

.चाइल्ड हेल्पलाइन की मुफ्त फोन सेवा 1098 की गतिबिधियों एवं कार्यप्रणाली की विस्तार से दी गई जानकारी।* . बाल भिक्षावृति की बुराई एवं उसको रोकने तथा बच्चों को स्कूल में दाखिला लेने हेतु किया गया प्रेरित।*
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
चम्बा , 27 मई [ शिवानी ] ! महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मिशन वात्सल्य के अंतर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग महिला और बाल विकास विभाग हिमाचल प्रदेश के माध्यम से संचालित *चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा जिला बाल संरक्षण इकाई चंबा* द्वारा 27-05-2025 को *सुल्तानपुर के माई-का-बाग* में *झुग्गियों में रह रहे प्रवासी मजदूरों व बच्चों* के लिए *आउटरीच कार्यक्रम* का आयोजन किया गया। अभिभावकों व बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन सुपरवाइजर विक्की व केस वर्कर चमन सिंह ने कार्यक्रम के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 की विस्तृत जानकारी दी व मुफ्त चाइल्ड हेल्पलाइन फोन सेवा 1098 के माध्यम से अनाथ, अर्ध-अनाथ, दिव्यांग, जन्म पंजीकरण से वंचित, स्कूल छोड़ चुके, घर से भागे हुए, बाल तस्करी, मानसिक और शारीरिक शारीरिक रूप से अक्षम, शोषित, अति निर्धन, बाल विवाह व बाल-मजदूरी से ग्रसित, छेड़छाड़ से पीड़ित व अन्य किसी भी कारण से शोषित बच्चों हेतु चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्हें पोक्सो अधिनियम के संबंध में भी जागरूक किया गया! कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि यदि किसी के द्वारा नाबालिग बच्चों को बहलाया-फुसलाया जाता है तो इसे किसी भी रूप में नजर अंदाज ना किया जाए! *अभिभावकों को बताया गया कि वे बच्चों से भीख न मंगवाएं। यदि बच्चे ऐसा स्वयं करते हैं तो उन्हें रोकें। अन्यथा अभिभावकों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्हें समझाया गया कि वे बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाएं और इस कार्य में चाइल्ड हेल्पलाइन द्वारा उनकी मदद की जाएगी। इसके लिए उनको बताया गया है कि शुक्रवार को चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम दोबारा आयेगी और बच्चों का दाखिला नजदीक के स्कूल में करवाया जाएगा।* *इसके साथ बाल तस्करी, नशे की बुराई पर भी चर्चा की गई! अभिभावकों को बताया गया कि मोबाइल में किसी नाबालिग की आपत्तिजनक सामग्री रखना व उसको स्वयं देखना या बच्चों को दिखाने पर भी कार्यवाही निश्चित की गई है।* चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मियों द्वारा बच्चों को सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श का अंतर समझाया गया। इसके साथ अभिभावकों व बच्चों को स्वच्छता, खान-पान एवं स्वास्थ्य से जुडी जानकारी भी साँझा की गईं। कार्यक्रम में 12 अभिभावक एवं 9 बच्चे मौजूद रहे।
चम्बा , 27 मई [ शिवानी ] ! महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मिशन वात्सल्य के अंतर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग महिला और बाल विकास विभाग हिमाचल प्रदेश के माध्यम से संचालित *चाइल्ड हेल्पलाइन चंबा जिला बाल संरक्षण इकाई चंबा* द्वारा 27-05-2025 को *सुल्तानपुर के माई-का-बाग* में *झुग्गियों में रह रहे प्रवासी मजदूरों व बच्चों* के लिए *आउटरीच कार्यक्रम* का आयोजन किया गया।
अभिभावकों व बच्चों को चाइल्ड हेल्पलाइन सुपरवाइजर विक्की व केस वर्कर चमन सिंह ने कार्यक्रम के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 1098 की विस्तृत जानकारी दी व मुफ्त चाइल्ड हेल्पलाइन फोन सेवा 1098 के माध्यम से अनाथ, अर्ध-अनाथ, दिव्यांग, जन्म पंजीकरण से वंचित, स्कूल छोड़ चुके, घर से भागे हुए, बाल तस्करी, मानसिक और शारीरिक शारीरिक रूप से अक्षम, शोषित, अति निर्धन, बाल विवाह व बाल-मजदूरी से ग्रसित, छेड़छाड़ से पीड़ित व अन्य किसी भी कारण से शोषित बच्चों हेतु चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
उन्हें पोक्सो अधिनियम के संबंध में भी जागरूक किया गया! कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि यदि किसी के द्वारा नाबालिग बच्चों को बहलाया-फुसलाया जाता है तो इसे किसी भी रूप में नजर अंदाज ना किया जाए! *अभिभावकों को बताया गया कि वे बच्चों से भीख न मंगवाएं। यदि बच्चे ऐसा स्वयं करते हैं तो उन्हें रोकें। अन्यथा अभिभावकों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
उन्हें समझाया गया कि वे बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलवाएं और इस कार्य में चाइल्ड हेल्पलाइन द्वारा उनकी मदद की जाएगी। इसके लिए उनको बताया गया है कि शुक्रवार को चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम दोबारा आयेगी और बच्चों का दाखिला नजदीक के स्कूल में करवाया जाएगा।*
*इसके साथ बाल तस्करी, नशे की बुराई पर भी चर्चा की गई! अभिभावकों को बताया गया कि मोबाइल में किसी नाबालिग की आपत्तिजनक सामग्री रखना व उसको स्वयं देखना या बच्चों को दिखाने पर भी कार्यवाही निश्चित की गई है।*
चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मियों द्वारा बच्चों को सुरक्षित और असुरक्षित स्पर्श का अंतर समझाया गया। इसके साथ अभिभावकों व बच्चों को स्वच्छता, खान-पान एवं स्वास्थ्य से जुडी जानकारी भी साँझा की गईं। कार्यक्रम में 12 अभिभावक एवं 9 बच्चे मौजूद रहे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -