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चम्बा ! पुलिस चौकी संघणी के भवन निर्माण के लिए धनराशि मंजूर होने के बावजूद भी भवन का निर्माण न होने से भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लेकिन विभाग दयनीय हालत में पड़े भवन की सुध नहीं ले रहा है। पुलिस चौकी संघणी के भवन को नए सिरे से निर्माण करने के लिए सरकार ने संबधित विभाग को करीब 1 लाख 80 हजार रूपए स्वीकृत किए है। संबंधित विभाग ने भवन निर्माण के लिए धनराशि लोक निर्माण के पास जमा करवा दी है। इस भवन की हालत इतनी दयनीय है कि विभाग ने भवन को कमेटी द्वारा असुरक्षित घोषित करवा कर भवन को डिस्मेंटल कर दिया है। मगर उसके आगे भवन का नए सिरे से निर्माण करने में लोक निर्माण को डिज़ाइन के मुताबिक भूमि कम पड़ने के कारण भवन का कार्य अधर में लटका है। सम्बन्धित विभाग ने भवन को डिस्मेंटल कर चौकी को एक आवासीय कमरे में रखा है । उस भवन की भी खिड़कियों के शीशे टूट चुके हैं। उसके स्थान पर ठंडी हवा के बचाव के लिए जवानों ने गत्ते लगा कर रखें है जबकि फर्स उखड़ चुका है, शौचालयों की तो बहुत ही बुरी हालत है, दीवारे टूट चुकी है, ओर दरवाजे की लकड़ी सड़ चुकी है। उसी भवन में दफ्तर और इसी में जवानों का मैस चल रहा है। आग के चूल्हे पर जवानों के लिए मैस में खाना बनाने से दफ्तर में रखे कम्प्यूटर की घूएं से बुरी हालत है। धुएं से कम्प्यूटर खराब होने से सरकारी कार्य बाधित हो सकता है। सरकार ने सरकारी दफ्तरों में कार्य आधुनिकरण करने से दफ्तरों में कोयले जलाने पर पूर्णता प्रतिबंध लगाया है । एक कमरे में चौकी चलने से 5 पुलिस जवानों के साथ 30 एस पी ओ को कार्य निपटने में असुविधा हो रही है। मौसम साफ रहने के चलते तो बहार प्रांगण में जैसे तैसे कार्य निपट जाता है मगर बारिश व बर्फ बारी के दिनों में कार्य चलना तो दूर की बात बैठना भी मुश्किल हो जाता है । भवन निर्माण एजेंसी की माने तो विभाग ने भवन निर्माण के लिए जो डीज़ाइन दिया है उस के मुताबिक भूमि कम पड़ रही है। पुलिस चौकी संघणी के भवन को पिछले दस माह पूर्व डिस्मेंटल किया गया है और भवन का नए सिरे से निर्माण का दायित्व लोक निर्माण विभाग को सौंपा है साथ भवन निर्माण के लिए डिज़ाइन दिया है । भवन का निर्माण न होने से एक कमरे में दफ्तर व मैस एक साथ चलने से जवानों को असुविधा हो रही इस संबंध में उच्चाधिकारी को पत्राचार किया है बजट मिलते ही भवन का निर्माण कर दिया जाएगा।
चम्बा ! पुलिस चौकी संघणी के भवन निर्माण के लिए धनराशि मंजूर होने के बावजूद भी भवन का निर्माण न होने से भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लेकिन विभाग दयनीय हालत में पड़े भवन की सुध नहीं ले रहा है। पुलिस चौकी संघणी के भवन को नए सिरे से निर्माण करने के लिए सरकार ने संबधित विभाग को करीब 1 लाख 80 हजार रूपए स्वीकृत किए है। संबंधित विभाग ने भवन निर्माण के लिए धनराशि लोक निर्माण के पास जमा करवा दी है। इस भवन की हालत इतनी दयनीय है कि विभाग ने भवन को कमेटी द्वारा असुरक्षित घोषित करवा कर भवन को डिस्मेंटल कर दिया है। मगर उसके आगे भवन का नए सिरे से निर्माण करने में लोक निर्माण को डिज़ाइन के मुताबिक भूमि कम पड़ने के कारण भवन का कार्य अधर में लटका है। सम्बन्धित विभाग ने भवन को डिस्मेंटल कर चौकी को एक आवासीय कमरे में रखा है । उस भवन की भी खिड़कियों के शीशे टूट चुके हैं। उसके स्थान पर ठंडी हवा के बचाव के लिए जवानों ने गत्ते लगा कर रखें है जबकि फर्स उखड़ चुका है, शौचालयों की तो बहुत ही बुरी हालत है, दीवारे टूट चुकी है, ओर दरवाजे की लकड़ी सड़ चुकी है।
उसी भवन में दफ्तर और इसी में जवानों का मैस चल रहा है। आग के चूल्हे पर जवानों के लिए मैस में खाना बनाने से दफ्तर में रखे कम्प्यूटर की घूएं से बुरी हालत है। धुएं से कम्प्यूटर खराब होने से सरकारी कार्य बाधित हो सकता है। सरकार ने सरकारी दफ्तरों में कार्य आधुनिकरण करने से दफ्तरों में कोयले जलाने पर पूर्णता प्रतिबंध लगाया है । एक कमरे में चौकी चलने से 5 पुलिस जवानों के साथ 30 एस पी ओ को कार्य निपटने में असुविधा हो रही है। मौसम साफ रहने के चलते तो बहार प्रांगण में जैसे तैसे कार्य निपट जाता है मगर बारिश व बर्फ बारी के दिनों में कार्य चलना तो दूर की बात बैठना भी मुश्किल हो जाता है ।
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भवन निर्माण एजेंसी की माने तो विभाग ने भवन निर्माण के लिए जो डीज़ाइन दिया है उस के मुताबिक भूमि कम पड़ रही है। पुलिस चौकी संघणी के भवन को पिछले दस माह पूर्व डिस्मेंटल किया गया है और भवन का नए सिरे से निर्माण का दायित्व लोक निर्माण विभाग को सौंपा है साथ भवन निर्माण के लिए डिज़ाइन दिया है । भवन का निर्माण न होने से एक कमरे में दफ्तर व मैस एक साथ चलने से जवानों को असुविधा हो रही इस संबंध में उच्चाधिकारी को पत्राचार किया है बजट मिलते ही भवन का निर्माण कर दिया जाएगा।
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