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मंडी , 12 जुलाई [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शुक्रवार रात और शनिवार सुबह करीब 12 बजे मंडी को कुल्लू से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग डयोड के पास अचानक हुए भूस्खलन के कारण बंद हो गया। पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर और मलबा गिरने से तीन अलग-अलग स्थानों पर सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई। हालात की गंभीरता को देखते हुए, यात्रियों की सुरक्षा के लिए रात 12 बजे नौ मील के सेफ जोन में ट्रैफिक को पूरी तरह से रोक दिया गया। देखते ही देखते हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इन वाहनों में पर्यटक, ट्रक, बसें और स्थानीय लोगों की गाड़ियाँ शामिल थीं। इस अचानक हुई घटना से हजारों लोग सड़क पर फंस गए, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही एएसआई अनिल कटोच अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जैसे ही भूस्खलन की सूचना मिली, बिना किसी देरी के घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और सभी वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया ताकि किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि न हो। पुलिस और प्रशासन ने हाईवे पर फंसे यात्रियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने और मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। लगातार प्रयासों के बाद शनिवार सुबह तक हाईवे को एक तरफा आवाजाही के लिए आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया। मलबा हटाने के लिए मशीनें लगातार काम कर रही हैं, लेकिन पूरी तरह से सड़क बहाल होने में अभी और समय लग सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी असुविधा से बचने के लिए प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
मंडी , 12 जुलाई [ शिवानी ] ! हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शुक्रवार रात और शनिवार सुबह करीब 12 बजे मंडी को कुल्लू से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग डयोड के पास अचानक हुए भूस्खलन के कारण बंद हो गया। पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर और मलबा गिरने से तीन अलग-अलग स्थानों पर सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई।
हालात की गंभीरता को देखते हुए, यात्रियों की सुरक्षा के लिए रात 12 बजे नौ मील के सेफ जोन में ट्रैफिक को पूरी तरह से रोक दिया गया। देखते ही देखते हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इन वाहनों में पर्यटक, ट्रक, बसें और स्थानीय लोगों की गाड़ियाँ शामिल थीं। इस अचानक हुई घटना से हजारों लोग सड़क पर फंस गए, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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घटना की जानकारी मिलते ही एएसआई अनिल कटोच अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जैसे ही भूस्खलन की सूचना मिली, बिना किसी देरी के घटनास्थल का निरीक्षण किया गया और सभी वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया ताकि किसी भी प्रकार की जानमाल की हानि न हो। पुलिस और प्रशासन ने हाईवे पर फंसे यात्रियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने और मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
लगातार प्रयासों के बाद शनिवार सुबह तक हाईवे को एक तरफा आवाजाही के लिए आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया। मलबा हटाने के लिए मशीनें लगातार काम कर रही हैं, लेकिन पूरी तरह से सड़क बहाल होने में अभी और समय लग सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी असुविधा से बचने के लिए प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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