने यह राहत जनता तक पहुँचने ही नहीं दी।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि केंद्र से राहत मिलने के तुरंत बाद सुक्खू सरकार ने प्रदेश में एडिशनल गुड्स टैक्स (AGT) को बढ़ाकर ₹16 प्रति बैग कर दिया गया, जबकि भाजपा सरकार के समय यह केवल ₹7.50 था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आपदा के समय इसे ₹11 तक बढ़ाया था और अब मोदी सरकार की राहत मिलते ही तुरंत इसे और बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा यह कदम सीधे-सीधे जनता की जेब पर डाका डालने जैसा है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौर में राज्य सरकार राहत देने की बजाय जेब काटने पर उतारू है।
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पूर्व मंत्री ने कहा कि जनता पर टैक्स का बोझ डालने के साथ-साथ प्रदेश सरकार की फिजूलखर्ची भी किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक मित्रों को खुश करने के लिए उन्हें विदेश दौरों पर भेजा जा रहा है। आपदा के समय चेयरमैन पदों की बरसात की जा रही है और सत्ता के करीबियों को हर तरह की सुविधाएँ दी जा रही हैं। उन्होंने कहा, “जनता कर चुकाए और मुख्यमंत्री अपने मित्रों को विदेश भ्रमण पर भेजे, यह अन्याय नहीं तो क्या है?”
बिक्रम ठाकुर ने कर्मचारियों के मुद्दों को भी जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के पेंशनभोगियों को महीनों तक पेंशन नहीं मिल रही, जिससे बुजुर्ग परेशान हैं। वहीं एचपीटीडीसी के कर्मचारियों को वेतन गत 26 सितंबर को भाजपा के दबाव के बाद दी गई, लेकिन अगला वेतन कब मिलेगा, इसका कोई भरोसा नहीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल मीडिया में बड़ी-बड़ी बातें करके सुर्खियाँ बटोरना चाहते हैं, जबकि जमीनी स्तर पर कर्मचारी और आम लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि त्योहारों के सीजन पर भी सरकार ने आम लोगों की खुशियाँ छीन ली हैं। उन्होंने कहा कि आज हर परिवार महंगाई से त्रस्त है। जेबें खाली हैं और लोग अपने त्योहार तक मनाने में असमर्थ हैं। प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई है जिसने जनता को त्यौहारों पर भी बोझ के सिवा कुछ नहीं दिया।
बिक्रम ठाकुर ने अपने विधानसभा क्षेत्र जसवां- परागपुर का ज्वलंत मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां एचआरटीसी के अधिकांश रूट बंद या प्रभावित हैं, जिससे छात्रों, कर्मचारियों और आम जनता को भारी कठिनाई झेलनी पड़ रही है। इस विषय पर न तो अधिकारी और न ही बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कोई जिम्मेदारी ले रहे हैं। ठाकुर ने साफ चेतावनी दी कि यदि सात दिन के भीतर इन रूटों को बहाल नहीं किया गया तो वह स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ आरएम कार्यालय का घेराव करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।”
पूर्व मंत्री बिक्रम ने कहा कि कांग्रेस सरकार का हर कदम जनता-विरोधी और भेदभावपूर्ण है। जनता की जेब काटकर सत्ता में बैठे लोग अपने स्वार्थ साध रहे हैं। भाजपा इस लूट और अन्याय को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी और लगातार जनता की आवाज़ बुलंद करती रहेगी।
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