राज्य अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष ने कबीर पंथी समाज सुधार सभा के धार्मिक-सांस्कृतिक समारोह में की शिरकत*
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ऊना , 11 जून [ विशाल सूद ] ! संत शिरोमणि कबीर दास जी के प्रकट दिवस के अवसर पर बुधवार को ऊना जिले के अंब में हिमाचल प्रदेश कबीर पंथी समाज सुधार सभा द्वारा एक भव्य धार्मिक-सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार धीमान ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर संत कबीर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धाभाव से नमन करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं। समारोह को संबोधित करते हुए आयोग अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कहा कि संत कबीर केवल एक संत नहीं, बल्कि एक जागरूक विचारधारा हैं। उन्होंने समाज को छुआछूत, जात-पात और भेदभाव से ऊपर उठकर समता और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी । उन्होंने कहा कि कबीर जी की वाणी में वह शक्ति है जो सदियों से समाज को झकझोरती रही है और आज के दौर में भी उतनी ही प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संत कबीर की शिक्षाओं से जुड़ना चाहिए, क्योंकि उनके विचार समानता, भाईचारे और आत्मबोध की वह रोशनी हैं, जो समतामूलक समाज के निर्माण में मार्गदर्शक बन सकती है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से आग्रह किया कि वे धर्म, जाति व वर्ग से ऊपर उठकर एकजुट समाज की स्थापना में सहभागी बनें। इस मौके पर श्रद्धालुओं और ग्रामीण महिलाओं ने सामूहिक सत्संग व प्रसाद वितरण में भाग लिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कबीर पंथी समाज सुधार सभा के प्रयास की सराहना की। इस दौरान सभा के सदस्यों ने अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपकर समाज की समस्याओं एवं मांगों के बारे में अवगत कराया।
ऊना , 11 जून [ विशाल सूद ] ! संत शिरोमणि कबीर दास जी के प्रकट दिवस के अवसर पर बुधवार को ऊना जिले के अंब में हिमाचल प्रदेश कबीर पंथी समाज सुधार सभा द्वारा एक भव्य धार्मिक-सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार धीमान ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर संत कबीर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धाभाव से नमन करते हुए प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
समारोह को संबोधित करते हुए आयोग अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कहा कि संत कबीर केवल एक संत नहीं, बल्कि एक जागरूक विचारधारा हैं। उन्होंने समाज को छुआछूत, जात-पात और भेदभाव से ऊपर उठकर समता और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी । उन्होंने कहा कि कबीर जी की वाणी में वह शक्ति है जो सदियों से समाज को झकझोरती रही है और आज के दौर में भी उतनी ही प्रासंगिक है।
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उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संत कबीर की शिक्षाओं से जुड़ना चाहिए, क्योंकि उनके विचार समानता, भाईचारे और आत्मबोध की वह रोशनी हैं, जो समतामूलक समाज के निर्माण में मार्गदर्शक बन सकती है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से आग्रह किया कि वे धर्म, जाति व वर्ग से ऊपर उठकर एकजुट समाज की स्थापना में सहभागी बनें।
इस मौके पर श्रद्धालुओं और ग्रामीण महिलाओं ने सामूहिक सत्संग व प्रसाद वितरण में भाग लिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार ने कबीर पंथी समाज सुधार सभा के प्रयास की सराहना की। इस दौरान सभा के सदस्यों ने अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपकर समाज की समस्याओं एवं मांगों के बारे में अवगत कराया।
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