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चम्बा ! सीटू जिला कमेटी चम्बा कल अन्य जनसंगठनों के साथ किसान आंदोलन के समर्थन में चम्बा में प्रदर्शन करेगी तथा किसानों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन करेगी। पिछले काफी समय से किसान सरकार द्वारा लाएं गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने तानाशाही रुख अपनाते हुए पहले तो प्रदर्शन कर रहे किसानों के ख़िलाफ़ अलोकतांत्रिक तरीके से उनको दिल्ली आने से रोका उनके रास्ते में कंटीली तारें बिछा दी सड़कें खोद दी। पानी की बौछारें चलाई गई आंसू गेस के गोले दागे गए। अन्नदाता जिसने देश को जीवित रखा है उसके खिलाफ इस तरह का बर्ताव किसानों की बेइज्जती है। सरकार ने इन बिलों के आने से पहले किसी भी तरह की बात किसानों के किसी भी संगठन से नहीं की गई थी।सरकार ने पिछले कल नाटकीय रूप में बैठक बुलाई लेकिन वहां पर भी सरकार ने किसानों को बिलों के फायदे गिनाने शुरू कर दिए। उसके बाद किसानों को कमेटी बनाने के नाम पर ठगने की कोशिश की। लेकिन किसानों ने सरकार की इस ठगने वाली मंशा को समझ लिया और तुरन्त मना कर दिया। इस तरह के हथकंडे अपनाने से पता चलता है कि सरकार किसानों के ख़िलाफ़ है और बिलों को वापिस नहीं लेना चाहती है। सरकार की ये मंशा कभी कामयाब नहीं होगी। किसानों की मांगे जायज़ हैं सरकार जल्द ही इन मांगो को मान ले नहीं तो मजदूर , छात्र , महिला ,नौजवान संगठन दिल्ली की ओर कूच करेंगे। कल सभी जनसंगठन मजदूर, छात्र, महिला ,नौजवान उपायुक्त कार्यालय चम्बा के बाहर धरना प्रर्दशन करेंगे।
चम्बा ! सीटू जिला कमेटी चम्बा कल अन्य जनसंगठनों के साथ किसान आंदोलन के समर्थन में चम्बा में प्रदर्शन करेगी तथा किसानों के साथ एकजुटता का प्रदर्शन करेगी। पिछले काफी समय से किसान सरकार द्वारा लाएं गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने तानाशाही रुख अपनाते हुए पहले तो प्रदर्शन कर रहे किसानों के ख़िलाफ़ अलोकतांत्रिक तरीके से उनको दिल्ली आने से रोका उनके रास्ते में कंटीली तारें बिछा दी सड़कें खोद दी। पानी की बौछारें चलाई गई आंसू गेस के गोले दागे गए। अन्नदाता जिसने देश को जीवित रखा है उसके खिलाफ इस तरह का बर्ताव किसानों की बेइज्जती है।
सरकार ने इन बिलों के आने से पहले किसी भी तरह की बात किसानों के किसी भी संगठन से नहीं की गई थी।सरकार ने पिछले कल नाटकीय रूप में बैठक बुलाई लेकिन वहां पर भी सरकार ने किसानों को बिलों के फायदे गिनाने शुरू कर दिए। उसके बाद किसानों को कमेटी बनाने के नाम पर ठगने की कोशिश की। लेकिन किसानों ने सरकार की इस ठगने वाली मंशा को समझ लिया और तुरन्त मना कर दिया। इस तरह के हथकंडे अपनाने से पता चलता है कि सरकार किसानों के ख़िलाफ़ है और बिलों को वापिस नहीं लेना चाहती है। सरकार की ये मंशा कभी कामयाब नहीं होगी।
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किसानों की मांगे जायज़ हैं सरकार जल्द ही इन मांगो को मान ले नहीं तो मजदूर , छात्र , महिला ,नौजवान संगठन दिल्ली की ओर कूच करेंगे। कल सभी जनसंगठन मजदूर, छात्र, महिला ,नौजवान उपायुक्त कार्यालय चम्बा के बाहर धरना प्रर्दशन करेंगे।
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