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धर्मशाला , 29 अप्रैल ! मास्टर मित्रसेन साहित्य संगीत सभा भागसू धर्मशाला हिमाचल प्रदेश की ओर से पीजी कॉलेज धर्मशाला के त्रिगर्त सभागार में संस्कृति व शिक्षा एक्सचेंज प्रोग्राम भागसू का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सिक्किम की पूर्व सांसद दिल कुमारी भंडारी ने शिरकत की। इसके साथ ही नेपाल से आये हुए विभिन्न अधिकारी विशेष व विशिष्ट अथिति के रूप में मौजूद रहे है। सांस्कृतिक प्रोग्राम का आगाज मुख्यातिथि की ओर से दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नेपाल व हिमाचल के धर्मशाला कलाकारों की ओर से संस्कृति को सहेजने की दिशा में एक ओर कदम आगे बढ़ाया गया है। इस दौरान नेपाल के सांस्कृतिक दल हिमालय मिलन केंद्र की ओर से कुमारी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा एक दर्जन के करीब नेपाल, गोरखाली, हिमाचली व अन्य प्रस्तुतियों ने भी खूब समां बांधा। इस दौरान मुख्यातिथि दिल कुमारी भण्डारी ने संस्कृति के सहेजने के प्रयास को सराहा। साथ ही उन्होंने चीन के घुसपैठ को लेकर कड़ा ऐतराज जताया कि उनकी ये हरकतें भारत देश कभी बर्दास्त नहीं करेगा, और उनकी हरकतों का जबाब भी दिया जा रहा है, जिससे ख़ौफ़ खा रहे हैं। इस दौरान बकलोह, देहरादून, सिक्किम, नेपाल, हिमाचल सहित अन्य क्षेत्रों के पदाधिकारी व गणमान्य लोग विशेष रूप से मौजूद रहे, जिन्हें सम्मानित भी किया गया।
धर्मशाला , 29 अप्रैल ! मास्टर मित्रसेन साहित्य संगीत सभा भागसू धर्मशाला हिमाचल प्रदेश की ओर से पीजी कॉलेज धर्मशाला के त्रिगर्त सभागार में संस्कृति व शिक्षा एक्सचेंज प्रोग्राम भागसू का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में सिक्किम की पूर्व सांसद दिल कुमारी भंडारी ने शिरकत की।
इसके साथ ही नेपाल से आये हुए विभिन्न अधिकारी विशेष व विशिष्ट अथिति के रूप में मौजूद रहे है। सांस्कृतिक प्रोग्राम का आगाज मुख्यातिथि की ओर से दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नेपाल व हिमाचल के धर्मशाला कलाकारों की ओर से संस्कृति को सहेजने की दिशा में एक ओर कदम आगे बढ़ाया गया है।
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इस दौरान नेपाल के सांस्कृतिक दल हिमालय मिलन केंद्र की ओर से कुमारी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा एक दर्जन के करीब नेपाल, गोरखाली, हिमाचली व अन्य प्रस्तुतियों ने भी खूब समां बांधा। इस दौरान मुख्यातिथि दिल कुमारी भण्डारी ने संस्कृति के सहेजने के प्रयास को सराहा।
साथ ही उन्होंने चीन के घुसपैठ को लेकर कड़ा ऐतराज जताया कि उनकी ये हरकतें भारत देश कभी बर्दास्त नहीं करेगा, और उनकी हरकतों का जबाब भी दिया जा रहा है, जिससे ख़ौफ़ खा रहे हैं।
इस दौरान बकलोह, देहरादून, सिक्किम, नेपाल, हिमाचल सहित अन्य क्षेत्रों के पदाधिकारी व गणमान्य लोग विशेष रूप से मौजूद रहे, जिन्हें सम्मानित भी किया गया।
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