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शिमला , 29 मई [ विशाल सूद ] ! चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने उच्च शिक्षा, नवाचार, स्टार्टअप्स, प्लेसमेंट और खेलों के क्षेत्र में अपने शानदार प्रदर्शन से देश-विदेश में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के VC के एडवाइज़र प्रो. आर.के. बावा ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में बल्कि रोजगार, अनुसंधान और खेलों में भी अपने छात्रों को वैश्विक मंच तक पहुंचाया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के VC के एडवाइज़र प्रो. आर.के. बावा ने कहा कि टीवीआई के तहत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 150 से अधिक स्टार्टअप्स सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं, जिनमें से 17 अकेले हिमाचल प्रदेश से हैं। यूनिवर्सिटी में 30 अत्याधुनिक इनोवेशन लैब्स और 32 उत्कृष्टता केंद्र मौजूद हैं, जो छात्रों को नवाचार और अनुसंधान के लिए वातावरण प्रदान करते हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को NAAC द्वारा A+ ग्रेड और NBA तथा ABET जैसी शीर्ष संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है। यह भारत की टॉप 5% यूनिवर्सिटियों में शामिल है। यूनिवर्सिटी के 560 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च नेटवर्क सदस्य हैं और 65 से अधिक देशों के 3000 विदेशी छात्र यहां अध्ययन कर रहे हैं। 2024-25 के शैक्षणिक सत्र में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के 9500 से अधिक छात्रों को विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से जॉब ऑफर मिले, जिसमें 519 हिमाचल प्रदेश के छात्र भी शामिल हैं। इनमें से 122 छात्रों को टॉप इंटरनेशनल फर्म्स से प्लेसमेंट ऑफर मिला। सबसे ऊंचा पैकेज 54.75 लाख रुपये वार्षिक का रहा। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने खेलों में भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यूनिवर्सिटी गेम्स 2024 में 71 पदक जीतकर यह पहला निजी विश्वविद्यालय बना जिसने मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (MAKA) ट्रॉफी प्राप्त की। अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी, जिन्होंने T20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लिए, सीयू के ही छात्र रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के होनहार छात्रों को CUCET 2025 के तहत 100% छात्रवृत्ति का मौका मिलेगा। 2024-25 में ही हिमाचल के 50 से अधिक छात्रों को टॉप फर्म्स से जॉब ऑफर मिल चुका है। पिछले 12 वर्षों में 5,723 हिमाचली छात्रों को 5.70 करोड़ रुपये से अधिक की स्कॉलरशिप दी गई है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के पास 14,700 से अधिक रिसर्च पब्लिकेशन्स और 4,300 से ज्यादा पेटेंट्स हैं। अकेले 2024 में ही 625 रिसर्च पेपर और 1,416 पेटेंट दाखिल किए गए। इनमें से 167 पेटेंट हिमाचल प्रदेश के छात्रों द्वारा दायर किए गए हैं।
शिमला , 29 मई [ विशाल सूद ] ! चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने उच्च शिक्षा, नवाचार, स्टार्टअप्स, प्लेसमेंट और खेलों के क्षेत्र में अपने शानदार प्रदर्शन से देश-विदेश में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के VC के एडवाइज़र प्रो. आर.के. बावा ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में बल्कि रोजगार, अनुसंधान और खेलों में भी अपने छात्रों को वैश्विक मंच तक पहुंचाया है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के VC के एडवाइज़र प्रो. आर.के. बावा ने कहा कि टीवीआई के तहत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 150 से अधिक स्टार्टअप्स सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं, जिनमें से 17 अकेले हिमाचल प्रदेश से हैं। यूनिवर्सिटी में 30 अत्याधुनिक इनोवेशन लैब्स और 32 उत्कृष्टता केंद्र मौजूद हैं, जो छात्रों को नवाचार और अनुसंधान के लिए वातावरण प्रदान करते हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को NAAC द्वारा A+ ग्रेड और NBA तथा ABET जैसी शीर्ष संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है। यह भारत की टॉप 5% यूनिवर्सिटियों में शामिल है।
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यूनिवर्सिटी के 560 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च नेटवर्क सदस्य हैं और 65 से अधिक देशों के 3000 विदेशी छात्र यहां अध्ययन कर रहे हैं। 2024-25 के शैक्षणिक सत्र में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के 9500 से अधिक छात्रों को विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से जॉब ऑफर मिले, जिसमें 519 हिमाचल प्रदेश के छात्र भी शामिल हैं। इनमें से 122 छात्रों को टॉप इंटरनेशनल फर्म्स से प्लेसमेंट ऑफर मिला। सबसे ऊंचा पैकेज 54.75 लाख रुपये वार्षिक का रहा।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने खेलों में भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यूनिवर्सिटी गेम्स 2024 में 71 पदक जीतकर यह पहला निजी विश्वविद्यालय बना जिसने मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (MAKA) ट्रॉफी प्राप्त की। अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ी, जिन्होंने T20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लिए, सीयू के ही छात्र रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के होनहार छात्रों को CUCET 2025 के तहत 100% छात्रवृत्ति का मौका मिलेगा। 2024-25 में ही हिमाचल के 50 से अधिक छात्रों को टॉप फर्म्स से जॉब ऑफर मिल चुका है। पिछले 12 वर्षों में 5,723 हिमाचली छात्रों को 5.70 करोड़ रुपये से अधिक की स्कॉलरशिप दी गई है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के पास 14,700 से अधिक रिसर्च पब्लिकेशन्स और 4,300 से ज्यादा पेटेंट्स हैं। अकेले 2024 में ही 625 रिसर्च पेपर और 1,416 पेटेंट दाखिल किए गए। इनमें से 167 पेटेंट हिमाचल प्रदेश के छात्रों द्वारा दायर किए गए हैं।
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