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शिमला ! अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई ने आज विश्वविद्यालय के मुख्यसभागर में दिखाई द केरल स्टोरी फिल्म इस फिल्म में अदा शर्मा की दमदार एक्टिंग दिखी है. फिल्म में वे शालिनी उन्नीकृष्णन के रोल में दिखेंगी. हिंदू परिवार से ताल्लुक रखने वाली शालिनी अब फातिमा बन चुकी है. फिल्म में दिखाया जाता है कैसे मासूम हिंदू लड़कियों को गुमराह किया जाता है. उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें अल्लाह के करीब लाया जाता है. उन्हें यकीन दिलाया जाता है कि हिजाब पहनने वाली लड़कियों के साथ कभी रेप और बदतमीजी नहीं होती. फिर ये लड़कियां इस्लाम धर्म को अपना लेती हैं. उन्हें ISIS आतंकियों के बीच लाकर खड़ा कर दिया जाता है. फिर शुरू होता है वो खौफनाक मंजर जिसकी इन लड़कियों ने कभी कल्पना भी नहीं की थी. वो देखती हैं इंसानियत के भेष में दरिंदगी क्या होती है. ISIS आतंकियों का घिनौना चेहरा इन लड़कियों की रूह कंपा देता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नवनीत कौशल जी ने कार्यक्रम में अपने वक्तव्य में कहा की विधार्थी परिषद का इस फिल्म को दिखाने का मुख्य उद्देश हमारे समाज में लड़कियों को जागरूक करना है उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की केरल साक्षरता की दृष्टि से तो सबसे आगे है और वहा की सरकार भी सुदृढ़ कानून व्यवस्था की बाते तो करती है परन्तु उसी राज्य से 32000 महिलाओं की गुम होने की बात आती है। जिनका आज तक पता नहीं चला है, इसलिए उन्होंने वहा उपस्थित छात्राओं से आग्रह भी किया की ऐसे विचारों से उचित दूरी बनाए रखें, जो समाज के माहोल को खराब करने का करते हैं। इसी के साथ इकाई मंत्री इंद्र जी ने छात्रों को कार्यक्रम सफल बनाने पर धन्यवाद भाषण के साथ कार्यक्रम का समापन करा।फिल्म समाप्त होने के बाद छात्रों में फिल्म चर्चा का विषय बनी हुई है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला ! अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय इकाई ने आज विश्वविद्यालय के मुख्यसभागर में दिखाई द केरल स्टोरी फिल्म इस फिल्म में अदा शर्मा की दमदार एक्टिंग दिखी है. फिल्म में वे शालिनी उन्नीकृष्णन के रोल में दिखेंगी. हिंदू परिवार से ताल्लुक रखने वाली शालिनी अब फातिमा बन चुकी है. फिल्म में दिखाया जाता है कैसे मासूम हिंदू लड़कियों को गुमराह किया जाता है. उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें अल्लाह के करीब लाया जाता है. उन्हें यकीन दिलाया जाता है कि हिजाब पहनने वाली लड़कियों के साथ कभी रेप और बदतमीजी नहीं होती. फिर ये लड़कियां इस्लाम धर्म को अपना लेती हैं. उन्हें ISIS आतंकियों के बीच लाकर खड़ा कर दिया जाता है. फिर शुरू होता है वो खौफनाक मंजर जिसकी इन लड़कियों ने कभी कल्पना भी नहीं की थी. वो देखती हैं इंसानियत के भेष में दरिंदगी क्या होती है. ISIS आतंकियों का घिनौना चेहरा इन लड़कियों की रूह कंपा देता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नवनीत कौशल जी ने कार्यक्रम में अपने वक्तव्य में कहा की विधार्थी परिषद का इस फिल्म को दिखाने का मुख्य उद्देश हमारे समाज में लड़कियों को जागरूक करना है उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की केरल साक्षरता की दृष्टि से तो सबसे आगे है और वहा की सरकार भी सुदृढ़ कानून व्यवस्था की बाते तो करती है परन्तु उसी राज्य से 32000 महिलाओं की गुम होने की बात आती है। जिनका आज तक पता नहीं चला है, इसलिए उन्होंने वहा उपस्थित छात्राओं से आग्रह भी किया की ऐसे विचारों से उचित दूरी बनाए रखें, जो समाज के माहोल को खराब करने का करते हैं।
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