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चम्बा, 02 अगस्त [ श्रेया ] ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चम्बा द्वारा आज दिनांक 02/08/ 2023 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी चम्बा के सभागार में विश्व स्तनपान दिवस एवं विश्व ओ आर एस दिवस 2023 का जिला स्तरीय आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कपिल शर्मा ने की। इस आयोजन में चंबा शहरी क्षेत्र की लगभग 40 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया । आयोजन में आशा कार्यकर्ताओं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा स्तनपान के महत्त्व एवं दस्त रोग में निर्जलीकरण से बचाव के लिए ओआरएस के महत्व बारे मे भाषण के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किए गए । इस मौके पर ओआरएस ( ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) कैसे बनाते हैं को भी बना कर दिखाया गया। आयोजन में जिला पोषण समनव्यक (काउंसलर) पूनम सहगल द्वारा 0 से 5 साल तक के बच्चों के पोषण ( स्तनपान और ऊपरी आहार के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं को बताते हुए कहा कि जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर बच्चे को स्तनपान करवाना शुरू कर देना चाहिए।मां का पहला गाढ़ा पीला दूध जिसे क्लोस्ट्रोम कहते हैं सभी पोषक तत्वों से भरपूर व नवजात शिशु के लिए अमृत समान होता है। यह बच्चों को इम्यूनिटी प्रदान करके बीमारियों के संक्रमण से बचाता है ।साथ ही बच्चे को 6 माह तक केवल और केवल मां का ही दूध पिलाना चाहिए इसके अलावा पानी घुट्टी या अन्य कोई चीज नहीं । 6 माह तक मां का दूध बच्चे के लिए संपूर्ण व पर्याप्त आहार होता है यह बच्चे की शरीर की सभी जरूरतों को पूरा कर कर देता है । छ : माह के बाद बच्चे को मां के दूध के साथ साथ ऊपरी आहार भी जैसे :- मसले हुई दाल,खीर, दलिया,मसली हुए फल व सब्जियां आदि खिलाना शुरू कर देना चाहिए। ताकि बच्चे के बढ़ते हुए शरीर की जरूरत के अनुसार उसे उचित पोषण मिल सके। मां का दूध से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास ठीक से होता है इसके अलावा स्तनपान करवाने से मां के स्वास्थ्य को भी कई लाभ होते हैं । प्रसव के तुरंत बाद स्तनपान शुरू करवाने से प्रसूता का प्लेसेंटा जल्दी बाहर निकलता है। साथ ही प्रसव उपरांत होने वाले अत्यधिक रक्तस्राव के खतरे से बचा जा सकता है। इसके अलावा स्तनपान करवाने वाली माता को छाती का कैंसर एवं बच्चेदानी का कैंसर होने का खतरा भी कम रहता है ।मां और बच्चे के बीच में भावनात्मक संबंध प्रगाढ़ होते हैं। तथा यदि मां 6 माह तक केबल अपना दूध खिलाती है (रात को भी) तो उसे दोबारा गर्भवती होने का खतरा भी कम रहता है ।इसके अलावा आयोजन में उपस्थित जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जालम सिंह भारद्वाज द्वारा भी स्तनपान के महत्व पर प्रकाश डाला गया । उपस्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ करण हितेषी द्वारा स्तनपान के दौरान सही स्थिति पोजीशन के बारे में तथा स्तनपान से मां और बच्चे के होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया गया । अंत में स्तनपान दिवस एवं ओआरएस दिवस के उपलक्ष में भाषण द्वारा जानकारी साझा करने वाली आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। इस मौके पर उपस्थित रहकर स्वास्थ्य शिक्षका निर्मला ठाकुर ने भी विश्व स्तनपान दिवस एवं ओ आर एस दिवस पर अपने विचार साझा किये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला चंबा हिमाचल प्रदेश।
चम्बा, 02 अगस्त [ श्रेया ] ! स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चम्बा द्वारा आज दिनांक 02/08/ 2023 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी चम्बा के सभागार में विश्व स्तनपान दिवस एवं विश्व ओ आर एस दिवस 2023 का जिला स्तरीय आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कपिल शर्मा ने की। इस आयोजन में चंबा शहरी क्षेत्र की लगभग 40 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया ।
आयोजन में आशा कार्यकर्ताओं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा स्तनपान के महत्त्व एवं दस्त रोग में निर्जलीकरण से बचाव के लिए ओआरएस के महत्व बारे मे भाषण के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किए गए । इस मौके पर ओआरएस ( ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) कैसे बनाते हैं को भी बना कर दिखाया गया। आयोजन में जिला पोषण समनव्यक (काउंसलर) पूनम सहगल द्वारा 0 से 5 साल तक के बच्चों के पोषण ( स्तनपान और ऊपरी आहार के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
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उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं को बताते हुए कहा कि जन्म के तुरंत बाद 1 घंटे के भीतर बच्चे को स्तनपान करवाना शुरू कर देना चाहिए।मां का पहला गाढ़ा पीला दूध जिसे क्लोस्ट्रोम कहते हैं सभी पोषक तत्वों से भरपूर व नवजात शिशु के लिए अमृत समान होता है। यह बच्चों को इम्यूनिटी प्रदान करके बीमारियों के संक्रमण से बचाता है ।साथ ही बच्चे को 6 माह तक केवल और केवल मां का ही दूध पिलाना चाहिए इसके अलावा पानी घुट्टी या अन्य कोई चीज नहीं ।
6 माह तक मां का दूध बच्चे के लिए संपूर्ण व पर्याप्त आहार होता है यह बच्चे की शरीर की सभी जरूरतों को पूरा कर कर देता है । छ : माह के बाद बच्चे को मां के दूध के साथ साथ ऊपरी आहार भी जैसे :- मसले हुई दाल,खीर, दलिया,मसली हुए फल व सब्जियां आदि खिलाना शुरू कर देना चाहिए। ताकि बच्चे के बढ़ते हुए शरीर की जरूरत के अनुसार उसे उचित पोषण मिल सके। मां का दूध से बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास ठीक से होता है इसके अलावा स्तनपान करवाने से मां के स्वास्थ्य को भी कई लाभ होते हैं ।
प्रसव के तुरंत बाद स्तनपान शुरू करवाने से प्रसूता का प्लेसेंटा जल्दी बाहर निकलता है। साथ ही प्रसव उपरांत होने वाले अत्यधिक रक्तस्राव के खतरे से बचा जा सकता है। इसके अलावा स्तनपान करवाने वाली माता को छाती का कैंसर एवं बच्चेदानी का कैंसर होने का खतरा भी कम रहता है ।मां और बच्चे के बीच में भावनात्मक संबंध प्रगाढ़ होते हैं। तथा यदि मां 6 माह तक केबल अपना दूध खिलाती है (रात को भी) तो उसे दोबारा गर्भवती होने का खतरा भी कम रहता है ।इसके अलावा आयोजन में उपस्थित जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जालम सिंह भारद्वाज द्वारा भी स्तनपान के महत्व पर प्रकाश डाला गया ।
उपस्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ करण हितेषी द्वारा स्तनपान के दौरान सही स्थिति पोजीशन के बारे में तथा स्तनपान से मां और बच्चे के होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया गया । अंत में स्तनपान दिवस एवं ओआरएस दिवस के उपलक्ष में भाषण द्वारा जानकारी साझा करने वाली आशा कार्यकर्ता एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। इस मौके पर उपस्थित रहकर स्वास्थ्य शिक्षका निर्मला ठाकुर ने भी विश्व स्तनपान दिवस एवं ओ आर एस दिवस पर अपने विचार साझा किये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला चंबा हिमाचल प्रदेश।
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