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हमीरपुर , 26 सितंबर [ बिंदिया ठाकुर ] ! आज राजकीय महाविद्यालय सुजानपुर टिहरा में भूगोल विभाग की ओर से अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या महोदया डॉ विभा ठाकुर जी ने की। प्राचार्य जी ने छात्रों के बीच पर्यावरण संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि पर्यावरण के कारण ही हम सब का अस्तित्व पृथ्वी पर है अतः हम सभी का यह परम कर्तव्य है कि हमें पर्यावरण संबंधित शुद्धता जागरूकता एवं समर्पण भावना के साथ इसे स्वच्छ रखना चाहिए। भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव ठाकुर ने पर्यावरण के प्रमुख तत्व वायु ,जल और पृथ्वी की गुणवत्ता को स्थाई रखने के लिए विद्यार्थियों के साथ विचार सांझा किया। उन्होंने बताया कि स्वच्छ पर्यावरण ही समाज के अच्छे जीवन यापन में सहायक हो सकता है। इसके उपरांत थुरल महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर कमल चौधरी जी ने विकासात्मक गतिविधियों और उनके पर्यावरण पर विपरीत प्रभावों के बारे में बताया। प्रो शशि शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण को प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बताते हुए इसके प्रति कर्तव्यों की जिम्मेदारी को व्यवहार में लाने के लिए प्रेरित किया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ उमा देवी जी ने रखा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति महाविद्यालय की प्रतिबद्धता को बताया। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के आचार्य प्रो सुरेश शर्मा तथा महाविद्यालय के लगभग 150 विद्यार्थी उपस्थित रहे ।
हमीरपुर , 26 सितंबर [ बिंदिया ठाकुर ] ! आज राजकीय महाविद्यालय सुजानपुर टिहरा में भूगोल विभाग की ओर से अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या महोदया डॉ विभा ठाकुर जी ने की। प्राचार्य जी ने छात्रों के बीच पर्यावरण संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि पर्यावरण के कारण ही हम सब का अस्तित्व पृथ्वी पर है अतः हम सभी का यह परम कर्तव्य है कि हमें पर्यावरण संबंधित शुद्धता जागरूकता एवं समर्पण भावना के साथ इसे स्वच्छ रखना चाहिए।
भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव ठाकुर ने पर्यावरण के प्रमुख तत्व वायु ,जल और पृथ्वी की गुणवत्ता को स्थाई रखने के लिए विद्यार्थियों के साथ विचार सांझा किया। उन्होंने बताया कि स्वच्छ पर्यावरण ही समाज के अच्छे जीवन यापन में सहायक हो सकता है। इसके उपरांत थुरल महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर कमल चौधरी जी ने विकासात्मक गतिविधियों और उनके पर्यावरण पर विपरीत प्रभावों के बारे में बताया।
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प्रो शशि शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण को प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बताते हुए इसके प्रति कर्तव्यों की जिम्मेदारी को व्यवहार में लाने के लिए प्रेरित किया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ उमा देवी जी ने रखा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति महाविद्यालय की प्रतिबद्धता को बताया। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के आचार्य प्रो सुरेश शर्मा तथा महाविद्यालय के लगभग 150 विद्यार्थी उपस्थित रहे ।
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