
कांग्रेस कार्यकर्ता ने बीजेपी की जश्न मनाने की राजनीति पर सवाल उठाए, सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज के प्रेस कॉन्फ्रेंस का किया उल्लेख
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा , 26 सितंबर [ शिवानी ] ! डलहौज़ी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस कार्यकर्ता मनीष सरीन ने केंद्र सरकार के जीएसटी 2.0 को लेकर बीजेपी नेताओं के डोर-टू-डोर जश्न और प्रचार पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि अगर नई व्यवस्था सही और राहत देने वाली है, तो फिर पिछले आठ साल से लागू जीएसटी 1.0 में जनता से अन्याय और लूट क्यों की गई? सरीन ने कहा, “बीजेपी नेता आज जीएसटी 2.0 को बड़ी उपलब्धि बताकर लोगों के घर-घर जा रहे हैं। लेकिन जनता पूछ रही है — अगर यह नया ढांचा सही है, तो क्या पुराना गलत था? आठ साल तक परिवारों और व्यापारियों को क्यों परेशान किया गया? क्या यह स्वीकार नहीं है कि जीएसटी 1.0 असफल और बोझिल था?” सरीन ने बताया कि कांगड़ा–चंबा संसदीय क्षेत्र के बीजेपी सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज को भी मजबूरन गुरुवार को सर्किट हाउस, चंबा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी और जीएसटी 2.0 का बचाव करना पड़ा। “अगर यह सुधार वास्तव में जनता के हित में होता तो इसे जनता खुद महसूस करती। बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस और प्रचार करने की ज़रूरत क्यों है? यह इस बात का सबूत है कि जीएसटी 1.0 गलत था,” सरीन ने कहा। जीएसटी 1.0 (2017): पाँच स्लैब — 0%, 5%, 12%, 18%, 28% + उपकर। जटिल, उलझनभरा और छोटे व्यापारियों व उपभोक्ताओं पर भारी बोझ। जीएसटी 2.0 (2025): स्लैब घटाकर अब 5% और 18% किए गए, साथ ही 40% का नया लग्ज़री/पाप वस्तु स्लैब जोड़ा गया। सीमेंट, दोपहिया वाहन, छोटे कार और उपभोक्ता सामान 28% से घटाकर 18% में। जीवन व स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम को छूट दी गई। सरीन ने बीजेपी से सवाल किये की “अगर जीएसटी 2.0 सही है तो जीएसटी 1.0 गलत क्यों था?”“आठ साल तक झेलनी पड़ी महँगाई और व्यापारियों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा?”“अपने ही गलत फ़ैसले को सुधारकर बीजेपी किस हक़ से जश्न मना रही है?” सरीन ने कहा कि वे किसी भी सुधार का स्वागत करते है जो जनता को राहत दे, लेकिन बीजेपी की ढोंगी राजनीति और जश्न को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता। “आठ साल बाद सुधार करके इसे उपलब्धि बताना जनता का अपमान है। बीजेपी को जश्न मनाने की बजाय जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए,” उन्होंने कहा। बयान जारी करते समय मनीष सरीन के साथ राजेश चोभियाल, इच्छा राम टंडन, रजत शर्मा, योगराज महाजन, विशाल सिंह, विकास सिंह व विकास धीमान मौजूद रहे।
चम्बा , 26 सितंबर [ शिवानी ] ! डलहौज़ी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस कार्यकर्ता मनीष सरीन ने केंद्र सरकार के जीएसटी 2.0 को लेकर बीजेपी नेताओं के डोर-टू-डोर जश्न और प्रचार पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि अगर नई व्यवस्था सही और राहत देने वाली है, तो फिर पिछले आठ साल से लागू जीएसटी 1.0 में जनता से अन्याय और लूट क्यों की गई?
सरीन ने कहा, “बीजेपी नेता आज जीएसटी 2.0 को बड़ी उपलब्धि बताकर लोगों के घर-घर जा रहे हैं। लेकिन जनता पूछ रही है — अगर यह नया ढांचा सही है, तो क्या पुराना गलत था? आठ साल तक परिवारों और व्यापारियों को क्यों परेशान किया गया? क्या यह स्वीकार नहीं है कि जीएसटी 1.0 असफल और बोझिल था?”
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
सरीन ने बताया कि कांगड़ा–चंबा संसदीय क्षेत्र के बीजेपी सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज को भी मजबूरन गुरुवार को सर्किट हाउस, चंबा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी और जीएसटी 2.0 का बचाव करना पड़ा। “अगर यह सुधार वास्तव में जनता के हित में होता तो इसे जनता खुद महसूस करती। बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस और प्रचार करने की ज़रूरत क्यों है? यह इस बात का सबूत है कि जीएसटी 1.0 गलत था,” सरीन ने कहा।
जीएसटी 1.0 (2017): पाँच स्लैब — 0%, 5%, 12%, 18%, 28% + उपकर। जटिल, उलझनभरा और छोटे व्यापारियों व उपभोक्ताओं पर भारी बोझ। जीएसटी 2.0 (2025): स्लैब घटाकर अब 5% और 18% किए गए, साथ ही 40% का नया लग्ज़री/पाप वस्तु स्लैब जोड़ा गया। सीमेंट, दोपहिया वाहन, छोटे कार और उपभोक्ता सामान 28% से घटाकर 18% में। जीवन व स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम को छूट दी गई।
सरीन ने बीजेपी से सवाल किये की “अगर जीएसटी 2.0 सही है तो जीएसटी 1.0 गलत क्यों था?”
“आठ साल तक झेलनी पड़ी महँगाई और व्यापारियों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा?”
“अपने ही गलत फ़ैसले को सुधारकर बीजेपी किस हक़ से जश्न मना रही है?”
सरीन ने कहा कि वे किसी भी सुधार का स्वागत करते है जो जनता को राहत दे, लेकिन बीजेपी की ढोंगी राजनीति और जश्न को कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता। “आठ साल बाद सुधार करके इसे उपलब्धि बताना जनता का अपमान है। बीजेपी को जश्न मनाने की बजाय जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए,” उन्होंने कहा।
बयान जारी करते समय मनीष सरीन के साथ राजेश चोभियाल, इच्छा राम टंडन, रजत शर्मा, योगराज महाजन, विशाल सिंह, विकास सिंह व विकास धीमान मौजूद रहे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -