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चम्बा , 30 दिसंबर [ शिवानी ] ! बेहतर स्वास्थ्य का दम भरने वाली प्रदेश सरकार एक बार फिर से विपक्ष ओर जनता की अदालत में कटघरे में आ पहुंची है। बताते चले कि चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। खाद्य आपूर्ति विभाग के डिपुओं में राशनकार्ड होल्डर को आजकल कीड़ों से भरे चावल अवांतरित किए जा रहे है। साफ तौर से देखा जा सकता है कि राशन कार्ड उपभोक्ताओं ने जब डिपुओं से दिए जाने वाले चावलों को खाने के लिए बनाया जाने लगा तो बेशुमार सफेद रंग के कीड़े इन चावलों ने इधर उधर भागते हुए देखे गए जिनको कि लोगों ने बाहर फेंक दिया। अब सवाल यह उठता है कि क्या राज्य की सरकार अब अपने घाटे को पूरा करने प्रदेश की जनता को कीड़े भरे चावल खिलाएगी।यह तस्वीरें चम्बा जिले के अंतर्गत पड़ने वाली जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत गरिमा की है और जहां पर खाद्य आपूर्ति का डिपो रेहला में चल रहा है। खाद्य आपूर्ति विभाग के इस डिपो में कीड़ों से भरे चावल दिखाई देने से विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि राशन डिपो में वितरित किए जा रहे चावल में कीड़े मौजूद हैं।स्थानीय निवासियों का कहना है कि डिपो में समय पर राशन उपलब्ध न होना पहले से ही एक बड़ी समस्या है, वहीं अब चावल से कीड़े निकलना उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गया है। लोगों ने विभाग से मांग की है कि मामले की तुरंत जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। ग्रामीणों का कहना है कि जनजातीय क्षेत्र होने के बावजूद यहां की जनता को घटिया और खराब राशन दिया जा रहा है, जो बेहद चिंताजनक है। अब देखना यह होगा कि खाद्य आपूर्ति विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और लोगों को कब तक राहत मिल पाती है। उधर इस बारे उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह घटना जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत गरिमा की है जहां पर खाद्य आपूर्ति विभाग के डिपो में जो चावल उपभोक्ताओं को बनते गए थे उनमें कीड़े पाए गए है, और जिन लोगों को वह चावल दिए गए थे उनको वह चावल बदल दिए गए है।उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा इंस्पेक्शन करवाया जा रहा है और आगामी जांच के बाद ही आगे पता चल पाएगा। जहां तक अभी तक जो जानकारी मिली है उससे ज्ञात हुआ है कि जिसमें कीड़े मिले थे केवल एक ही कट्टा मिला है बाकि के सभी चावल की बोरिया ठीक है। अलबत्ता इसकी जांच को लेकर विभाग की टीम इंस्पेक्शन कर रही है, और अगर गुणवत्ता की बात की जाए तो इसमें किसी तरह को कोई समझौता नहीं किया जाएगा।उन्होंने बताया कि अभी तक जांच चल रही है और खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी जांच रिपोर्ट की प्रतिक्षा में है।
चम्बा , 30 दिसंबर [ शिवानी ] ! बेहतर स्वास्थ्य का दम भरने वाली प्रदेश सरकार एक बार फिर से विपक्ष ओर जनता की अदालत में कटघरे में आ पहुंची है। बताते चले कि चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। खाद्य आपूर्ति विभाग के डिपुओं में राशनकार्ड होल्डर को आजकल कीड़ों से भरे चावल अवांतरित किए जा रहे है।
साफ तौर से देखा जा सकता है कि राशन कार्ड उपभोक्ताओं ने जब डिपुओं से दिए जाने वाले चावलों को खाने के लिए बनाया जाने लगा तो बेशुमार सफेद रंग के कीड़े इन चावलों ने इधर उधर भागते हुए देखे गए जिनको कि लोगों ने बाहर फेंक दिया। अब सवाल यह उठता है कि क्या राज्य की सरकार अब अपने घाटे को पूरा करने प्रदेश की जनता को कीड़े भरे चावल खिलाएगी।
यह तस्वीरें चम्बा जिले के अंतर्गत पड़ने वाली जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत गरिमा की है और जहां पर खाद्य आपूर्ति का डिपो रेहला में चल रहा है। खाद्य आपूर्ति विभाग के इस डिपो में कीड़ों से भरे चावल दिखाई देने से विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि राशन डिपो में वितरित किए जा रहे चावल में कीड़े मौजूद हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि डिपो में समय पर राशन उपलब्ध न होना पहले से ही एक बड़ी समस्या है, वहीं अब चावल से कीड़े निकलना उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गया है। लोगों ने विभाग से मांग की है कि मामले की तुरंत जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
ग्रामीणों का कहना है कि जनजातीय क्षेत्र होने के बावजूद यहां की जनता को घटिया और खराब राशन दिया जा रहा है, जो बेहद चिंताजनक है। अब देखना यह होगा कि खाद्य आपूर्ति विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और लोगों को कब तक राहत मिल पाती है।
उधर इस बारे उपायुक्त चंबा मुकेश रेप्सवाल से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह घटना जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत गरिमा की है जहां पर खाद्य आपूर्ति विभाग के डिपो में जो चावल उपभोक्ताओं को बनते गए थे उनमें कीड़े पाए गए है, और जिन लोगों को वह चावल दिए गए थे उनको वह चावल बदल दिए गए है।उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा इंस्पेक्शन करवाया जा रहा है और आगामी जांच के बाद ही आगे पता चल पाएगा।
जहां तक अभी तक जो जानकारी मिली है उससे ज्ञात हुआ है कि जिसमें कीड़े मिले थे केवल एक ही कट्टा मिला है बाकि के सभी चावल की बोरिया ठीक है। अलबत्ता इसकी जांच को लेकर विभाग की टीम इंस्पेक्शन कर रही है, और अगर गुणवत्ता की बात की जाए तो इसमें किसी तरह को कोई समझौता नहीं किया जाएगा।उन्होंने बताया कि अभी तक जांच चल रही है और खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी जांच रिपोर्ट की प्रतिक्षा में है।
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