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चम्बा ! हिमाचल प्रदेश निजी ड्राइवर कंडक्टर यूनियन चंबा का प्रतिनिधि मंडल सीटू महासचिव सुदेश ठाकुर एवं सीटू जिला कोषाध्यक्ष विपिन शर्मा की अध्यक्षता में उपायुक्त चंबा से मिला। इस मौके पर मांगों को लेकर सौंपा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनकी हालत काफी दयनीय हो गई है। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया। जिसके कारण सभी गम्भीर आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। अब तो परिवार का गुजरा करने में भी मुश्किल आ रही है। उन्होंने कहा कि सभी वर्ग को राहत सरकार की तरफ से दी गई लेकिन किसी ने चालक परिचालक का हाल नही पूछा। न ही मालिक और न ही सरकार को कोई याद आई। अब तो दुकानदारों ने भी उधारी का राशन देना बंद कर दिया है। यूनियन ने सरकार से मांग की है कि लॉकडाउन के दौरान का वेतन दिया जाए। जब तक काम सुचारू रुप से नहीं चलता सभी ड्राइवर कंडक्टरों को हर महीने आर्थिक मदद के तौर पर 10 हजार रुपये दिए जाएं। यूनियन ने निजी बस मालिकों से भी अपील की है कि इस संकट की घड़ी में वो भी उनका वेतन दें।
चम्बा ! हिमाचल प्रदेश निजी ड्राइवर कंडक्टर यूनियन चंबा का प्रतिनिधि मंडल सीटू महासचिव सुदेश ठाकुर एवं सीटू जिला कोषाध्यक्ष विपिन शर्मा की अध्यक्षता में उपायुक्त चंबा से मिला। इस मौके पर मांगों को लेकर सौंपा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते उनकी हालत काफी दयनीय हो गई है। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया। जिसके कारण सभी गम्भीर आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। अब तो परिवार का गुजरा करने में भी मुश्किल आ रही है।
उन्होंने कहा कि सभी वर्ग को राहत सरकार की तरफ से दी गई लेकिन किसी ने चालक परिचालक का हाल नही पूछा। न ही मालिक और न ही सरकार को कोई याद आई। अब तो दुकानदारों ने भी उधारी का राशन देना बंद कर दिया है। यूनियन ने सरकार से मांग की है कि लॉकडाउन के दौरान का वेतन दिया जाए। जब तक काम सुचारू रुप से नहीं चलता सभी ड्राइवर कंडक्टरों को हर महीने आर्थिक मदद के तौर पर 10 हजार रुपये दिए जाएं। यूनियन ने निजी बस मालिकों से भी अपील की है कि इस संकट की घड़ी में वो भी उनका वेतन दें।
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