
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला ! अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देश भर के प्रत्येक राम भक्त का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता पूज्य संतों व हिन्दू समाज के लोगों के साथ घर-घर जाएंगे ताकि प्रभु श्रीराम जी के भव्य मंदिर निर्माण में प्रत्येक हिन्दू की सहभागिता हो सके। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान, हिमाचल प्रदेश की घोषणा करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय सह मंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमान विजय शंकर तिवारी जी ने आज शिमला में प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण भारत में आगामी मकर संक्रांति (15 जनवरी) से माघ-पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलाने वाले इस सघन अभियान में कार्यकर्ता देश के चार लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर व उनहे श्रीराम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार करेंगे। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश में भी यह अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक चलेगा। जिसके लिए विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता टोलियों में प्रदेश के 13 लाख परिवारों में 65 लाख लोगों से सम्पर्क करेंगें जिसमें हर जाति, मत, पंथ, संप्रदाय, भाषा के लोगों के सहयोग के साथ, श्रीराम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा। असंख्य रामभक्तों के संघर्ष व बलिदान को नमन् करते हुए उन्होंने प्रत्येक रामभक्त से इस राम काज के लिए बढ़-चढ़ कर आगे आने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें सिर्फ निधि-दानी ही नहीं अपितु, समय-दानी भी चाहिए। श्री तिवारी ने बताया कि मंदिर के निर्माण की तैयारी चल रही है। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई तथा गुवाहाटी के आईआईटी, सीबीआरआई रुड़की, लार्सन एंड टूब्रो तथा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियर मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग पर परामर्श कर रहे हैं। बहुत शीघ्र नींव का प्रारूप सामने आ जाएगा। संपूर्ण मंदिर पत्थरों का है। प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट, लंबाई 360 फीट तथा चैड़ाई 235 फीट है। यह मंदिर परिसर 108 एकड़ भूमि पर निर्माण होने वाला है। श्री विजय शंकर तिवारी ने कहा कि देश की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना बनी है। प्रदेश की लगभग शतप्रतिशत जनसंख्या को घर-घर जाकर श्रीराम जन्मभूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा। लोगों की प्रबल इच्छा है कि भगवान की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर शीघ्र बने। उन्होंने कहा कि इस जन-संपर्क अभियान में 40 लाख से भी अधिक कार्यकर्ता जुटेंगे तथा समाज स्वेच्छा से सहयोग करेगा क्योंकि काम भगवान का है व मन्दिर भी राम जी का है। भगवान के कार्य में धन बाधा नहीं हो सकता। आर्थिक विषय में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए न्यास ने 10, 100 तथा 1000 रुपए के कूपन व रसीदें छापी हैं। समाज जैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद देंगे तथा प्रदेश में तेरह लाख घरों में भगवान के मंदिर का चित्र व श्रीराम जन्म भूमि का साहित्य भी घर घर पहुंचाएंगे। प्रदेश में यह अभियान सुचारु रुप से चले इसके लिए प्रांत स्तरीय एक समिति का गठन किया गया है जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों से सम्मानिय व्यक्तियों को शामिल किया गया है, तथा बहुत से संत महात्माओं को संरक्षक के नाते इस अभियान में जोड़ा गया है ताकि यह अभियान जन-जन का अभियान बन सके। जस्टिस सुरेन्द्र सिंह ठाकुर जी समिति अध्यक्ष व श्रीमान लेखराज राणा जी (अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद् हिमाचल प्रदेश व सेवा निवृत उपनिदेशक तकनिकी शिक्षा विभाग हि.प्र.) समिति के महांमत्री के नाते अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करेगे। इसके अतिरिक्त समिति में पूज्य संत व समाज के गणमान्य लोग इस अभियान को लक्ष्य की ओर ले जाने में सहयोग देंगे। विजय शकंर तिवारी जी ने हिमाचल प्रदेश के सभी राम भक्तों से यह अवाहन किया कि इस अभियान के समय हम सब धन के साथ साथ समय का भी दान दें, ताकि हिन्दू आस्था का प्रतीक प्रभु श्रीराम जी का मंदिर पूरे विश्व में हिन्दू संस्कृति का सशक्त केन्द्र बनकर उभरे व हिन्दू संस्कृति व मुल्यों के उत्थान मंे मील का पत्थर सिद्ध हो। इस प्रैस वार्ता में विश्व हिन्दू परिषद् हिमाचल प्रदेश के पालक अधिकारी व प्रांत संघ चालक (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) श्रीमान वीर सिंह रांगडा जी, श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान हिमाचल प्रदेश के प्रांत प्रमुख व विहिप प्रांत सह मंत्री श्री सुनील जसवाल जी, अभियान के प्रांत सह प्रमुख श्री अजय जी, अभियान के प्रांत हिसाब प्रमुख श्री ओम प्रकाश जी, सह हिसाब प्रमुख अधिवक्ता तुषार डोगरा जी तथा अन्य पदाधिकरी उपस्थित रहे।
शिमला ! अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देश भर के प्रत्येक राम भक्त का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता पूज्य संतों व हिन्दू समाज के लोगों के साथ घर-घर जाएंगे ताकि प्रभु श्रीराम जी के भव्य मंदिर निर्माण में प्रत्येक हिन्दू की सहभागिता हो सके। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान, हिमाचल प्रदेश की घोषणा करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय सह मंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमान विजय शंकर तिवारी जी ने आज शिमला में प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण भारत में आगामी मकर संक्रांति (15 जनवरी) से माघ-पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलाने वाले इस सघन अभियान में कार्यकर्ता देश के चार लाख गांवों के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क कर व उनहे श्रीराम जन्मभूमि से सीधे जोड़कर रामत्व का प्रसार करेंगे। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश में भी यह अभियान मकर संक्रांति से शुरू होकर माघ पूर्णिमा तक चलेगा। जिसके लिए विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता टोलियों में प्रदेश के 13 लाख परिवारों में 65 लाख लोगों से सम्पर्क करेंगें जिसमें हर जाति, मत, पंथ, संप्रदाय, भाषा के लोगों के सहयोग के साथ, श्रीराम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा। असंख्य रामभक्तों के संघर्ष व बलिदान को नमन् करते हुए उन्होंने प्रत्येक रामभक्त से इस राम काज के लिए बढ़-चढ़ कर आगे आने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें सिर्फ निधि-दानी ही नहीं अपितु, समय-दानी भी चाहिए।
श्री तिवारी ने बताया कि मंदिर के निर्माण की तैयारी चल रही है। मुंबई, दिल्ली, चेन्नई तथा गुवाहाटी के आईआईटी, सीबीआरआई रुड़की, लार्सन एंड टूब्रो तथा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियर मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग पर परामर्श कर रहे हैं। बहुत शीघ्र नींव का प्रारूप सामने आ जाएगा। संपूर्ण मंदिर पत्थरों का है। प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट, लंबाई 360 फीट तथा चैड़ाई 235 फीट है। यह मंदिर परिसर 108 एकड़ भूमि पर निर्माण होने वाला है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
श्री विजय शंकर तिवारी ने कहा कि देश की वर्तमान पीढ़ी को इस मंदिर के इतिहास की सच्चाइयों से अवगत कराने की योजना बनी है। प्रदेश की लगभग शतप्रतिशत जनसंख्या को घर-घर जाकर श्रीराम जन्मभूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराया जाएगा। लोगों की प्रबल इच्छा है कि भगवान की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर शीघ्र बने। उन्होंने कहा कि इस जन-संपर्क अभियान में 40 लाख से भी अधिक कार्यकर्ता जुटेंगे तथा समाज स्वेच्छा से सहयोग करेगा क्योंकि काम भगवान का है व मन्दिर भी राम जी का है। भगवान के कार्य में धन बाधा नहीं हो सकता। आर्थिक विषय में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए न्यास ने 10, 100 तथा 1000 रुपए के कूपन व रसीदें छापी हैं। समाज जैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद देंगे तथा प्रदेश में तेरह लाख घरों में भगवान के मंदिर का चित्र व श्रीराम जन्म भूमि का साहित्य भी घर घर पहुंचाएंगे।
प्रदेश में यह अभियान सुचारु रुप से चले इसके लिए प्रांत स्तरीय एक समिति का गठन किया गया है जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों से सम्मानिय व्यक्तियों को शामिल किया गया है, तथा बहुत से संत महात्माओं को संरक्षक के नाते इस अभियान में जोड़ा गया है ताकि यह अभियान जन-जन का अभियान बन सके। जस्टिस सुरेन्द्र सिंह ठाकुर जी समिति अध्यक्ष व श्रीमान लेखराज राणा जी (अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद् हिमाचल प्रदेश व सेवा निवृत उपनिदेशक तकनिकी शिक्षा विभाग हि.प्र.) समिति के महांमत्री के नाते अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करेगे। इसके अतिरिक्त समिति में पूज्य संत व समाज के गणमान्य लोग इस अभियान को लक्ष्य की ओर ले जाने में सहयोग देंगे।
विजय शकंर तिवारी जी ने हिमाचल प्रदेश के सभी राम भक्तों से यह अवाहन किया कि इस अभियान के समय हम सब धन के साथ साथ समय का भी दान दें, ताकि हिन्दू आस्था का प्रतीक प्रभु श्रीराम जी का मंदिर पूरे विश्व में हिन्दू संस्कृति का सशक्त केन्द्र बनकर उभरे व हिन्दू संस्कृति व मुल्यों के उत्थान मंे मील का पत्थर सिद्ध हो। इस प्रैस वार्ता में विश्व हिन्दू परिषद् हिमाचल प्रदेश के पालक अधिकारी व प्रांत संघ चालक (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) श्रीमान वीर सिंह रांगडा जी, श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान हिमाचल प्रदेश के प्रांत प्रमुख व विहिप प्रांत सह मंत्री श्री सुनील जसवाल जी, अभियान के प्रांत सह प्रमुख श्री अजय जी, अभियान के प्रांत हिसाब प्रमुख श्री ओम प्रकाश जी, सह हिसाब प्रमुख अधिवक्ता तुषार डोगरा जी तथा अन्य पदाधिकरी उपस्थित रहे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -