वन विभाग और प्रशासन पर लगाए कई गंभीर आरोप
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शिमला , 13 नवंबर [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार में प्रशासन द्वारा हरे पेड़ो को काटने की अनुमति देने से स्थानीय व्यापारी भड़क गए है। वीरवार को लक्कड़ बाजार में मजदूरो दो पेड़ काटे ओर जैसे ही एक बड़ा हरा पेड़ काटने लगे तो व्यापारियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और पेड़ कटान रुकवा दिया। ये पेड़ सत्संग भवन के लिए साथ है और इसे काटने की अनुमति एसडीएम द्वारा दी गई। स्थानीय व्यापारियों का आरोप है कि यह पेड़ किसी भी तरह से खतरनाक नहीं लग रहा है और नहीं गिरने की कगार पर है केवल एक व्यक्ति के लिए सारे पेड़ों को काटा जा रहा है। स्थानीय दुकानदार रामपाल ने कहा कि यह पेड़ किसी के लिए भी खतरा नहीं लेकिन उसे खतरनाक बढ़कर काटने का अनुमति दी गई है जबकि यह पेड़ किसी को खतरा नहीं है एक व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए इस पेड़ को काटा जा रहा है उन्होंने कहा कि इसको लेकर डीएफओ सहित अन्य अधिकारियों को भी फोन किया गया । लेकिन मौके पर कोई नही पहुचा। लोगों द्वारा इस पेड़ कटान को रोका गया है उन्होंने प्रशासन से मांग की की इस तरह से शहर में हरे भरे पेड़ों को ना काटा जाए। वही अन्य दुकानदारों ने भी इस पेड़ को न काटने की मांग उठाई। वहीं संस्था के सेक्रेटरी जे आर वर्मा ने कहा कि इस पेड़ को काटने के लिए बाकायदा प्रशासन से अनुमति दी गई है यह पेड़ भविष्य में खतरा है जिसको काटने का आग्रह प्रशासन से किया गया था और इसकी अनुमति दी गई है यहां पर लोग बेवजह ही इस मामले को तूल दे रहे हैं।
शिमला , 13 नवंबर [ विशाल सूद ] ! राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार में प्रशासन द्वारा हरे पेड़ो को काटने की अनुमति देने से स्थानीय व्यापारी भड़क गए है। वीरवार को लक्कड़ बाजार में मजदूरो दो पेड़ काटे ओर जैसे ही एक बड़ा हरा पेड़ काटने लगे तो व्यापारियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और पेड़ कटान रुकवा दिया।
ये पेड़ सत्संग भवन के लिए साथ है और इसे काटने की अनुमति एसडीएम द्वारा दी गई। स्थानीय व्यापारियों का आरोप है कि यह पेड़ किसी भी तरह से खतरनाक नहीं लग रहा है और नहीं गिरने की कगार पर है केवल एक व्यक्ति के लिए सारे पेड़ों को काटा जा रहा है।
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स्थानीय दुकानदार रामपाल ने कहा कि यह पेड़ किसी के लिए भी खतरा नहीं लेकिन उसे खतरनाक बढ़कर काटने का अनुमति दी गई है जबकि यह पेड़ किसी को खतरा नहीं है एक व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए इस पेड़ को काटा जा रहा है उन्होंने कहा कि इसको लेकर डीएफओ सहित अन्य अधिकारियों को भी फोन किया गया ।
लेकिन मौके पर कोई नही पहुचा। लोगों द्वारा इस पेड़ कटान को रोका गया है उन्होंने प्रशासन से मांग की की इस तरह से शहर में हरे भरे पेड़ों को ना काटा जाए। वही अन्य दुकानदारों ने भी इस पेड़ को न काटने की मांग उठाई।
वहीं संस्था के सेक्रेटरी जे आर वर्मा ने कहा कि इस पेड़ को काटने के लिए बाकायदा प्रशासन से अनुमति दी गई है यह पेड़ भविष्य में खतरा है जिसको काटने का आग्रह प्रशासन से किया गया था और इसकी अनुमति दी गई है यहां पर लोग बेवजह ही इस मामले को तूल दे रहे हैं।
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