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चम्बा , 14 सितंबर [ शिवानी ] ! हाल ही में चम्बा जिले में बारिश के बाद हुई त्रासदी ने चम्बा की समस्त जनता को झंझोर के रख दिया है। क्या किसान, क्या बागवान जिनके खेत खलियान तो इस बारिश से तबाह हुए तो वहीं सैकड़ों गरीब लोगों के सिर छिपाने को बनाए गए आशियाने तक इस बारिश के कारण जमींदोज हो गए। आपको बता दे कि आई इस त्रासदी में सबसे ज्यादा नुकसान चम्बा जिले के अंतर्गत पड़ने वाली पांचों विधानसभा क्षेत्र की सड़कों को झेलने पड़ा। अगर बात करे तो जिले कई किलोमीटर की सड़के जिनका कि इस बारिश के बाद नामोनिशान तक मिट गया आज उनके सुधार के लिए प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन, और विभाग के लोग दिन रात मेहनत कर मुख्यमार्ग के साथ उस सभी लिंक रोड को खोलने के प्रयास में जुट हुए है ताकि गांव के ग्रामीण जोकि पिछले कई दिनों से संपर्क मार्ग टूटने की वजह से अपने अपने घरों में फंसे पड़े हुए थेउनको रास्ता खुलने से थोड़ी राहत मिल सके। आज हम चम्बा सदर हल्के की बात कर रहे है। आपको बता दे कि चंबा हल्के की 8,पंचायतों का संपर्क अभी भी मुख्यालय से कटा हुआ है उनको सुचारू करने चंबा सदर के विधायक नीरज नय्यर आज सुबह से ही अपनी टीम के साथ हर उस जगह पहुंच रहे है जहां पर अभी भी सड़के बंद पड़ी ही है। उन्होंने बताया कि जिले में हुई बारिश से बहुत ज्यादा तबाही हुई है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान सड़को का हुआ है, तो वहीं जलशक्ति विभाग के पानी के सोर्स, बिजली विभाग के बिजली के पोल, के नुकसान तो हुए ही है पर वहीं गांव में ग्रामीण लोगों के घर, गौशाला, किसानों की जमीनें का बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया इतना ही नहीं कई ग्रामीण लोगों के घर अभी भी हवा में लटक रहे है। अगर समय रहते उन घरों को स्पोर्ट के तौर पर साथ में डंगे नहीबलगए गए तो उन गरीब ग्रामीण लोगों के मकान कभी भी गिर सकते है जिसके लिए हम प्रयास कर रहे है कि हम पहले जिनके मकान गिर रहे है उनके मकानों के आगे जल्द से डंगे लगाए, और राहत के तौर पर उनको आर्थिक सहायता भी दी जाए। सदर विधायक नीरज नय्यर ने कहा कि अभी जो चंबा में ही 42, करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है और इसका आंकड़ा सौ करोड़ तक पहुंच जाएगा। और अगर पूरे हिमाचल की बात करे तो 10, हज़ार करोड़ का नुकसान हुआ है हिमाचल में, उन्होंने कहा कि वैसे तो हर रोज मेरी मुख्यमंत्री से बात होती रहती है और खासकर चम्बा जिले में अपनी नजरें बनाए हुए है और वह हर रोज चंबा में हुए नुकसान का आंकड़ा पूछते रहते है। सड़को की दुर्दशा के बारे उन्होंने बोला कि जो लोग जनजातीय क्षेत्र भरमौर की महीने तक सड़के की न खुलने की बात कर रहे थे, तो जैसे ही 2,सितंबर को बारिश रुकी तो 10,दिनों में ही हम लोगों ने चंबा से भरमौर तक बड़ी गाड़ियों तक के रास्ते को खोल दिया। पूछने पर उन्होंने बताया और यह भी माना कि अभी भी कई संपर्क मार्ग बंद पड़े हुए है,जिनको जल्द से खोलने के प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि इस भयंकर त्रासदी की बात करे तो हमारा हिमाचल प्रदेश चार से पांच साल पीछे चला गया है।
चम्बा , 14 सितंबर [ शिवानी ] ! हाल ही में चम्बा जिले में बारिश के बाद हुई त्रासदी ने चम्बा की समस्त जनता को झंझोर के रख दिया है। क्या किसान, क्या बागवान जिनके खेत खलियान तो इस बारिश से तबाह हुए तो वहीं सैकड़ों गरीब लोगों के सिर छिपाने को बनाए गए आशियाने तक इस बारिश के कारण जमींदोज हो गए। आपको बता दे कि आई इस त्रासदी में सबसे ज्यादा नुकसान चम्बा जिले के अंतर्गत पड़ने वाली पांचों विधानसभा क्षेत्र की सड़कों को झेलने पड़ा।
अगर बात करे तो जिले कई किलोमीटर की सड़के जिनका कि इस बारिश के बाद नामोनिशान तक मिट गया आज उनके सुधार के लिए प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन, और विभाग के लोग दिन रात मेहनत कर मुख्यमार्ग के साथ उस सभी लिंक रोड को खोलने के प्रयास में जुट हुए है ताकि गांव के ग्रामीण जोकि पिछले कई दिनों से संपर्क मार्ग टूटने की वजह से अपने अपने घरों में फंसे पड़े हुए थेउनको रास्ता खुलने से थोड़ी राहत मिल सके।
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आज हम चम्बा सदर हल्के की बात कर रहे है। आपको बता दे कि चंबा हल्के की 8,पंचायतों का संपर्क अभी भी मुख्यालय से कटा हुआ है उनको सुचारू करने चंबा सदर के विधायक नीरज नय्यर आज सुबह से ही अपनी टीम के साथ हर उस जगह पहुंच रहे है जहां पर अभी भी सड़के बंद पड़ी ही है।
उन्होंने बताया कि जिले में हुई बारिश से बहुत ज्यादा तबाही हुई है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान सड़को का हुआ है, तो वहीं जलशक्ति विभाग के पानी के सोर्स, बिजली विभाग के बिजली के पोल, के नुकसान तो हुए ही है पर वहीं गांव में ग्रामीण लोगों के घर, गौशाला, किसानों की जमीनें का बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया इतना ही नहीं कई ग्रामीण लोगों के घर अभी भी हवा में लटक रहे है।
अगर समय रहते उन घरों को स्पोर्ट के तौर पर साथ में डंगे नहीबलगए गए तो उन गरीब ग्रामीण लोगों के मकान कभी भी गिर सकते है जिसके लिए हम प्रयास कर रहे है कि हम पहले जिनके मकान गिर रहे है उनके मकानों के आगे जल्द से डंगे लगाए, और राहत के तौर पर उनको आर्थिक सहायता भी दी जाए।
सदर विधायक नीरज नय्यर ने कहा कि अभी जो चंबा में ही 42, करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है और इसका आंकड़ा सौ करोड़ तक पहुंच जाएगा। और अगर पूरे हिमाचल की बात करे तो 10, हज़ार करोड़ का नुकसान हुआ है हिमाचल में, उन्होंने कहा कि वैसे तो हर रोज मेरी मुख्यमंत्री से बात होती रहती है और खासकर चम्बा जिले में अपनी नजरें बनाए हुए है और वह हर रोज चंबा में हुए नुकसान का आंकड़ा पूछते रहते है।
सड़को की दुर्दशा के बारे उन्होंने बोला कि जो लोग जनजातीय क्षेत्र भरमौर की महीने तक सड़के की न खुलने की बात कर रहे थे, तो जैसे ही 2,सितंबर को बारिश रुकी तो 10,दिनों में ही हम लोगों ने चंबा से भरमौर तक बड़ी गाड़ियों तक के रास्ते को खोल दिया। पूछने पर उन्होंने बताया और यह भी माना कि अभी भी कई संपर्क मार्ग बंद पड़े हुए है,जिनको जल्द से खोलने के प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि इस भयंकर त्रासदी की बात करे तो हमारा हिमाचल प्रदेश चार से पांच साल पीछे चला गया है।
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