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चम्बा ,04 फरवरी ! भारतीय संस्कृति की उच्च संत परंपराओं में गुरू रविदास एक सर्वश्रेष्ठ एवं महान संत थे जिनकी शिक्षाऐं एवं उपदेश वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भी प्रासंगिक हैं जिनका हर व्यक्ति को अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए अनुसरण करना चाहिए । यह बात आज सदर विधायक नीरज नैय्यर ने संत गुरू रविदास के 646वां प्रकाशोत्सव के अवसर पर चम्बा में निकाली गई शोभायात्रा में भाग लेने के उपरांत कही। शोभा यात्रा का आयोजन गुरु रविदास गुरुद्वारा परिसर धड़ोग से होते हुए चंबा शहर का भ्रमण कर वापिस गुरु रविदास गुरुद्वारा परिसर पर संपन्न हुई। उन्होने लोगों को संत गुरू रविदास के प्रकाश पर्व पर अपनी शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि संत गुरू रविदास एक महान संत, कवि, दार्शनिक, और समाज सुधारक थे। जिन्होने समाज में फैली छुआछूत जैसी विभिन्न समाजिक कुरितियों के उन्मूलन करने और लोगों को आध्यत्मवाद से जोड़कर प्यार, सदभावना का संदेश दिया था । इस अवसर पर शोभायात्रा में बड़ी संख्या में प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
चम्बा ,04 फरवरी ! भारतीय संस्कृति की उच्च संत परंपराओं में गुरू रविदास एक सर्वश्रेष्ठ एवं महान संत थे जिनकी शिक्षाऐं एवं उपदेश वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भी प्रासंगिक हैं जिनका हर व्यक्ति को अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए अनुसरण करना चाहिए । यह बात आज सदर विधायक नीरज नैय्यर ने संत गुरू रविदास के 646वां प्रकाशोत्सव के अवसर पर चम्बा में निकाली गई शोभायात्रा में भाग लेने के उपरांत कही।
शोभा यात्रा का आयोजन गुरु रविदास गुरुद्वारा परिसर धड़ोग से होते हुए चंबा शहर का भ्रमण कर वापिस गुरु रविदास गुरुद्वारा परिसर पर संपन्न हुई। उन्होने लोगों को संत गुरू रविदास के प्रकाश पर्व पर अपनी शुभकामनाऐं देते हुए कहा कि संत गुरू रविदास एक महान संत, कवि, दार्शनिक, और समाज सुधारक थे।
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जिन्होने समाज में फैली छुआछूत जैसी विभिन्न समाजिक कुरितियों के उन्मूलन करने और लोगों को आध्यत्मवाद से जोड़कर प्यार, सदभावना का संदेश दिया था । इस अवसर पर शोभायात्रा में बड़ी संख्या में प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया।
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