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शिमला ! देश का किसान वर्ग लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर है कृषि कानून को रद्द करवाने की मांग को लेकर देश का किसान वर्ग दिल्ली में लगातार संघर्षरत है और इसी कड़ी में आज देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था जिसका असर राजधानी शिमला में भी देखने को मिला जिसमें सीटू,हिमाचल किसान सभा, जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई, एसएफआई,दलित शोषण मुक्ति मंच ने तीन किसान विरोधी कानूनों को लेकर संघर्षरत किसानों के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया है और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की हिमाचल किसान सभा के राज्य वित्त सचिव सत्यवान पुंडीर ने कहा कि अखिल भारतीय किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश भर में ब्लॉक और तहसील स्तर पर पूरे प्रदेश में किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा है और प्रदेश भर के 11 जिलों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं उनका कहना है कि इन कानूनों से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की अवधारणा को समाप्त कर दिया जाएगा। आवश्यक वस्तु अधिनियम के कानून को खत्म करने से जमाखोरी,कालाबाजारी व मुनाफाखोरी को बढ़ावा मिलेगा। इससे बाजार में खाद्य पदार्थों की बनावटी कमी पैदा होगी और खाद्य पदार्थ महंगे हो जाएंगे। इसके विरोध में आज देश का पूरा किसान वर्ग सड़कों पर उतर आया है।
शिमला ! देश का किसान वर्ग लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर है कृषि कानून को रद्द करवाने की मांग को लेकर देश का किसान वर्ग दिल्ली में लगातार संघर्षरत है और इसी कड़ी में आज देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था जिसका असर राजधानी शिमला में भी देखने को मिला जिसमें सीटू,हिमाचल किसान सभा, जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई, एसएफआई,दलित शोषण मुक्ति मंच ने तीन किसान विरोधी कानूनों को लेकर संघर्षरत किसानों के आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया है और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
हिमाचल किसान सभा के राज्य वित्त सचिव सत्यवान पुंडीर ने कहा कि अखिल भारतीय किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश भर में ब्लॉक और तहसील स्तर पर पूरे प्रदेश में किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा है और प्रदेश भर के 11 जिलों में प्रदर्शन किए जा रहे हैं उनका कहना है कि इन कानूनों से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की अवधारणा को समाप्त कर दिया जाएगा। आवश्यक वस्तु अधिनियम के कानून को खत्म करने से जमाखोरी,कालाबाजारी व मुनाफाखोरी को बढ़ावा मिलेगा। इससे बाजार में खाद्य पदार्थों की बनावटी कमी पैदा होगी और खाद्य पदार्थ महंगे हो जाएंगे। इसके विरोध में आज देश का पूरा किसान वर्ग सड़कों पर उतर आया है।
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