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शिमला, 04 अक्टूबर ! भाजपा प्रवक्ता बलदेव तोमर, विक्रम वर्मा और विवेक शर्मा ने कहा की कांग्रेस के मंत्री विक्रमादित्य सिंह की भाषा शैली ठीक नही है और हम इसकी घोर निन्दा करते है। गौरतलब, यह है की विक्रमादित्य सिंह ने एक चैनल को बयान देते हुए कहा था की सांसद सुरेश कश्यप को शर्म आनी चाहिए। मंत्री जी आपदा के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा की मंत्री विक्रमादित्य की मां भी सांसद है , अगर वो किसी सांसद के बारे में टिपणी करते है तो उन्हें पहले अपनी मां के बारे में भी सोच लेना चाहिए। शायद मंत्री जी यह भूल गए है की सांसद सुरेश कश्यप ने हिमाचल की आवाज केंद्र तक अनेकों बार पहुचाई है। वैसे तो यह जायज है शायद निंदा करने वाले की याददाश्त कमजोर ही होती है। सुरेश कश्यप ने रेल मार्ग, सड़क, टनल निर्माण के लेकर। प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान और आपदा राशि के लिए केंद्र से सैंकड़ों बात गुहार लगाई है और उस पर केंद्र सरकार ने एक्शियोज भी लिया। उन्होंने हम अफसोस है की प्रदेश के 5 नगर निगम सहित 60 शहरी निकायों को 50 फीसदी ग्रांट इन एड वापस करनी होगी। इससे त्रासदी के बाद पुनर्वास की योजनाएं बनाने में लगे शहरी निकायों की परेशानी बढ़ गई है। निदेशक शहरी विकास विभाग ने नगर निगम के आयुक्त, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी व नगर पंचायतों के सचिवों को पत्र लिखकर ग्रांट वापस करने के निर्देश दिए हैं। छठे राज्य वित्त आयोग द्वारा जुलाई माह में सभी शहरी निकायों को करीब 153.64 करोड़ रुपए की ग्रांट इन एड जारी की थी। इसमें से 76.82 करोड रुपए वापस करने होंगे। ग्रांट इन एड मिलने से शहरी निकायों ने विभिन्न विकास की योजनाएं बनाकर बजट भी जारी कर दिया था। ऐसे में 50 फीसदी ग्रांट इन एड को वापस करना अब उनके लिए मुश्किल हो गया है । अगर मंत्री विक्रमादित्य सिंह में दम होता तो कांग्रेस के इस नकारात्मक काम को रोक कर बताते। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला, 04 अक्टूबर ! भाजपा प्रवक्ता बलदेव तोमर, विक्रम वर्मा और विवेक शर्मा ने कहा की कांग्रेस के मंत्री विक्रमादित्य सिंह की भाषा शैली ठीक नही है और हम इसकी घोर निन्दा करते है।
गौरतलब, यह है की विक्रमादित्य सिंह ने एक चैनल को बयान देते हुए कहा था की सांसद सुरेश कश्यप को शर्म आनी चाहिए। मंत्री जी आपदा के बारे में बात कर रहे थे।
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उन्होंने कहा की मंत्री विक्रमादित्य की मां भी सांसद है , अगर वो किसी सांसद के बारे में टिपणी करते है तो उन्हें पहले अपनी मां के बारे में भी सोच लेना चाहिए। शायद मंत्री जी यह भूल गए है की सांसद सुरेश कश्यप ने हिमाचल की आवाज केंद्र तक अनेकों बार पहुचाई है। वैसे तो यह जायज है शायद निंदा करने वाले की याददाश्त कमजोर ही होती है।
सुरेश कश्यप ने रेल मार्ग, सड़क, टनल निर्माण के लेकर। प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान और आपदा राशि के लिए केंद्र से सैंकड़ों बात गुहार लगाई है और उस पर केंद्र सरकार ने एक्शियोज भी लिया।
उन्होंने हम अफसोस है की प्रदेश के 5 नगर निगम सहित 60 शहरी निकायों को 50 फीसदी ग्रांट इन एड वापस करनी होगी। इससे त्रासदी के बाद पुनर्वास की योजनाएं बनाने में लगे शहरी निकायों की परेशानी बढ़ गई है। निदेशक शहरी विकास विभाग ने नगर निगम के आयुक्त, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी व नगर पंचायतों के सचिवों को पत्र लिखकर ग्रांट वापस करने के निर्देश दिए हैं।
छठे राज्य वित्त आयोग द्वारा जुलाई माह में सभी शहरी निकायों को करीब 153.64 करोड़ रुपए की ग्रांट इन एड जारी की थी। इसमें से 76.82 करोड रुपए वापस करने होंगे। ग्रांट इन एड मिलने से शहरी निकायों ने विभिन्न विकास की योजनाएं बनाकर बजट भी जारी कर दिया था। ऐसे में 50 फीसदी ग्रांट इन एड को वापस करना अब उनके लिए मुश्किल हो गया है । अगर मंत्री विक्रमादित्य सिंह में दम होता तो कांग्रेस के इस नकारात्मक काम को रोक कर बताते।
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