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हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के राज्य प्रवक्ता, डा.जय कुमार आजाद ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जानना चाहा कि अगर सांसद राम स्वरूप दिल्ली से चार प्रदेशों व केंद्र् शासित राज्यों को लांघकर अपने घर जोगिंद्रनगर आ सकते हैं तो प्रदेश के अंदर अंतरजिला व प्रदेश के बाहर दुसरे राज्यों में फंसे हजारों हिमाचली अपने घरों को क्यों नहीं आ सकते? यहां पर जारी अपने एक प्रेस बयान में कांग्रेस पार्टी के नेता ने केंद्र और राज्य सरकार से जानना चाहा कि एक देश-दो नियम कानून का सिद्धांत आखिर क्यों? आपदा की इस दु:खद घड़ी में भी भाजपा के सांसदों और विधायकों के लिये नियमों को ताक पर रख कर छूट दी जा रही है जो सरासर ग़लत ही नहीं अपितु न्यायसंगत भी नहीं है क्योंकि कहीं भाजपा के विधायक जन्मदिन पर बिरयानी की दाबतें दे रहे हैं तो कहीं पर शादियों में शामिल हो कर लाॅकडान कि धज्जियां उड़ाई रहे हैं। डा आजाद ने आगे कहा कि विश्व महामारी के इस दौर में कांग्रेस पार्टी देशहित में सरकार को पूर्ण सहयोग दे रही है लेकिन भाजपा अपनी कथनी और करनी में एकरूपता नहीं दर्शा रही है जो निंदनीय ही नहीं अपितु असहनीय भी है और सरकार को बिना भेदभाव के लाॅकडान के नियमों को सभी छोटे-बड़े लोगों पर लागू करना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के राज्य प्रवक्ता, डा.जय कुमार आजाद ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जानना चाहा कि अगर सांसद राम स्वरूप दिल्ली से चार प्रदेशों व केंद्र् शासित राज्यों को लांघकर अपने घर जोगिंद्रनगर आ सकते हैं तो प्रदेश के अंदर अंतरजिला व प्रदेश के बाहर दुसरे राज्यों में फंसे हजारों हिमाचली अपने घरों को क्यों नहीं आ सकते?
यहां पर जारी अपने एक प्रेस बयान में कांग्रेस पार्टी के नेता ने केंद्र और राज्य सरकार से जानना चाहा कि एक देश-दो नियम कानून का सिद्धांत आखिर क्यों? आपदा की इस दु:खद घड़ी में भी भाजपा के सांसदों और विधायकों के लिये नियमों को ताक पर रख कर छूट दी जा रही है जो सरासर ग़लत ही नहीं अपितु न्यायसंगत भी नहीं है क्योंकि कहीं भाजपा के विधायक जन्मदिन पर बिरयानी की दाबतें दे रहे हैं तो कहीं पर शादियों में शामिल हो कर लाॅकडान कि धज्जियां उड़ाई रहे हैं।
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डा आजाद ने आगे कहा कि विश्व महामारी के इस दौर में कांग्रेस पार्टी देशहित में सरकार को पूर्ण सहयोग दे रही है लेकिन भाजपा अपनी कथनी और करनी में एकरूपता नहीं दर्शा रही है जो निंदनीय ही नहीं अपितु असहनीय भी है और सरकार को बिना भेदभाव के लाॅकडान के नियमों को सभी छोटे-बड़े लोगों पर लागू करना चाहिए।
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