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शिमला , 24 जून [ शिवानी ] ! एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा डीएस महोदय को ज्ञापन सोपा गया ज्ञापन के माध्यम से एस एफ आई ने कॉलेजों में प्रवेश की तिथि को बढ़ाने की मांग की गई। कैंपस उपाध्यक्ष योगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालय में कॉलेज दाखिले वर्तमान में चल रहे हैं। कॉलेज में दाखिला हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 19 जून निर्धारित की गई थी और अंतिम तिथि हो जाने के बाद अब महाविद्यालय कोई आवेदन नहीं ले रहा है और अपने स्तर पर प्राप्त हुए आवेदन पर दाखिले दे रहा है कैंपस उपाध्यक्ष योगी ने कहा की एचपी बोस द्वारा 19 जून शाम को ही एसओएस 12th का परिणाम घोषित किया गया जिसमें पास होने वाले नए अनेक छात्र दाखिला लेने योग्य हो गए लेकिन अंतिम तिथि हो जाने के कारण उन्हें दाखिला लेने में दिक्कत आ रही है इसके अलावा कुछ अन्य छात्र भी है जो किसी अन्य कारण से आवेदन नहीं कर पाए । कैंपस उपाध्यक्ष योगी ने कहा कि कॉलेज में दाखिले की आवेदन की तिथि को बढ़ाया जाए ताकि जो छात्र दाखिला नहीं ले पाए हैं उन्हें एक मौका मिल सके । एस एफ आई ने कहां की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही के अंदर पीएचडी के दाखिले के आवेदन मांगे गए हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की नाकामी है कि अभी तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण देने में पूरी तरह से नाकामयाब है एस एफ आई कहा कि संविधान के 103 संशोधन के तहत 2019 के अंदर आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए आरक्षण की सुविधा दी गई थी लेकिन लगभग 6 वर्षों का समय हो चुका है अभी तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय दाखिले में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण नहीं दे पाया । एस एफ आई ने आगे बात रखते हुए कहा कि लगातार अनेक आर्थिक रूप से कमजोर छात्र उच्च न्यायालय से अपने दाखिल को ले रहे हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा रोस्टर सिस्टम में इसका प्रावधान नहीं किया जा रहा । एस एफ आई ने साफ तौर पर यह कहा कि दाखिलों में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों का आरक्षण रोस्टर सिस्टम में जोड़ा जाए। एस एफ आई ने चेतावनी देते हुए कहा की यदि छात्रों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जाएगा और कॉलेज में दाखिले की तिथि को ना बढ़ाया गया तथा पीएचडी के दाखिले में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण नहीं दिया गया तो एस एफ आई छात्रों को लामबंद करते हुए विश्विद्यालय के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी जिसका जिम्मेवार स्वयं प्रशासन होगा।
शिमला , 24 जून [ शिवानी ] ! एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा डीएस महोदय को ज्ञापन सोपा गया ज्ञापन के माध्यम से एस एफ आई ने कॉलेजों में प्रवेश की तिथि को बढ़ाने की मांग की गई। कैंपस उपाध्यक्ष योगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालय में कॉलेज दाखिले वर्तमान में चल रहे हैं।
कॉलेज में दाखिला हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 19 जून निर्धारित की गई थी और अंतिम तिथि हो जाने के बाद अब महाविद्यालय कोई आवेदन नहीं ले रहा है और अपने स्तर पर प्राप्त हुए आवेदन पर दाखिले दे रहा है कैंपस उपाध्यक्ष योगी ने कहा की एचपी बोस द्वारा 19 जून शाम को ही एसओएस 12th का परिणाम घोषित किया गया जिसमें पास होने वाले नए अनेक छात्र दाखिला लेने योग्य हो गए लेकिन अंतिम तिथि हो जाने के कारण उन्हें दाखिला लेने में दिक्कत आ रही है इसके अलावा कुछ अन्य छात्र भी है जो किसी अन्य कारण से आवेदन नहीं कर पाए ।
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कैंपस उपाध्यक्ष योगी ने कहा कि कॉलेज में दाखिले की आवेदन की तिथि को बढ़ाया जाए ताकि जो छात्र दाखिला नहीं ले पाए हैं उन्हें एक मौका मिल सके ।
एस एफ आई ने कहां की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही के अंदर पीएचडी के दाखिले के आवेदन मांगे गए हैं लेकिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की नाकामी है कि अभी तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण देने में पूरी तरह से नाकामयाब है एस एफ आई कहा कि संविधान के 103 संशोधन के तहत 2019 के अंदर आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए आरक्षण की सुविधा दी गई थी लेकिन लगभग 6 वर्षों का समय हो चुका है अभी तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय दाखिले में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण नहीं दे पाया ।
एस एफ आई ने आगे बात रखते हुए कहा कि लगातार अनेक आर्थिक रूप से कमजोर छात्र उच्च न्यायालय से अपने दाखिल को ले रहे हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा रोस्टर सिस्टम में इसका प्रावधान नहीं किया जा रहा । एस एफ आई ने साफ तौर पर यह कहा कि दाखिलों में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों का आरक्षण रोस्टर सिस्टम में जोड़ा जाए।
एस एफ आई ने चेतावनी देते हुए कहा की यदि छात्रों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जाएगा और कॉलेज में दाखिले की तिथि को ना बढ़ाया गया तथा पीएचडी के दाखिले में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को आरक्षण नहीं दिया गया तो एस एफ आई छात्रों को लामबंद करते हुए विश्विद्यालय के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी जिसका जिम्मेवार स्वयं प्रशासन होगा।
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