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शिमला , 16 मई [ विशाल सूद ] ! शिमला टका बेंच स्थित बुक कैफ़े में एक बार फिर स्थानीय लोगों सहित पर्यटक भी चाय की चुस्कियों के साथ पढ़ाई का भी आनद ले सकेंगे। सबसे पहले यह कैफ़े 2017 में खोला गया था जिसे संचालन के लिए प्रदेश के कारागारों में बंद कैदियों को सौंपा गया था। लेकिन विभिन्न कारणों से बार बार इसके खुलने व बंद होने का सिलसिला चलता रहा। अब लंबे समय के बाद इसे पुनः पर्यटको और स्थानीय लोगों के लिये खोल दिया गया है। आज इस बुक कैफ़े को कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विधिवत रूप से लोगों के लिए समर्पित कर दिया। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पर्यटकों , स्थानीय लोगों व युवा वर्ग के लिए यह स्थान पढ़ाई के साथ -साथ ही खाने पीने के लिए उपर्युक्त साबित होगा। जंहा पढ़ाई के साथ ही वे चाय की चुस्कियों का भी आनद उठा पाएंगे। इस अवसर पर विक्रमादित्य ने बताया कि कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को सेक्टरेट और हाई कोर्ट में उचित स्थान देकर बिक्री के लिए रखा गया है इसी प्रकार इस बुक कैफे में भी कैदियों द्वारा बनाए गए बेकरी उत्पादों को बेचा जाएगा। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कारागार में कैदी अपनी सजा भुगत रहे हैं परंतु उनके लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने अथवा उनकी सजा पूरे होने के बाद वे खुद को समाज में बेहतर तरीके से स्थापित कर सके इसके लिए सरकार बेहतर प्रयास कर रही है। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला , 16 मई [ विशाल सूद ] ! शिमला टका बेंच स्थित बुक कैफ़े में एक बार फिर स्थानीय लोगों सहित पर्यटक भी चाय की चुस्कियों के साथ पढ़ाई का भी आनद ले सकेंगे। सबसे पहले यह कैफ़े 2017 में खोला गया था जिसे संचालन के लिए प्रदेश के कारागारों में बंद कैदियों को सौंपा गया था। लेकिन विभिन्न कारणों से बार बार इसके खुलने व बंद होने का सिलसिला चलता रहा। अब लंबे समय के बाद इसे पुनः पर्यटको और स्थानीय लोगों के लिये खोल दिया गया है।
आज इस बुक कैफ़े को कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विधिवत रूप से लोगों के लिए समर्पित कर दिया। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पर्यटकों , स्थानीय लोगों व युवा वर्ग के लिए यह स्थान पढ़ाई के साथ -साथ ही खाने पीने के लिए उपर्युक्त साबित होगा।
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जंहा पढ़ाई के साथ ही वे चाय की चुस्कियों का भी आनद उठा पाएंगे। इस अवसर पर विक्रमादित्य ने बताया कि कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को सेक्टरेट और हाई कोर्ट में उचित स्थान देकर बिक्री के लिए रखा गया है इसी प्रकार इस बुक कैफे में भी कैदियों द्वारा बनाए गए बेकरी उत्पादों को बेचा जाएगा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कारागार में कैदी अपनी सजा भुगत रहे हैं परंतु उनके लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने अथवा उनकी सजा पूरे होने के बाद वे खुद को समाज में बेहतर तरीके से स्थापित कर सके इसके लिए सरकार बेहतर प्रयास कर रही है।
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