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शिमला , 27 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! राजकीय कन्या महाविद्यालय (आर.के.एम.वी.), शिमला में आज राष्ट्रीय लेखा एवं लेखा परीक्षा अकादमी, शिमला द्वारा “वित्तीय साक्षरता एवं सिविल सेवाओं में करियर के अवसर” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज के कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उप-प्राचार्य कार्तिक श्री मृत्युंजय चौहान उपस्थित रहे। उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में छात्राओं को लक्ष्य निर्धारण, आत्मविश्वास और सतत परिश्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। व्याख्यान में राष्ट्रीय लेखा एवं लेखा परीक्षा अकादमी, शिमला के अधिकारी प्रशिक्षु टीम लीडर श्री रंजन कुमार तथा श्री आकांश धुल, सुश्री अक्षी दुबे, सुश्री इन्सुमरना लोंगकुमर, श्री तंडिन वांगडी एवं सुश्री वैदेही गुप्ता ने भाग लिया। टीम ने वित्तीय साक्षरता के मूल सिद्धांतों, व्यक्तिगत वित्त प्रबंधन, निवेश के प्रति जागरूकता, और जिम्मेदार आर्थिक निर्णय लेने की आवश्यकता पर उपयोगी जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने भारतीय सिविल सेवाओं की संरचना, चयन प्रक्रिया, प्रशिक्षण प्रणाली और इसमें उपलब्ध विविध करियर अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में लगभग 150 छात्राओं तथा 20 प्राध्यापकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। उपस्थित छात्राओं ने व्याख्यान को अत्यंत प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक बताते हुए इस प्रकार के सत्रों के नियमित आयोजन की अपेक्षा व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल की टीम द्वारा किया गया, और अंत में अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर ने छात्राओं में न केवल वित्तीय जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उन्हें सिविल सेवाओं जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में भविष्य निर्माण हेतु प्रेरित भी किया।
शिमला , 27 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! राजकीय कन्या महाविद्यालय (आर.के.एम.वी.), शिमला में आज राष्ट्रीय लेखा एवं लेखा परीक्षा अकादमी, शिमला द्वारा “वित्तीय साक्षरता एवं सिविल सेवाओं में करियर के अवसर” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज के कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उप-प्राचार्य कार्तिक श्री मृत्युंजय चौहान उपस्थित रहे।
उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में छात्राओं को लक्ष्य निर्धारण, आत्मविश्वास और सतत परिश्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। व्याख्यान में राष्ट्रीय लेखा एवं लेखा परीक्षा अकादमी, शिमला के अधिकारी प्रशिक्षु टीम लीडर श्री रंजन कुमार तथा श्री आकांश धुल, सुश्री अक्षी दुबे, सुश्री इन्सुमरना लोंगकुमर, श्री तंडिन वांगडी एवं सुश्री वैदेही गुप्ता ने भाग लिया।
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टीम ने वित्तीय साक्षरता के मूल सिद्धांतों, व्यक्तिगत वित्त प्रबंधन, निवेश के प्रति जागरूकता, और जिम्मेदार आर्थिक निर्णय लेने की आवश्यकता पर उपयोगी जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने भारतीय सिविल सेवाओं की संरचना, चयन प्रक्रिया, प्रशिक्षण प्रणाली और इसमें उपलब्ध विविध करियर अवसरों पर विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में लगभग 150 छात्राओं तथा 20 प्राध्यापकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
उपस्थित छात्राओं ने व्याख्यान को अत्यंत प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक बताते हुए इस प्रकार के सत्रों के नियमित आयोजन की अपेक्षा व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन कैरियर गाइडेंस एवं प्लेसमेंट सेल की टीम द्वारा किया गया, और अंत में अतिथि वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर ने छात्राओं में न केवल वित्तीय जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उन्हें सिविल सेवाओं जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में भविष्य निर्माण हेतु प्रेरित भी किया।
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